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पाक का बर्बर चेहरा आया सामने, भारतीय अधिकारियों के साथ किया जघन्य काम
पाकिस्तान में भारतीय दूतावास के दोनों कर्मचारियों को बंधक बनाकर उन्हें टॉर्चर किया गया था। सुबह किडनैप किए गए दोनों अधिकारियों को रात में छोड़ दिया गया, लेकिन वे बेहद खराब हालत में थे।
इस्लामाबाद: सोमवार सुब पड़ोसी देश की राजधानी इस्लामाबाद में दो भारतीय उच्चायोग के दो अधिकारियों गायब होने की सूचना के बाद हड़कंप मच गया था। जिसके बाद शाम को पता चला कि दोनों अधिकारियों को पाकिस्तान ने हिट एंड रन मामले में गिरफ्तार किया है। जिसके बाद इंडिया ने पाकिस्तान को तलब किया था और कहा था कि गिरफ्तार किए गए अफसरों को ना तो परेशान किया जाए और ना ही उनसे किसी तरह की पूछताछ की जाए।
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कर्मचारियों को बंधक बनाकर किया गया टॉर्चर
लेकिन इस बीच खबर है कि पाकिस्तान में भारतीय दूतावास के दोनों कर्मचारियों को बंधक बनाकर उन्हें टॉर्चर किया गया था। सुबह किडनैप किए गए दोनों अधिकारियों को रात में छोड़ दिया गया, लेकिन वे बेहद खराब हालत में थे। सूत्रों के मुताबिक, करीब 12 घंटे तक हिरासत में दोनों अधिकारियों को इन्फॉर्मेशन के लिए जमकर पीटा गया। जब इन दोनों कर्मचारियों ने पानी मांगा तो उन्हें बेहद गंदा पानी दिया गया। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, दोनों से उनकी भूमिका और उच्चायोग (High Commission) के सभी कर्मचारियों के काम की जानकारी ली गई।
सुबह अधिकारियों को किया गया था किडनैप
बता दें कि दोनों कर्मचारियों को सोमवार सुबर करीब साढ़े आठ बजे दूतावास के पास स्थित एक पेट्रोल से उठाया गया था। छह गाड़ियों में सवार होकर हथियारों से लैस 15 से 16 लोग आए थे। पहले उनके हाथ बांधे गए और फिर उनकी आंखों पर पट्टी डाल दी गई। करीब दस मिनट की दूरी पर किसी जगह पर ले जाकर उनसे करीब छह घंटे तक पूछताछ की गई।
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लाठी-डंडों से पीटा और दिया गंदा पानी
पूछताछ के दौरान दोनों को कई बार लाठी-डंडों से पीटा गया और जब उन्होंने पानी मांगा तो उन्हें गंदा पानी पीने को दे दिया गया। उन्हें रात करीब नौ बजे भारतीय दूतावास को वापस सौंपा गया। लेकिन उनकी हालत बेहद खराब थी। दोनों के गर्दन, चेहरे और जांघ पर चोट के निशान हैं। दोनों का मेडिकल एग्जामिनेशन कराया गया, लेकिन किसी जानलेवा हमले का पता नहीं चला है।
भारतीय अधिकारियों को फंसाने की थी साजिश
बता दें कि दोनों भारतीय अधिकारियों को फंसाने के लिए इस्लामाबाद ने पूरी व्यवस्था की हुई थी। HT ने एक एफआईआर देखी है, जिसमें दावा किया गया कि दोनों अधिकारियों की कार से दस हजार पाकिस्तानी रुपये वाली फर्जी करंसी बरामद है। इसके अलावा पाकिस्तानी मीडिया में यह दावा किया गया कि दोनों अधिकारियों के वाहन से एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया था।
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आरोप है कि दोनों अधिकारी घायल व्यक्ति को वहीं छोड़कर फरार हो गए थे। जिसके बाद दोनों को गिरफ्तार किया गया है। इस आरोप को सच करने के लिए किडनैपर्स ने दबाव डालकर दोनों अधिकारियों से वीडियो में बुलवाया कि उनसे किसी का एक्सीडेंट हुआ है।
पाकिस्तान ने बदला लेने के लिए किया ऐसा?
यहीं नहीं दोनों कर्मचारियों को धमकी भी दी गई है कि आगे से उच्चायोग के लोगों का यहीं हाल किया जाएगा। बता दें कि पाकिस्तान की यह हरकत जवाबी कार्रवाई के तौर पर देखी जा रही है। इससे पहले भारत ने 31 मई को पाकिस्तानी उच्चायोग के दो कर्मचारियों को जासूसी करते पकड़ा था। जिसके बाद उन्हें 24 घंटे के अंदर पाकिस्तान को सौंप दिया गया। कहा जा रहा है कि पाकिस्तान ने बदला लेने के लिए ये हरकत की है।
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