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Faisal Naseer: आखिर कौन है वो आईएसआई अफसर जिसका नाम लेते ही फंसे इमरान और रेंजर्स पूर्व पीएम को घसीटते हुए ले गए
Faisal Naseer: ‘मेरी बात ध्यान से सुनो’-पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान पत्रकार अरशद शरीफ की हत्या को लेकर लगातार शहबाज सरकार और सेना के खिलाफ मोर्चा खोले हुए थे। इमरान ने इससे पहले यह भी कहा था कि जनरल फैसल नसीर, पीएम शहबाज और गृहमंत्री राणा सनाउल्ला ने उनके हत्या की साजिश रची थी।
Faisal Naseer: पाकिस्तान में कुछ समय से हालात काफी खराब हैं। इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद से तो वहां और भी स्थितियां बिगड़ती जा रही हैं। उनकी पार्टी के कार्यकर्ता विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं। पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान खुद कोर्ट आए थे वह अपनी बात रखना चाहते थे। लेकिन इसी दौरान ऐसा क्या हो गया कि उनको अरेस्ट करने के लिए सेना के रेंजर्स आ गए और कोर्ट के खिड़की के शीशे तोड़कर उन्हें इस तरह से घसीटते हुए ले गए जैसे मानों कोई बड़ा अपराधी पकड़कर ले जा रहे हैं।
यहां सेना से पंगा लेना मतलब बुरे दिन शुरू होना
पाकिस्तान में सेना से पंगा लेना मतलब बुरे दिन शुरू होना और ऐसा ही हुआ पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के साथ। माना जा रहा है कि मंगलवार को हाई कोर्ट में इमरान खान अपना बयान दे रहे थे लेकिन इसके पहले पूर्व पीएम ने एक सीनियर आर्मी अफसर के खिलाफ बड़ा आरोप लगाया। पीटीआई प्रमुख इमरान खान ने आर्मी अफसर के खिलाफ अपने आरोपों को दुहराया, जिन पर उन्होंने कई मौकों पर उनकी हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया है। फिर क्या था जैसे ही इमरान खान ने इस शक्तिशाली आर्मी अफसर का नाम लिया तो उन्हें तत्काल अरेस्ट कर लिया गया।
वे मुझे जेल में डालना चाहते हैं
गिरफ्तारी से पहले पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा था कि मुझ पर कोई मामला नहीं है। वे मुझे जेल में डालना चाहते हैं, मैं इसके लिए तैयार हूं। इसके बाद खबर आई कि पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को गिरफ्तार कर लिया गया है। इस पर पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) ने ट्वीट कर कहा कि पाक रेंजर्स ने पार्टी के अध्यक्ष इमरान खान का अपहरण कर लिया है। इमरान खान ने यह टिप्पणी एक बगावत और हत्या के प्रयास के आरोपों से संबंधित एक अन्य मामले में इस्लामाबाद हाई कोर्ट (आईएचसी) के समक्ष पेश होने के लिए इस्लामाबाद जाने से पहले की।
गिरफ्तारी से पहले एक वीडियो पोस्ट किया था
दरअसल अपनी गिरफ्तारी से कुछ देर पहले पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने एक वीडियो पोस्ट किया था। वीडियो में इमरान एक शख्स के बारे में बात कर रहे हैं। वो उसे ‘ब्रिगेडियर‘ और ‘डर्टी हैरी‘ नाम से संबोधित करते हैं। इमरान दावा करते हैं कि इस शख्स ने उनकी हत्या कराने की कोशिश की है और साथ ही पाकिस्तानी पत्रकार अरशद शरीफ की हत्या के लिए यही व्यक्ति जिम्मेदार है, जिसका जिक्र पत्रकार की मां ने अपनी चिट्ठी में किया था।
