Hyundai and Kia Motors: हुंडई और किआ मोटर्स के इलेक्ट्रिक वाहनों में लगेंगी मेड इन इंडिया बैटरियां
Hyundai Motor Kia Partnership:अब दोनों कंपनियों ने इस काम को अंजाम देने के लिए बैटरी निर्माता एक्साइड एनर्जी से हाथ मिलाया है
Hyundai Motor Kia Partnership: भारत देश में इलेक्ट्रिक वाहनों की बढ़ती लोकप्रियता को देखते हुए इससे संबंधित इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए भी ऑटोमेकर कंपनियां तेजी से काम कर रहीं हैं। इस दिशा में हुंडई मोटर कंपनी और किआ मोटर्स ने एक साथ मिलकर भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों की बैटरी के स्थानीय निर्माण की योजना के लिए अपना कदम आगे बढ़ाया है। इसके तहत भारतीय बाजारों में इलेक्ट्रिक वाहन विस्तार के लिए लिथियम-आयरन-फॉस्फेट सेल को स्थानीय स्तर पर निर्मित किया जाएगा। अब दोनों कंपनियों ने इस काम को अंजाम देने के लिए बैटरी निर्माता एक्साइड एनर्जी से हाथ मिलाया है। यह समझौता 8 अप्रैल को लेकर दक्षिण कोरिया स्थित हुंडई मोटर समूह के नामयांग अनुसंधान और विकास केंद्र में किया गया है। EV बैटरी पैक के स्थानीय निर्माण की योजना के लिए तैयार समझौता ज्ञापन पर भी सभी कंपनियों के हस्ताक्षर भी किए जा चुके हैं। इस योजना के ऐलान के बाद जल्द ही इस योजना पर काम शुरू होने जा रहा है।
हुंडई मोटर और किआ किर्लोस्कर 2030 तक पेश करेंगी 50 लाख यात्री कारें
केंद्र सरकार की EV नीतियों के तहत दोनों कंपनियों के बीच हुए अनुबंध से आगामी EVs के लिए कम लागत वाली स्थानीय निर्मित लेड-एसिड बैटरियों का निर्माण किया जाएगा। स्थानीय बैटरी निर्माण के इस निर्णय से EV बैटरी की लागत में भारी कमी आएगी। इलेक्ट्रिक बैटरियों के निर्माण के क्षेत्र में हुंडई मोटर और किआ किर्लोस्कर अपने वाहनों के विस्तार में तेजी लाने पर काम कर रहीं हैं। हुंडई मोटर्स इसी दिशा में आगे बढ़ते हुए भारत में 2030 तक 50 लाख घरेलू वाहनों की बिक्री करने की योजना बना रही है। जिसमें 48 प्रतिशत SUV और 30 प्रतिशत इलेक्ट्रिक वाहनों को शामिल किया जाएगा।हुंडई 2032 तक 5 इलेक्ट्रिक कार पेश करने की तैयारी कर रही है। जबकि इलेक्ट्रिक वाहनों की रेंज में वृद्धि लाने के लिए किआ 2027 तक अपने लाइनअप में 15 EV शामिल करने जा रही है।