Electric vehicle ने तोड़े बिक्री के सारे रिकॉर्ड, 11 मिलियन पहुंच गयी अब दुनिया में ईवी गाड़ियों की संख्या

Electric vehicle : विश्वभर में बढ़ती पर्यावरण समस्याओं को देखते हुए, ईवी (इलेक्ट्रिक व्हीकल) की मांग तेजी से बढ़ रही है। नवीनतम रिपोर्ट्स के अनुसार, एक्सेलरेटिंग पर्यावरणीय चिंताओं के चलते इलेक्ट्रिक व्हीकल की बिक्री में एक ऐतिहासिक मोड़ आया है।

Update:2023-05-29 21:16 IST
electric vehicle (social media)

Electric vehicle: ग्लोबल स्तर पर प्रदूषण जैसी गंभीर समस्या से लड़ने के लिए आटोमोबाइल सेक्टर में जिस तेजी से इलेक्ट्रिक व्हीकल्स ने अपनी जगह बनाई उसको लेकर वाकई में चौका देने वाले आंकड़े निकल कर सामने आए हैं। जिसको सुनकर आप भी हैरान रह जाएंगे। इलेक्ट्रिक व्हीकल्स का बिक्री प्रतिशत समय के साथ बिजली की गति से अपना मुकाम तय कर रहा है। हाल ही में एक प्रतिष्ठित मीडिया हाउस द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, ग्लोबल स्तर पर इलेक्ट्रिक गाड़ियों की संख्या ने पिछले साल की अपेक्षा 14 प्रतिशत बढ़कर 11 मिलियन के आंकड़े को छू लिया है। ईवी सेगमेंट में अकस्मात आई इस बढ़त के पीछे सर्वाधिक क्रेडिट ऑटो मार्केट में मोस्ट डिमांडिंग रहीं कुछ कारों को जाता है। इस लिस्ट में शामिल कंपनियों में चीन की बीवाईडी, टेस्ला और एसएआईसी जीएम वुलिंग आदि कारों का नाम टॉप पर आता है। जिनका इलेक्ट्रिक गाड़ियों की मार्केट पर 36.11 प्रतिशत हिस्सा शामिल रहा।

चीन में ईवी सेगमेंट्स में वृद्धि की वजहें

चीन में बेशक इलेक्ट्रिक वाहनों के सेगमेंट तेज़ी से अपना पैर पसारा है। पूरी दुनियां में अगर इलेक्ट्रिक गाड़ियां बनाने वालीं 10 बड़ी इलेक्ट्रिक कार की बात करें तो ये अकेले सिर्फ चीन के ही हिस्से में आ जाती है। जबकि टेस्ला 10.3 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ बिक्री में तीसरे नंबर की कार मानी जा रही है। टॉप तीन इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता कंपनियां बीवाईडी, टेस्ला और सैक का लगभग 53 प्रतिशत मार्केट पर कब्जा काबिज कर रखा है।

चीन में ईवी सेगमेंट्स में वृद्धि की क्या है वजह

चीन में ईवी सेगमेंट्स में वृद्धि की वजहों पर बात करें तो इसके पीछे कई कारण निकल कर आते हैं, जिनमें मुख्य रूप से एक बड़ी वजह थी चीन में ईवी सेगमेंट्स की दिशा में ज्यादा से ज्यादा सरकारी प्रयासों के बाद इन वेहीकल्स की सप्लाई में बढ़ोत्तरी, दूसरा बड़ा कारण था तेल यानी डीजल, पेट्रोल की बढ़ती कीमतें भी ग्राहकों को ईवी की ओर आकर्षित करने की एक बड़ी वजह साबित हुईं। वहीं इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की कीमतों पर खास छूट के साथ कार कंपनियों द्वारा इन कारों पर दी जाने वाली गारंटी के चलते, चीन का इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की बिक्री का आंकड़ा तेज़ी के साथ ऊपर चढ़ता चला गया। वर्तमान समय में चीन में लगातार वृद्धि दर्ज करता इलेक्ट्रिक वाहनों का बिक्री प्रतिशत 31.3 के एक बड़े आंकड़े से बढ़कर अब 7 मिलियन जैसे बड़े स्तर पर पहुंच गया है।

ईवी सेगमेंट्स के मार्केट प्लेस पर क्या और सुधार की है जरूरत

ईवी सेगमेंट्स के मार्केट प्लेस पर उसको और ज्यादा बढ़ावा देने के लिए क्या और सुधार की जरूरत है, इस विषय पर अगर बात करें तो मीडिया द्वारा एक रिपोर्ट के मुताबिक, ओरिजिनल इक्विपमेंट मैनुफैक्चरर्स को इलेक्ट्रिक व्हीकल्स को प्रमोट करने के लिए ऐसी टेक्नोलॉजी का चुनाव करना होगा, जिससे कम बजट में बेहतर प्रोडक्ट मिल सके। क्यूंकि जिस तरह से इलेक्ट्रिक व्हीकल्स का मार्केट अपना दायरा बढ़ाता जा रहा है, उसके अनुरूप इंडस्ट्री में मांग और मुकाबला दोनों में ही तेजी से इजाफा होता नजर आ रहा है। इंडस्ट्री में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की डिमांड के अनुसार जो कंपनी ग्राहकों की डिमांड पर बिलकुल खरी उतरती है और तेज़ी से अपने प्रोडक्ट की डिलिवरी कर सकने में खुद को सक्षम बना लेती है।

वही, कंपनी अपने प्रतिद्वंदियों को पछाड़ते हुए कम से कम समय में अपनी जगह बनाने में सफल हो सकेगी और अपने सेगमेंट की विनर साबित होगी। इसके लिए OEMs को बहुत ही तेज़ गति से भागने की जरूरत है, जिसमें सोशल मीडिया, इंटरनेट और कम्युनिकेशन स्किल भी शामिल हैं। एक बेहतरीन चेन सप्लाई बनाने के लिए ऑटोमोबाइल कंपनियों को अभी काफी कुछ सीखने और नए कांसेप्ट पर काम करने की आवश्कता है। जिसमें मुख्य रूप से उन्हें ईवी सेगमेंट में प्रयोग आने वाले कल पुर्जों को बाहर से मंगवाने के लिए भी खास तौर से एक चरण बद्ध योजना पर काम करने की जरूरत है। जिसमें आने वाली लागत, खपत, इन्वेस्टमेंट, को-ऑपरेशन और मार्केट की जरुरत के मुताबिक अपनी सप्लाई को मैनेज करना भी शामिल है।

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