बोले इमरान- मेरी हत्या की साजिश रच रहे हैं जनरल फैसल
इमरान खान ने पाकिस्तान की शक्तिशाली खुफिया एजेंसी आईएसआई के एक वरिष्ठ अधिकारी के खिलाफ बहुत गंभीर आरोप लगाए। पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि आईएसआई के जनरल फैसल नसीर उनकी हत्या की भी साजिश रच रहे हैं। इमरान ने कहा कि दो बार उनके हत्या की कोशिश की गई है।
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अरशद की हत्या के पीछे भी जनरल फैसल के हाथ होने का दावा
पूर्व प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान के चर्चित पत्रकार अरशद शरीफ की केन्या में क्रूर तरीके से हुई हत्या के पीछे भी जनरल फैसल नसीर के हाथ होने का दावा किया था। पत्रकार अरशद शरीफ अक्सर पाकिस्तानी सेना के खिलाफ अपनी आवाज उठाते रहते थे। अपनी हत्या की डर से ही अरशद केन्या चले गए थे, लेकिन उनकी केन्या में ही हत्या कर दी गई।
‘मेरी बात ध्यान से सुनो’
पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान पत्रकार अरशद शरीफ की हत्या को लेकर लगातार शहबाज सरकार और सेना के खिलाफ मोर्चा खोले हुए थे। इमरान खान ने इससे पहले यह भी कहा था कि जनरल फैसल नसीर, पीएम शहबाज और गृहमंत्री राणा सनाउल्ला ने उनके हत्या की साजिश रची थी। पूर्व पीएम को इस हमले में पैर में गोली लगी थी। हालांकि इमरान खान के आरोपों का सेना ने सिरे से खंडन किया था और बयान जारी किया था। पाकिस्तान के पूर्व पीएम ने कहा कि जाने से पहले, मैं दो बातें कहना चाहता हूं। सबसे पहले, आईएसपीआर ने एक बयान जारी किया है कि संस्था का अपमान किया गया है। एक खुफिया अधिकारी का नाम लेकर सेना का अपमान किया गया है जिसने मुझे दो बार मारने की कोशिश की है।
उन्होंने कहा कि आईएसपीआर साहब, मेरी बात ध्यान से सुनें। सम्मान सीमित, एक संस्था के लिए नहीं, सम्मान हर एक नागरिक के लिए होना चाहिए। पूर्व पीएम ने इस बात पर प्रकाश डाला कि वह देश की “सबसे बड़ी” राजनीतिक पार्टी के प्रमुख हैं, उन्होंने कहा कि उन्हें झूठ बोलने की जरूरत नहीं है। पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा, इस आदमी ने मुझे दो बार मारने की कोशिश की और जब भी जांच की जाएगी तो मैं यह साबित करूंगा कि यही आदमी था और जिसके साथ एक पूरा गिरोह है। उन्होंने आगे कहा कि पूरा देश जानता है कि इस विचाराधीन अधिकारी के साथ कौन है।
इमरान खान ने कहा कि मेरा सवाल है कि एक देश के पूर्व प्रधान मंत्री होने के बावजूद, क्योंकि इस आदमी का नाम सामने आया है क्यों, मैं एफआईआर दर्ज करने में असमर्थ रहा? उन्होंने कहा कि इसकी जांच होने के बाद ही सारी सच्चाई सामने आएगी। पीटीआई प्रमुख ने कहा, “अगर वह निर्दोष होता, तो इसका खुलासा हो जाता। पूर्व पीएम ने अधिकारी को “शक्तिशाली व्यक्तित्व” बताते हुए कहा कि वह पंजाब में सत्ता में होने के बावजूद मामला दर्ज करने में असमर्थ थे। उन्होंने कहा कि दो वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने वजीराबाद में उन पर जानलेवा हमले की जांच के लिए पंजाब सरकार द्वारा गठित संयुक्त जांच दल (जेआईटी) का हिस्सा बनने से इनकार कर दिया था। इमरान ने कहा कि इसके पीछे कौन था? यह शक्तिशाली कौन था?
