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World Malaria Day: हल्के में न लें जानलेवा हो सकती है यह बीमारी, जानें- मलेरिया के लक्षण और बचाव

World Malaria Day 2023: मलेरिया की बीमारी मच्छर के काटने से फैलती है। यह फ़ीमेल अनोफ़िलीज़ मच्छर के ज़रिए इंसानों के बीच फैलता है। यह बीमारी मलेरिया प्लैज़्मोडीयम विवेक्स नाम के वाइरस के कारण होता है।

Vertika Sonakia
Published on: 25 April 2023 6:55 PM IST
World Malaria Day: हल्के में न लें जानलेवा हो सकती है यह बीमारी, जानें- मलेरिया के लक्षण और बचाव
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विश्व मलेरिया दिवस(फोटो: सोशल मीडिया)

World Malaria Day 2023: कोरोना महामारी फैलने के बाद दुनियाभर में लोगों के बीच स्वास्थ को लेकर काफ़ी जागरूकता बढ़ी है। मलरिया एक ऐसी बीमारी है जो सालो से लोगों को अपना शिकार बनाते हुए आयी है। प्रत्येक वर्ष लोगों के बीच मलरिया बीमारी के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए विश्व मलेरिया दिवस मनाया जाता है।

विश्व मलेरिया दिवस का उद्देश्य
विश्व मलेरिया दिवस का उद्देश्य मलेरिया बीमारी के प्रति उनको जागरूक करना है। यह दिवस मलेरिया जैसी गंभीर बीमारी की ओर लोगों का ध्यान आकृष्ट करने, उसके निवारण और नियंत्रण के लिए मनाया जाता है।

मलेरिया के प्रकार
1. प्लैज़्मोडीयम फैलसिपेरम: इस रोग से पीड़ित व्यक्ति एक दम बेसुध हो जाता है। इस बुखार में लगातार उल्टियां होने से व्यक्ति की जान भी जा सकती है।
2. सोडियम पी विवैक्स: विवेक्स परिजीवी ज़्यादातर दिन के समय काटता है। यह मच्छर हर तीसरे दिन यानी 48 घंटे बाद अपना असर दिखाना शुरू करता है।
3. प्लैज़्मोडीयम ओवेल मलेरिया: मलेरिया का यह रूप बिनाईंन टरशियन मलारिया उत्पन्न करता है।
4. प्लैज़्मोडीयम मलेरिया: इसमें मरीज़ को हर चौथे दिन बुख़ार आता है। रोगी के यूरीन से प्रोटीन निकलता है और शरीर से प्रोटीन की कमी होकर सूजन आ जाती है।
5. प्लैज़्मोडीयम नोलेसी: यह मलेरिया का प्रकार दक्षिण पूर्वी एशिया में पाया जाता है।

मलेरिया के लक्षण
• बुख़ार आना
• पेट में दर्द
• तेज़ सास चलना
• चक्कर आना
• ठंड लगना
• थकान महसूस होना
• उल्टी आना

मलेरिया से बचाव

• मच्छर-दानी लगाकर सोएं और ध्यान रखें कि आसपास सफाई हो।
• घर के अंदर मच्छर मारनेवाली दवा छिड़कें और मॉस्‍कीटो रिपेलेंट मशीनों का इस्तेमाल करें।
• घर के दरवाजों और खिड़कियों पर जाली लगाकर रखें।
• कमरे में एसी और पंखों का इस्तेमाल करें, ताकि मच्छर एक जगह पर न बैठें.
• पूरी बाजू के कपड़े पहनें, ताकि आपके शरीर के अंग ज्‍यादा खुले न रहें।
• उन जगहों पर जानें से बचें जहां झाड़ियां हों या जहां पानी इकट्ठा हो क्योंकि वहां मच्छर पनपने का खतरा ज्‍यादा होता है।

बरसात में बढ़ जाता है मलेरिया का खतरा

भारत में वैसे तो पूरे साल ही मलेरिया का खतरा बना रहता है, लेकिन बरसात के मौसम में ये खतरा कहीं ज्‍यादा बढ़ जाता है. इसका कारण है कि बरसात के मौसम में जगह-जगह जलभराव होता है जिससे मच्छर पनपते हैं. ऐसे में साफ-सफाई का विशेष रूप से खयाल रखना बहुत जरूरी होता है.

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