Autonomous Racing League: 28 अप्रैल, 2024 को अबूधाबी में आयोजित होने जा रही ऑटोनॉमस रेसिंग लीग, 300 किमी प्रति घंटा की स्पीड से दौड़ेंगी बिना ड्राइवर की गाड़ियां

Autonomous Racing League: अबू धाबी के यस मरीना सर्किट में फॉर्मूला वन की तरह रेसिंग कारों की प्रतियोगिता का आयोजन होने जा रहा है। जिसमें सेल्फ ड्राइविंग तकनीक के तहत सॉफ्टवेयर एल्गोरिदम से लैस कारों को शामिल किया जाएगा। ये प्रतियोगित अगामी 28 अप्रैल, 2024 को अबू धाबी ऑटोनॉमस रेसिंग लीग (A2RL) को आयोजित की जाएगा।

Report :  Jyotsna Singh
Update:2024-01-07 12:30 IST

28 अप्रैल, 2024 को अबूधाबी में आयोजित होने जा रही ऑटोनॉमस रेसिंग लीग, 300 किमी प्रति घंटा की स्पीड से दौड़ेंगी बिना ड्राइवर की गाड़ियां: Photo- Social Media

Autonomous Racing League: ऑटोसेक्टर में अब तकनीकी विकास बड़ी तेज़ी से अपनी मजबूत दावेदारी दर्ज कर रहा है। यही वजह है कि अब लॉन्च होने वाली गाड़ियों में कई ऐसे फीचर्स को शामिल किया जा रहा है जिनके बारे में कुछ समय पहले तक अंदाजा भी लगा पाना नामुमकिन था। इसी कड़ी में आजकल Autonomous Driving Feature यानी बिना ड्राइवर के सिर्फ सेंसर और कैमरा के कमांड से चलने वाली कारों का चलन बढ़ता जा रहा है। इसी कड़ी में अब अबू धाबी के यस मरीना सर्किट में फॉर्मूला वन की तरह रेसिंग कारों की प्रतियोगिता का आयोजन होने जा रहा है। जिसमें सेल्फ ड्राइविंग तकनीक के तहत सॉफ्टवेयर एल्गोरिदम से लैस कारों को शामिल किया जाएगा। ये प्रतियोगित अगामी 28 अप्रैल, 2024 को अबू धाबी ऑटोनॉमस रेसिंग लीग (A2RL) को आयोजित की जाएगा। सबसे खास बात ये है कि इस रेस में विनर साबित होने वाली सेल्फ ड्राइविंग तकनीक से लैस कार को एक बड़ी रकम के तौर पर लगभग 19 करोड़ रुपये का ईनाम देकर उसे सम्मानित किया जाएगा।

क्या कहते हैं ASPIRE के कार्यकारी निदेशक

28 अप्रैल, 2024 को अबू धाबी ऑटोनॉमस रेसिंग लीग को लेकर ASPIRE के कार्यकारी निदेशक डॉ. टॉम मैक्कार्थी ने बताया, " सेल्फ ड्राइविंग सिस्टम से लैस कारों की प्रतियोगिता के जरिए हम देखना चाहेंगे कि दो से ज्यादा चालक रहित कारें ट्रैक पर अपना कैसा परफार्मेंस देती हैं। इस प्रतियोगिता में पहले साल में 10 कार शामिल की जानी हैं।

300 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ने में सक्षम होंगी ये कारें

इस प्रतियोगिता में शामिल ड्राइवर रहित दल्लारा सुपर फॉर्मूला SF23 ओपन-व्हील कारों में स्टीयरिंग व्हील, सीट, पैडल या ड्र्राइवर क्रैश-प्रोटेक्शन सिस्टम की कोई आवश्यकता नहीं होती है। इनमें इन सारे सिस्टम को बखूबी संचालित करने के लिए कॉकपिट की जगह एक कंप्यूटर फिक्स होता है।

इससे पहले भी 2017 में 185 किमी प्रति घंटा तक की रफ्तार से दो ड्राइवरलेस कारों के बीच इस तरह की प्रतियोगिता का आयोजन किया जा चुका है। लेकिन इस बार संपन्न होने वाली प्रतियोगिता में कारों की रफ्तार दुगुनी होगी। इसी के साथ ड्राइवर रहित कारों के साथ आयोजित होने जा रही इस ऑटोनॉमस रेसिंग लीग में शामिल होने वाली रेसिंग कार अपनी तूफानी रफ्तार का प्रदर्शन करने के लिए 300 किमी प्रति घंटा की गति तय कर लोगों को रोमांचित करेंगी।

किल स्विच' से थम जाती है इनकी रफ्तार

ड्राइवर लैस कारों की आयोजित होने वाली प्रतियोगिता में कार पूरी तरह से ऑटोनॉमस है। लेकिन एक बार इन कारों के रफ्तार भरने के बाद इन्हें रोकने के लिए मैन्युअली ऑपरेशन की जरूरत पड़ती है। जिसके तहत रेस शुरू होने के बाद इसे इसके रिमोट कंट्रोल पर मौजूद 'किल स्विच' से इन्हें तुरंत रोका भी जा सकता है। एशिया, यूरोप और अमेरिका में विश्वविद्यालयों और विशिष्ट संस्थानों द्वारा संचालित समान कारों का उपयोग रेस में भाग लेने आईं टीमों द्वारा किया जायेगा। प्रत्येक टीम सॉफ्टवेयर एल्गोरिदम को अपनी मर्जी के अनुसार ऑपरेट कर सकती है।

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