अब इमरान खान अरेस्ट हो चुके हैं। पाकिस्तान का इतिहास गवाह रहा है कि जिसने भी सेना से पंगा लिया उसका हाल क्या हुआ यह सभी जानते हैं। पाकिस्तान में प्रधानमंत्री मतलब सेना के हाथ की कटपुतली। सेना उसे जैसे चाहती है वह वैसा ही करता है। अब इमरान का पंगा इस आर्मी अफसर से हुआ तो उनके पीछे अब सेना की लगता है पड़ गई है।
आइए जानते हैं आखिर कौन है फैसल नसीर
फैसल नसीर की पाकिस्तान सेना में भर्ती 1992 में हुई थी। फैसल की पहचान पाकिस्तान में एक जासूस के तौर पर भी होती है। पिछले साल अक्टूबर में फैसल को ब्रिगेडियर रैंक से मेजरल जनरल की रैंक पर प्रमोट किया गया था। इस पद को पाने के बाद नसीर को खुफिया एजेंसी आईएसआई में डायरेक्टर जनरल काउंटर इंटेलिजेंस का पद दिया गया। यह पद आईएसआई प्रमुख के बाद सबसे बड़ा पद होता है।
प्रसिद्ध पाकिस्तानी लेखक के बेटे हैं नसीर
नसीर के पिता शम्मा खालिद पाकिस्तान के प्रसिद्ध लेखक रहे हैं। काफी लम्बे समय तक उन्होंने पाकिस्तान रेडियो में उप-नियंत्रक के तौर पर अपनी सेवाएं दी। उन्हें राष्ट्रपति की ओर से सितारा-ए-इम्तियाज और नसीर को हिलाल-ए-शुजात पुरस्कार से नवाजा जा चुका है। नसीर को बलूचिस्तान और सिंध में उसे जासूसी के लिए जाना गया। इसके अलावा पिछले साल नसीर आईएसआई के दूसरे नम्बर के कमांडर बने, जिसका काम देश की अंदरूनी सुरक्षा को संभालना है।
कई सीक्रेट ऑपरेशन को दिया अंजाम
1992 में सेना में भर्ती होने के बाद नसीर की तैनाती कोर ऑफ मिलिट्री इंटेलिजेंस में हुई। उन्होंने बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा में सेना से जुड़े कई ऑपरेशन को अंजाम दिया है। ये ऑपरेशन सफल रहे और उनकी तरक्की का रास्ता साफ हुआ। यही नहीं सेना में रहकर नसीर ने कई खुफिया ऑपरेशन भी चलाए।
पाकिस्तान का सुपर सिपाही
मीडिया रिपोर्ट में बलूचिस्तान के सीनियर लीडर सरफराज बुगती कहते हैं, नसीर ने जिस तरह के ऑपरेशन को अंजाम दिया है और जिस तरह के काम किए, उसके कारण उन्हें पाकिस्तान का सुपर सिपाही कहा जाता है और उन्हें तमगा-ए-वजारत के अलावा प्रशासनिक कार्यों के लिए कई पुरस्कारों से नवाजा जा चुका है।
अगस्त 2022 में पहली बार चर्चा में आया नाम
फैसल नसीर के नाम की चर्चा अगस्त 2022 में पहली बार हुई, जब इमरान खान के करीबी शहबाज गिल को इस्लामाबाद में गिरफ्तार किया गया। उसके बाद पहली बार इमरान ने इस घटना का जिक्र करते हुए ही फैसल नसीर को डर्टी हैरी कहकर सम्बोधित किया था। यही नहीं तोशाखाना मामले में भी इमरान खान के खिलाफ लगे आरोपों में डर्टी हैरी की भूमिका बताई गई थी। इसके बाद अरेस्ट होने से पहले इमरान खान ने फिर अपने ट्वीट के जरिए भी फैसल नसीर का जिक्र किया था।