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वैक्सीन से रहस्यमय बीमारी! टीकाकरण के 16 दिन बाद मौत, Pfizer पर उठे सवाल
अमेरिका के मियामी शहर में एक डॉक्टर ग्रेगरी माइकल की फाइजर की कोरोना वैक्सीन लगवाने के 16 दिन बाद मौत हो गई। वैक्सीनेशन से पहले वह पूरी तरीके से स्वस्थ थे।
नई दिल्ली: कोरोना संकट के बीच वैक्सीन आने से उम्मीदे बढ़ी हैं तो वहीं अमेरिका में वैक्सीन लगने के बाद भी संक्रमित होने के मामले सामने आ रहे हैं। पहले कैलिफोर्निया में एक स्वास्थ्यकर्मी को वैक्सीन दिए जाने के एक हफ्ते बाद ही वह संक्रमित हो गया। वहीं अब अमेरिका के मियामी शहर में एक डॉक्टर की वैक्सीन लगवाने के 16 दिन बाद मौत हो गयी।
फाइजर की वैक्सीन लगने के बाद डॉक्टर की मौत
दरअसल, अमेरिका में फाइजर वैक्सीन के टीके लग रहे हैं। ताजा मामला अमेरिका के मियामी शहर का है, जहां एक डॉक्टर ग्रेगरी माइकल की फाइजर की कोरोना वैक्सीन लगवाने के 16 दिन बाद मौत हो गई। इस बारे में डॉक्टर की पत्नी हेइदी नेकेलमान ने बताया कि बीते 18 दिसंबर को ग्रेगरी को कोरोना वैक्सीन लगाई गयी थी। वहीं वैक्सीनेशन से पहले वह पूरी तरीके से स्वस्थ थे।
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वैक्सीन लगने के तीन दिन बार दिखें ये साइड इफेक्ट
बताया जा रहा है कि रविवार को अचानक डॉक्टर ग्रेगरी को रोग प्रतिरोधक क्षमता से जुडी दुर्लभ बीमारी होने के बाद दिल का दौरा पड़ा और उनकी मौत हो गयी। अब ऐसे आरोप लग रहे हैं कि उनकी मौत की वजह फाइजर कोरोना वैक्सीन है। डॉक्टर की पत्नी ने कहा, 'मेरा मानना है कि डॉक्टर ग्रेगरी की मौता का सीधा संबंध वैक्सीन से है। इसकी कोई और वजह नहीं हो सकती। वैक्सीन लगने के बाद मेरे पति के खून में रहस्यमय गड़बड़ी आ गई थी।'
बीमारी का पता नहीं लगा सकें डॉक्टर
उन्होंने दावा किया कि वैक्सीनेशन से पहले डॉक्टर ग्रेगरी पूरी तरह से स्वस्थ थे। वह सिगरेट भी नहीं पीते थे। कभी कभी ही वह शराब पीते थे। एक्सरसाइज करते थे। वह व्यायाम करते थे। डॉक्टर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होने के बाद उनकी बीमारी का पता लगाने के लिए कई तरह की जाँच हुईं, कैंसर तक की जांच की गयी लेकिन मेडिकल टीम को पता नहीं चला की आखिर डॉक्टर ग्रेगरी को कौन सी बीमारी हुई है।
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वैक्सीन पर फ़ाइजर कंपनी ने दी सफाई
फ़ाइजर की वैक्सीन पर लग रहे आरोपों पर कम्पनी ने जवाब देते हुए बताया कि डॉक्टर ग्रेगरी के बहुत ही असामान्य मौत हुई है। कम्पनी इसकी और ज्यादा जांच कर रही है। वहीं उन्होंने कहा कि कम्पनी इस बात को नहीं मानती कि डॉक्टर ग्रेगरी की मौत का संबंध वैक्सीन से है।
बताया गया कि वैक्सीन लगने के बाद डॉक्टर ग्रेगरी में कोई साइड इफ़ेक्ट नहीं दिखा, लेकिन तीसरे दिन नहाते समय उन्होंने देखा कि हाथ और पैर में खून की तरफ लाल चकत्ते पड़े हुए हैं। इसके बाद ग्रेगरी ने माउंट सिनाई मेडिकल सेंटर में अपनी जांच कराय, तो अन्य डॉक्टरों को पता चला कि वह प्लेटलेट की भारी कमी से जूझ रहे हैं।
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