×

पाकिस्तान में महाशिवरात्री: गूंजेगा हर-हर महादेव, कटासराज में भक्त करेंगे पूजा-अर्चना

11 मार्च को महाशिवरात्री के इस पावन अवसर पर हर जगह महादेव के जयकारे गूजेंगे। चाहें वो देश हो या विदेश। पाकिस्तान में भी महादेव का एक मंदिर है जहां पर श्रद्धालु महाशिवरात्रि के पर्व को मनाने के लिए इस पवित्र स्थल पर जाएंगे।

Newstrack
Published on: 10 March 2021 9:22 AM GMT
पाकिस्तान में महाशिवरात्री: गूंजेगा हर-हर महादेव, कटासराज में भक्त करेंगे पूजा-अर्चना
X
पाकिस्तान में महाशिवरात्री: गूंजेगा हर-हर महादेव, कटासराज में भक्त करेंगे पूजा-अर्चना

नई दिल्ली: 11 मार्च को महाशिवरात्री के इस पावन अवसर पर हर जगह महादेव के जयकारे गूजेंगे। चाहें वो देश हो या विदेश। पाकिस्तान में भी महादेव का एक मंदिर है जहां पर श्रद्धालु महाशिवरात्रि के पर्व को मनाने के लिए इस पवित्र स्थल पर जाएंगे। आइये जानते है कहां पर स्थित है वो मंदिर।

महादेव का पवित्र स्थल कटाजराज

पाकिस्तान एक इस्लामिक देश और यहां पर काफी संख्या में हिंदू भी निवास करते है। पाकिस्तान में बने महादेव मंदिर का नाम कटासराज है। यह मंदिर पाकिस्तान के पंजाब के चकवाल जिले में स्थित है। इस मंदिर का निर्माण छठी शताब्दी से नवीं शताब्दी के मध्य करवाया गया था। कटासराज मंदिर पाकिस्तान के चकवाल गांव से लगभग 40 किमी की दूरी पर कटस में एक पहाड़ी पर है। कहा जाता है कि यह मंदिर महाभारत काल (त्रेतायुग) में भी था। यह मंदिर करीब 900 साल पुराना है।

ये भी देखिये: महाशिवरात्रि पर आतंकी हमला: मंदिरों-शिवालयों में भीड़ है निशाना, हाई-अलर्ट जारी

क्या है इसकी मान्यता

महादेव के इस मंदिर को लेकर मान्यता है कि जब देवी मां जब सती हुईं थी। तब भगवान शिव की आंखों से निकले आंसू एक पहाड़ी पर गिरे थे। उनसे ही यहां पर एक जल सरोवर का निर्माण हुआ था। इस जल सरोवर की लंबाई 150 फुट और चौड़ाई 90 फुट है।

पांडवों ने किया था यहां के सात मंदिरों का निर्माण

आपको बता दें कि इस मंदिर से जुड़ी पांडवों की कई कथाएं प्रसिद्ध हैं। कहा जाता है कि यहां के सात मंदिरों का निर्माण पांडवों ने महाभारत काल में किया था। पांडवों ने अपने वनवास के दौरान लगभग 4 साल यहां बिताए थे। पांडवों ने अपने रहने के लिए सात भवनों का निर्माण किया था। वहीं भवन अब सात मंदिर के नाम से प्रसिद्ध है। वहीं यह भी मान्यता है कि इसी कुंड के तट पर युधिष्ठिर और यक्ष का संवाद हुआ था।

ये भी देखिये: उल्कापिंड का खुलासा: पृथ्वी पर जीवन का पता चलेगा इतिहास, सामने आयेगा सच

दोस्तों देश दुनिया की और को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।

Newstrack

Newstrack

Next Story