आतंक का हुआ अंत: फिल्मी स्क्रिप्ट से मारा गया आतंकी, नहीं बचा पाया कोई

सीरिया में शोर धमाके होेना कोई बड़ी बात नही है। आए दिन यहां पर शोर सुनाई देता है। हर बार की तरह इस बार भी सीरिया के इदलीब प्रांत स्थित बारिशा में रात लोगों का शोर सुनाई दिया। हालांकि कुछ ही देर में यह स्पष्ट हो गया है कि यहां कोई सैन्य कार्रवाई हो रही है।

Vidushi Mishra
Published on: 28 Oct 2019 6:46 AM GMT
आतंक का हुआ अंत: फिल्मी स्क्रिप्ट से मारा गया आतंकी, नहीं बचा पाया कोई
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आतंक का हुआ अंत: फिल्मी स्क्रिप्ट से मारा गया आतंकी, नहीं बचा पाया कोई

नई दिल्ली : सीरिया में शोर धमाके होेना कोई बड़ी बात नही है। आए दिन यहां पर शोर सुनाई देता है। हर बार की तरह इस बार भी सीरिया के इदलीब प्रांत स्थित बारिशा में रात लोगों का शोर सुनाई दिया। हालांकि कुछ ही देर में यह स्पष्ट हो गया है कि यहां कोई सैन्य कार्रवाई हो रही है। हालांकि यह कोई रोज होने वाली लड़ाई नहीं थी। बल्र्कि इस लड़ाई में आईएसआईएस के आतंकियों ने सरेंडर कर दिया था।

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सूत्रों से मिली एक रिपोर्ट के मुताबिक, आईएसआईएस के आतंकियों पर हुआ अमेरिका का यह अटैक काफी चौंकाने वाला था। बारिशा में अमेरिकी सैनिक आतंकी अबू बकर अल बगदादी की खोज करते हुए यहां पहुंचे थे।

फिल्मी है पूरी कहानी

आतंकी बगदादी के मारे जाने की पूरी कार्रवाई फिल्मी तरीके से हुई। और इसके साथ ही इस कार्रवाई को डोनाल्ड ट्रंप अपने दफ्तर में बैठे देख रहे थे। ट्रंप ने बताया कि बगदादी के ठिकानों को हेलिकॉप्टर्स से घेर लिया गया।

इस कार्रवाई को अंजाम देते हुए इसके बाद वहां अमेरिकी सेना के 70 डेल्टा कमांडोज़ उतरे और फिर बगदादी के बंकर को घेर लिया। इसी बंकर में छिपकर बगदादी पूरी दुनिया में दहशत फैला रहा था।

इस रिपोर्ट के मुताबिक, बगदादी को घेरने के लिए डेल्टा कमांडोज के साथ ही हाई ट्रेन्ड डॉग्स और एक रोबोट था जो आत्मघाती हमलों का सामना कर सकते थे। अमेरिकी कमांडोज़ के मिशन के केवल दो ही उद्देश्य थे, या तो बगदादी को मारना या फिर उसे जिंदा पकड़कर लाना।

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सेना ने तुरंत ही भांप कर फैसला किया

कमांडो पूरी सतर्कता से बगदादी के बंकर को घेरने के लिए आगे बढ़ रहे थे। घर का दरवाजा ना तोड़ते हुए उसकी दीवार तोड़ दी गई। इसमें बगदादी की दो पत्नियां भी रह रहीं थीं और दोनों ने आत्मघाती हमले के लिए शरीर पर बम लगा रखा था, लेकिन उन्होंने खुद को उड़ाया नहीं और सैन्य कार्रवाई में मारी गईं।

अब अकेले बचे और घिर चुके बगदादी ने भागने का फैसला किया। बगदादी की इस चाल को सेना ने तुरंत ही भांप कर फैसला किया कि बंकर से भागने वाले सभी संभावित रास्तों को बंद कर दिया जाए।

बगदादी की मौत की पुष्टि के लिए ये कदम

ऐसे में कई आंतिकियों ने अपना अंत बहुत पास से देखकर सरेंडर कर दिया। लेकिन बगदादी ने सरेंडर करने के बजाय भागने का फैसला किया। जब वह भागने लगा तो अमेरिकी कमांडोज़ ने कुत्तों के साथ बगदादी का पीछा किया।

बगदादी अपने साथ तीन बच्चे भी बंकर में लेकर चला गया था। कार्रवाई में तीन बच्चों की मौत भी हो गई। इसके बाद बुरी तरह से घिर चुके बगदादी ने खुद को उड़ा लिया।

इसके बाद आतंकी बगदादी की मौत की पुष्टि के लिए ये कदम उठाया गया। बगदादी की मौत के बाद वहां मौके पर ही डीएनए का मिलान किया गया। जिससे पुष्टि की गई कि बगदादी इस हमले में मार गया है।

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