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Vivek Ramaswamy: विवेक रामास्वामी ने की पीएम मोदी की तारीफ, चीन को बताया अमेरिका के लिए सबसे बड़ा खतरा
Vivek Ramaswamy: रामास्वामी ने कहा कि मुझे लगता है कि अमेरिका लगातार यूक्रेन युद्ध में उलझकर गलती कर रहा है। इससे अमेरिका के हित नहीं सधेंगे। हमें वामपंथी चीन पर फोकस करना चाहिए और वही अभी अमेरिका के लिए सबसे बड़ा खतरा है।
Vivek Ramaswamy: भारतीय मूल के विवेक रामास्वामी ने एक ओर जहां भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए भारत और अमेरिका के मजबूत संबंध पर जोर दिया तो वहीं अमेरिका की चीन पर निर्भरता खत्म करने की बात कहते हुए चीन को अमेरिका के लिए सबसे बड़ा खतरा बताया है। बता दें कि विवेक रामास्वामी अमेरिका के भारत के साथ रणनीतिक संबंध भी मजबूत करने के समर्थक हैं। विवेक इन दिनों अपने चुनाव प्रचार के लिए अमेरिका के आयोवा स्टेट के दौरे पर हैं।
रामास्वामी ने पीएम मोदी की भी तारीफ करते हुए कहा कि ‘मुझे लगता है कि वह (पीएम मोदी) भारत के लिए अच्छे नेता हैं और मैं उनके साथ मिलकर भारत-अमेरिका संबंधों को मजबूत करना चाहता हूं।‘ 38 साल के रामास्वामी अमेरिका के अगले राष्ट्रपति की रेस में सबसे युवा उम्मीदवार हैं। वे एक अरबपति बिजनेसमैन हैं और वह रोइवंत साइंसेज नामक बायोटेक कंपनी के संस्थापक हैं। 23 अगस्त को मिलवाउकी, विंस्कोसिन में हुई रिपब्लिकन पार्टी की पहली प्रेसिडेंशियल डिबेट के बाद रामास्वामी की लोकप्रियता में जबरदस्त उछाल देखा गया है। डिबेट के दौरान वह अन्य रिपब्लिकन उम्मीदवारों पर भारी पड़े और डिबेट के बाद उनको चुनाव प्रचार के लिए मिलने वाले चंदे में भी गजब का उछाल आया है। फिलहाल रामास्वामी रिपब्लिकन पार्टी की ओर से ट्रंप के बाद दूसरे नंबर के उम्मीदवार बनकर उभरे हैं।
मीडिया के साथ बातचीत में विवेक रामास्वामी ने कहा कि अमेरिका और भारत के मजबूत संबंध, अमेरिका की चीन पर निर्भरता को खत्म कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि अमेरिका अभी आर्थिक रूप से चीन पर निर्भर है, लेकिन भारत के साथ संबंध मजबूत करके वह चीन पर निर्भरता से आजाद हो सकता है।
अंडमान में सैन्य संबंध मजबूत करने पर दिया बल-
उन्होंने कहा कि ‘अमेरिका को भारत के साथ अंडमान निकोबार में भी अपने सैन्य संबंध मजबूत करने चाहिए ताकि जरूरत पड़ने पर चीन को मलक्का स्ट्रेट में ब्लॉक किया जा सके।‘ बता दें कि चीन जो मध्य पूर्व के देशों से तेल की खरीद करता है तो उसके जहाज मलक्का स्ट्रेट से ही होकर गुजरते हैं। उन्होंने कहा कि भारत के साथ इन क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाना अमेरिका के हित में होगा।
यूक्रेन युद्ध में अमेरिका के उलझने के खिलाफ-
यही नहीं रामास्वामी यूक्रेन युद्ध में अमेरिका के उलझने के भी खिलाफ हैं। उन्होंने कहा कि अमेरिका की विदेश नीति की सबसे बड़ी चुनौती है कि हम अपनी जमीन को सुरक्षित नहीं कर रहे हैं और हम जो लड़ाइयां लड़ रहे हैं, उनसे अमेरिका के हितों को कोई लाभ नहीं होगा। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि अमेरिका लगातार यूक्रेन युद्ध में उलझकर गलती कर रहा है। इससे अमेरिका के हित नहीं सधेंगे। हमें वामपंथी चीन पर फोकस करना चाहिए और वही अभी अमेरिका के लिए सबसे बड़ा खतरा है।
आर्थिक रूप से चीन पर निर्भर अमेरिका
बता दें कि चीन दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और अमेरिका में सबसे ज्यादा आयात भी चीन से ही आता है। बीते साल अमेरिका और चीन के बीच का व्यापार सबसे ज्यादा 690 बिलियन डॉलर रहा। अमेरिका ने चीन से बीते साल 536 अरब डॉलर का सामान निर्यात किया, जो कि कुल आयात का 17 प्रतिशत है। अमेरिका ने भी चीन को 154 बिलियन डॉलर का निर्यात किया। अमेरिकी कंपनियां भी चीन में बड़े पैमाने पर मैन्युफैक्चरिंग कर रही हैं।