इसी महीने में लगेगा आखिरी चंद्र ग्रहण, यहां जानें तारीख, समय और सूतक काल

ज्योतिष विद्या के जानकारों के मुताबिक साल का अंतिम चंद्र ग्रहण भारत में नहीं नजर आयेगा। इसलिए सूतक काल भी यहां पर मान्य नहीं होगा। बता दें कि ग्रहण से पहले के समय को सूतक काल कहते हैं।

Update:2020-11-10 15:15 IST
इस वर्ष का सबसे अंतिम चंद्रग्रहण एशिया, ऑस्ट्रेलिया, प्रशांत महासागर और अमेरिका के कुछ इलाकों में नजर आयेगा।  जबकि यह चंद्रग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा। 

नई दिल्ली: इस साल का आखिरी चंद्रग्रहण नवंबर के महीने में लगने जा रहा है। चंद्रग्रहण 30 तारीख़ दिन सोमवार को लगेगा।

बताया जा रहा है कि इस वर्ष कुल 6 {चंद्र ग्रहण -4 और सूर्य ग्रहण-2} ग्रहण लगने हैं। जिसमें से ये अंतिम चंद्रग्रहण होगा। जबकि इस साल का आखिरी सूर्य ग्रहण दिसंबर के महीने में लगेगा।

प्राप्त जानकारी के अनुसार इस वर्ष आखिरी चंद्र ग्रहण एक उपछाया चंद्रग्रहण होगा, इस वजह से चंद्रग्रहण का सूतक काल मान्य नहीं होगा।

चन्द्रग्रहण (फोटो:सोशल मीडिया)

ये भी पढ़ें…इस कंपनी की कोरोना वैक्सीन 90 फीसदी सफल, जानिए कब तक आएगी

चंद्रग्रहण की तारीख और समय

ग्रहण का प्रारम्भ: 30 नवंबर 2020 की दोपहर 1:04 बजे। ग्रहण का मध्यकाल: 30 नवंबर 2020 की दोपहर 3:13 बजे। ग्रहण समाप्त: 30 नवंबर 2020 की शाम 5:22 बजे।

30 नवंबर को 1.04 बजे लगेगा चन्द्रग्रहण

यह चंद्र ग्रहण 30 नवंबर को 1.04 बजे लगेगा और शाम 5:22 बजे के बाद इसकी अवधि समाप्त हो जाएगी। इस बार अंतिम चंद्र ग्रहण भारत में नहीं नजर आयेगा। यही वजह है कि इस बार सूतक काल मान्य नहीं होगा।

ज्योतिष विद्या के जानकारों के मुताबिक चंद्र ग्रहण और सूर्य ग्रहण का हर व्यक्ति के जीवन पर कुछ न कुछ अच्छा या बुरा असर पड़ता ही है। इस वर्ष कुल 4 चंद्रग्रहण पड़ने हैं।

ये भी पढ़ें…बिहार विधानसभा चुनाव: CCTV से हो रही निगरानी, मतगणना के लिए आयोग तैयार

कहां-कहां दिखेगा चंद्रग्रहण

बता दें कि इस वर्ष का सबसे अंतिम चंद्रग्रहण एशिया, ऑस्ट्रेलिया, प्रशांत महासागर और अमेरिका के कुछ इलाकों में नजर आयेगा। जबकि यह चंद्रग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा इसलिए इसका प्रभाव भारत में नहीं पड़ने वाला है।

ये भी पढ़ें…ओली सरकार ने बदला नेपाल का नाम, देश में मचा बड़ा बवाल, अब होगा ये नाम

चन्द्रग्रहण (फोटो:सोशल मीडिया)

सूतक काल

ज्योतिष विद्या के जानकारों के मुताबिक साल का अंतिम चंद्र ग्रहण भारत में नहीं नजर आयेगा। इसलिए सूतक काल भी यहां पर मान्य नहीं होगा। बता दें कि ग्रहण से पहले के समय को सूतक काल कहते हैं।

ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, सूतक काल ग्रहण लगने से 9 घंटे पहले शुरु होता है और ग्रहण खत्म होने के साथ ही समाप्त हो जाता है। इस लिए ग्रहण लगने से पहले कोई भी शुभ कार्य करना अच्छा नहीं माना जाता है।

दोस्तो देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें

Tags:    

Similar News