Assam News: असम में बंद होंगे सभी मदरसे, बदले जाएंगे सरकारी स्कूलों में
Assam News: उन्होंने कहा, "हम पहले ही असम में 600 मदरसों को बंद कर चुके हैं। हमें मदरसों की नहीं, बल्कि कॉलेजों और विश्वविद्यालयों की स्थापना करने की जरूरत है।"
Assam News: असम में चल रहे सभी मदरसे बन्द कर दिए जाएंगे। असम सरकार पहले ही कई मदरसे बन्द कर चुकी है। मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने कहा है कि असम को मदरसों की नहीं, बल्कि कॉलेजों और विश्वविद्यालयों की जरूरत है।
कर्नाटक में आयोजित एक कार्यक्रम में असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा है कि राज्य में मदरसों की कोई आवश्यकता नहीं है और वह आने वाले दिनों में सभी मदरसों को बंद कर देंगे। उन्होंने कहा, "हम पहले ही असम में 600 मदरसों को बंद कर चुके हैं। हमें मदरसों की नहीं, बल्कि कॉलेजों और विश्वविद्यालयों की स्थापना करने की जरूरत है।"
मुगलों पर तीखा हमला
कर्नाटक के बेल्लारी में 'शिवचरित्र' नामक एक प्रदर्शनी का उद्घाटन करते हुए, असम के मुख्यमंत्री बिस्व सरमा ने मुगल शासकों पर भी तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि पहले मुगलों ने देश को नष्ट कर दिया था, और अब कांग्रेस उनके नक्शेकदम पर चल रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेसी केवल बाबरी मस्जिद के बारे में बोल रहे हैं और राम मंदिर के बारे में कभी नहीं बोले। सरमा ने कहा, "लोगों को उन कांग्रेसियों को एक उचित सबक सिखाना चाहिए जो मुगलों के समान हैं। उन्हें देश से बाहर निकालने की जरूरत है।"
इतिहासकारों पर निशाना
इतिहासकारों के एक वर्ग पर निशाना साधते हुए, सरमा ने कहा कि इतिहासकारों ने ऐसी तस्वीर पेश की मानों पूरा देश औरंगजेब जैसे मुगल शासकों के हाथों में था, लेकिन ये कभी खुलासा नहीं किया कि शिवाजी महाराज एक योद्धा के रूप में औरंगजेब से 10 गुना अधिक शक्तिशाली थे। उन्होंने कहा कि दक्षिण भारत और उत्तर पूर्व कभी भी औरंगजेब के शासन में नहीं थे लेकिन साम्यवादी इतिहासकार यह दिखाने की कोशिश करते हैं कि पूरा भारत औरंगजेब के नियंत्रण में था। आज हमें एक नया इतिहास लिखने की जरूरत है।
असम के सीएम ने इतिहास पर प्रकाश डालते हुए कहा, "औरंगजेब हमारी 'सनातन' संस्कृति को नष्ट करने में सक्षम नहीं था। औरंगजेब के शासन काल में 'सनातन' संस्कृति को समाप्त करने का प्रयास किया गया और कई लोगों को जबरन इस्लाम में परिवर्तित किया गया। उस समय छत्रपति शिवाजी महाराज ने जन्म लिया और उन्होंने दिखाया कि भारत माता उनके जैसे पुत्र को जन्म दे सकती है जो औरंगजेब को चुनौती दे सकता है।
3000 मदरसे
सरमा ने अक्सर मदरसों को कम करने या इन संस्थानों में दी जा रही शिक्षा की जांच करने की इच्छा व्यक्त की है। असम में वर्तमान में 3,000 पंजीकृत और अपंजीकृत मदरसे हैं।
2020 में, उन्होंने एक कानून पेश किया जो सभी सरकारी मदरसों को "नियमित स्कूलों" में बदलने की सुविधा प्रदान करेगा। सरमा ने कहा था कि राज्य पुलिस ऐसे बंगाली मुसलमानों के साथ काम कर रही है, जिनका शिक्षा के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण है, ताकि मदरसों में "अच्छा माहौल" बनाया जा सके। उन्होंने कहा था कि मदरसों में विज्ञान और गणित को भी विषयों के रूप में पढ़ाया जाएगा और शिक्षा के अधिकार का सम्मान किया जाएगा और शिक्षकों का एक डेटाबेस बनाए रखा जाएगा।