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ट्रंप ने दी ईरान को फिर धमकी, कहा- नहीं माना तो भुगतना होगा अंजाम
देर रात इराक में अमेरिकी एयरबेस पर हुए हमले के बीच अमेरिका ने ईरान को एकबार फिर चेतावनी दी। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रविवार को कहा कि ईरानी सरकार प्रदर्शनकारियों की सामूहिक हत्या की हिमाकत नहीं करें।
वाशिंगटन: देर रात इराक में अमेरिकी एयरबेस पर हुए हमले के बीच अमेरिका ने ईरान को एकबार फिर चेतावनी दी। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रविवार को कहा कि ईरानी सरकार प्रदर्शनकारियों की सामूहिक हत्या की हिमाकत नहीं करें। हमारे राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने कहा है कि प्रतिबंध और प्रदर्शन ईरान को बातचीत के लिए विवश करेंगे। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि यदि ईरान बातचीत की पहल करता है तो इसकी अनदेखी नहीं की जा सकती है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि मिसाइल की चपेट में आए विमान हादसे के बाद तेहरान में सरकार विरोध शुरू हो गए हैं। सरकार को प्रदर्शनकारियों की आवाज दबाने की कोशिश नहीं करनी चाहिए। ईरान सरकार को मानवाधिकार संगठनों को तेहरान की जमीनी हकीकत दुनिया के सामने रखने की इजाजत देनी चाहिए। साथ ही चेताते हुए कहा कि ईरान में दोबारा प्रदर्शनकारियों का नरसंहार नहीं होना चाहिए।
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ट्रंप ने ट्वीट कर कहा कि बातचीत की पहल पूरी तरह ईरान के रवैये पर निर्भर होगा। इसके लिए ईरान को परमाणु हथियार हासिल करने की कोशिशों से बाज आना होगा। यही नहीं ईरान को मुल्क के प्रदर्शनकारियों की हत्या से भी परहेज करना होगा। अमेरिकी राष्ट्रपति का यह बयान एनएसए रॉबर्ट ओ ब्रायन के उस बयान के बाद आया है जिसमें उन्होंने कहा था कि ईरान के पास ट्रंप प्रशासन से बातचीत के अलावा अब कोई विकल्प नहीं है। उन्होंने यह भी कहा था कि ईरान के खिलाफ लगाए गए प्रतिबंध अब काम कर रहे हैं।
रविवार देर रात को इराक में अमेरिकी वायुसेना के अड्डे पर फिर आठ रॉकेट हमले किए गए। रिपोर्टों में कहा गया है कि ताजा हमले में इराकी वायु सेना के दो अधिकारी और दो सैनिक घायल हुए। अमेरिकी सेना का कोई भी जवान इसकी चपेट में नहीं आया। सेना ने अपने बयान में कहा कि बगदाद से लगभग 70 किलोमीटर उत्तर में स्थित अल-बलाड एयरबेस पर कत्यूशा श्रेणी के 8 रॉकेट गिरे। अमेरिका द्वारा कासिम सुलेमानी के खात्मे के बाद अमेरिकी ठिकाने को निशाना बनाकर यह तीसरा हमला किया गया।
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इससे पहले हुए हमले में ईरानी मीडिया ने 80 लोगों के मारे जाने का दावा किया था लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपति ने अपने संबोधन में साफ कर दिया था कि उक्त हमले में कोई भी अमेरिकी हताहत नहीं हुआ है। उन्होंने कहा था कि हमारी महान सेनाएं किसी भी एक्शन के लिए सदैव तैयार रहती हैं। मालूम हो कि सुलेमानी के मारे जाने के बाद ईरान ने बदला लेने की चेतावनी दी थी और अमेरिका को क्षेत्र से अपनी सेनाएं वापस बुला लेने को कहा था। बताया जाता है कि ताजा हमले में कोई अमेरिकी इसलिए हताहत नहीं हुआ क्योंकि तनाव के बाद अधिकांश सैनिकों ने एयरबेस छोड़ दिया है।