TRENDING TAGS :
अमेरिकी चुनाव: ट्रंप के समर्थन में जाॅर्ज बुश, कही ये बड़ी बात
चुनाव में बीस साल पहले रिपब्लिकन प्रत्याशी जॉर्ज डब्लू बुश और डेमोक्रेट अल गोर के बीच इसी तरह से मुकाबला फंस गया था। वोटों की गिनती का मामला सुप्रीम कोर्ट गया जहाँ बुश अंततः विजयी घोषित किये गए थे।
नई दिल्ली: अमेरिका के पूर्व प्रेसिडेंट जॉर्ज डब्लू बुश चुनाव की अनिश्चितता को लेकर डोनाल्ड ट्रम्प के समर्थन में आ गए हैं। बुश इस चुनाव में अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कहा है कि प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रम्प को वोटों की दोबारा गिनती का आग्रह करने और कानूनी रास्ता अख्तियार करने का पूरा अधिकार है। बुश ने ये भी कहा कि कोई भी अनसुलझा मसला सही तरीके से सुलझाया जाना चाहिए। बुश ने कहा कि इससे अमेरिकी लोगों का भरोसा बनेगा कि ये चुनाव मूलतः सही और निष्पक्ष रहा है। इससे चुनाव की शुचिता बनी रहेगी और नतीजा स्पष्ट रूप से सामने आ पायेगा।
ये भी पढ़ें:अर्नब गोस्वामी जेल में रहेंगे या मिलेगी जमानत, आज कोर्ट करेगा फैसला
चुनाव में बीस साल पहले रिपब्लिकन प्रत्याशी जॉर्ज डब्लू बुश और डेमोक्रेट अल गोर के बीच इसी तरह से मुकाबला फंस गया था। वोटों की गिनती का मामला सुप्रीम कोर्ट गया जहाँ बुश अंततः विजयी घोषित किये गए थे।
बुश का बयान
जॉर्ज डब्लू बुश ने अपने बयान में कहा कि डोनाल्ड ट्रम्प ने 7 करोड़ से ज्यादा अमेरिकी लोगों के वोट पाए हैं जो कि एक अभूतपूर्व राजनीतिक उपलब्धि है। उनको वोट देने वालों ने अपनी बात कह दी है और उनकी आवाज निर्वाचित रिपब्लिकन्स के जरिये सरकार के हर लेवल पर सुनी जायेगी।
इस बीच रिपब्लिकन सदस्य मिट रोमनी ने कहा है कि ट्रम्प को वोटों की दोबारा गिनती की मांग करने का पूरा अधिकार है क्योंकि मामला 10 हजार या उससे कम वोटों के अंतर का है। ऐसे में दोबारा गिनती अंतिम नतीजे को बदल सकती है। रोमनी ने कहा कि ट्रम्प गड़बड़ियों की बात कोर्ट में ले जाना चाहते हैं। अब अगर इनसे अंत में कोई फायदा नहीं होता है तो उनको नतीजा मानना होगा। बता दें कि मिट रोमनी भी राष्ट्रपति प्रत्याशी के मनोनयन की दौड़ में थे लेकिन डोनाल्ड ट्रम्प ने बाजी मार ली थी। रोमनी के अलावा कई रिपब्लिकन प्रतिनिधियों का कहना है कि ट्रम्प को हार स्वीकार नहीं करनी चाहिए। इनमें सेनेटर लिंडसे ग्रैहम भी हैं जो सीनेट ज्यूडिशियरी कमिटी के प्रमुख हैं। उनका कहना है कि ट्रम्प हारे नहीं हैं।
मुकदमेबाजी शुरू
ट्रम्प ने अभी तक अपनी पराजय स्वीकार नहीं की है और कहा है एक लम्बी कानूनी लडाई चलने वाली है। पेन्सिलवानिया, नेवाडा और जॉर्जिया समेत कई महत्वपूर्ण राज्यों में कानूनी लड़ाई शुरू कर दी है। कुछ राज्यों में ट्रम्प अपने प्रतिद्वंदी जो बिडेन से कुछ हजार वोटों से ही पीछे हैं।
ये भी पढ़ें:चीनी बंदरगाह पर फंसा भारतीय जहाज: क्रू-मेंबर की बिगड़ी तबियत, जानें पूरा मामला
मीडिया ने बिडेन को विजई घोषित किया है
सच्चाई ये है कि किसी भी राज्य ने जो बिडेन को जीत का प्रमाणपत्र जारी नहीं किया है। उनकी जीत की घोषणा अधिकारिक तौर पर नहीं की गयी है बल्कि अमेरिका की मीडिया ने अपनी तरफ से की है।
रिपोर्ट- नीलमणि लाल
दोस्तों देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।