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ट्रंप ने WHO पर कसा तंज, फंडिंग रोकने की दी धमकी

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने डब्ल्यू एच ओ को चीन से हारा हुआ बताने के बाद संगठन पर तंज कसा है। ट्रंप ने डब्ल्यू एच ओ के प्रमुख एडहैनम गेब्रेयेसस को अपने निशाने पर लिया है।

Vidushi Mishra
Published on: 9 April 2020 6:22 PM IST
ट्रंप ने WHO पर कसा तंज, फंडिंग रोकने की दी धमकी
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नई दिल्ली। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने डब्ल्यू एच ओ को चीन से हारा हुआ बताने के बाद संगठन पर तंज कसा है। ट्रंप ने डब्ल्यू एच ओ के प्रमुख एडहैनम गेब्रेयेसस को अपने निशाने पर लिया है। इस पर टेड्रोस ने ट्रंप के आरोपों का जवाब देते हुए कहा था कि वह कोरोना वायरस की महामारी का राजनीतिकरण कर रहे हैं। उन्होंने अमेरिका को आगाह किया था कि महामारी पर राजनीति करने से और ज्यादा मौतें होंगी।

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ट्रंप कर रहे डब्ल्यू एच ओ की निंदा

डोनाल्ड ट्रंप ने उनके इसी बयान को लेकर हमला बोला है। ट्रंप ने कहा, "वे (टेड्रोस) हमें बता रहे हैं कि ज्यादा मौतें होंगी। अगर उन्होंने सही विश्लेषण दिया होता तो शायद लोगों की सेवा का जो काम उन्हें दिया गया है, वो ज्यादा बेहतर ढंग से हो पाता।

शुरुआत से ही डब्ल्यू एच ओ की तरफ से चीन के पक्ष में बयान दिए जा रहे थे, जैसे- सब कुछ ठीक हो जाएगा, एक इंसान से दूसरे इंसान में संक्रमण नहीं फैल रहा है। वे चाहते थे कि मैं अपनी सीमाएं खुली रखूं। मैंने उनके खिलाफ जाकर अपनी सीमाएं बंद कीं। उस वक्त ये मुश्किल फैसला था लेकिन हमने डब्ल्यू एच ओ की सलाह के खिलाफ जाकर फैसला किया।"

डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि चीन डब्ल्यू एच ओ को सिर्फ 4 करोड़ डॉलर ही देता है जबकि अमेरिका 40 करोड़ डॉलर से ज्यादा की फंडिंग करता है। लेकिन इसके बावजूद, सब कुछ चीन के पक्ष में किया जा रहा है।

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फंडिंग रोकने की धमकी

आगे उन्होंने कहा कि ये ठीक नहीं है, ये हमारे साथ अन्याय है। ईमानदारी से कहूं तो ये पूरी दुनिया के साथ अन्याय है। मुझे यकीन नहीं हो रहा है कि वे राजनीति की बात कर रहे हैं, उनके चीन के साथ संबंधों पर तो नजर डालिए। बता दें कि ट्रंप डब्ल्यू एच ओ की फंडिंग रोकने की धमकी भी दे चुके हैं।

अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने कहा कि अमेरिका डब्ल्यू एच ओ की फंडिंग की दोबारा समीक्षा कर रहा है। पोम्पियो ने कहा, संगठनों को काम करना पड़ेगा। उन्हें वो मकसद पूरे करने होंगे जिसके लिए उनको बनाया गया है।

आगे उन्होंने कहा कि ये वक्त ऐसे फैसले करने का नहीं है। पोम्पियो ने कहा कि चीन समेत तमाम देशों से कोरोना वायरस से संबंधित डेटा मिलना जरूरी है। सभी देशों को पारदर्शिता बरतनी चाहिए और बिना किसी छेड़छाड़ के सूचनाएं देनी चाहिए।

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डब्ल्यू एच ओ के प्रमुख टेड्रोस ने जेनेवा में प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ये वक्त ऐसी धमकियों का नहीं है क्योंकि दुनिया भर में कोरोना वायरस से 88,500 लोगों की मौतें हो चुकी हैं और 15 लाख के करीब संक्रमण के मामले हैं। सभी राजनीतिक दलों का ध्यान अपने लोगों को बचाने पर होना चाहिए।

इस वायरस का राजनीतिकरण ना करें। अगर आप लोग ज्यादा मौतें चाहते हैं तो ऐसा करिए। अगर हम सही रुख नहीं अपनाते हैं तो हमारे सामने ज्यादा लाशें रखी होंगी।

टेड्रोस ने ट्रंप के चीन की तरफ झुके होने के आरोप को भी खारिज किया था। उन्होंने कहा कि हम हर देश के करीब हैं और हमें भेदभाव करना नहीं आता है।

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Vidushi Mishra

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