Tata-Tesla EV Cars: टाटा समूह और टेस्ला कम्पनी ने मिलाया हाथ, जानिए डिटेल
Tata Group And Tesla Company: EV वाहनों की बढ़ती मार्केट को देखते हुए टेस्ला भी स्थानीय निर्माण की अपनी योजना पर जोर दे रही है। आइए जानते हैं इस विषय पर विस्तार से
Tata-Tesla EV Cars 2024: भारतीय ऑटोमार्केट के इलेक्ट्रिक सेगमेंट में टाटा कंपनी सबसे ज्यादा EV कारों के निर्माण के साथ चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर में भी अपनी मजबूत मौजूदगी दर्ज करती है। तेजी से तकनीकी क्षेत्र में अपनी शानदार पारी खेलने वाली ये ऑटोमेकर कंपनी अब वैश्विक पटल पर एक और इबारत दर्ज करने जा रही है। असल मेंचिप यानी सेमीकंडक्टर निर्माण में टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है और इसी कड़ी में उसने टेस्ला के साथ साझा अनुबंध के तहत हाथ मिलाया है। जिसके बाद अब टेस्ला की कारों में टाटा कंपनी की बनाई हुई चिप को शामिल किया जाएगा।टेस्ला कंपनी ने ग्लोबल मार्केट में कार के संचालन में इस्तेमाल होने वाली चिप खरीदने के लिए टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स के साथ रणनीतिक साझेदारी के तहत अनुबंध पर साझा हस्ताक्षर भी किए है।भारत सरकार की इलेक्ट्रिक वाहन नीति के आने के भारत में EV वाहनों की बढ़ती मार्केट को देखते हुए टेस्ला भी स्थानीय निर्माण की अपनी योजना पर जोर दे रही है। आइए जानते हैं इस विषय पर विस्तार से
इसी महीने टेस्ला के प्रमुख एलन मस्क के भारत आने की उम्मीद
टेस्ला कार से जुड़ी योजना को लेकर अप्रैल महीने में टेस्ला के सीईओ एलन मस्क भारत के दौरे से जुड़ी अटकलों का बाजार इन दिनों काफी गर्म नजर आ रहा है। जिसके अनुसार एलन मस्क देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ जल्द ही एक बैठक में शामिल हो सकते हैं। और इस दौरान भारत में इन्वेस्टमेंट प्लान से जुड़े कुछ प्रोजेक्ट को लेकर भी मस्क घोषणा कर सकते हैं। अनुमान है कि टेस्ला भारत में अपनी कारों के उत्पादन के लिए प्लांट स्थापित करना चाहती है। जिसके लिए उसे यहां जमीन की तलाश है।
टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स ने चिप निर्माण के लिए शीर्ष स्तर पर भर्तियां की शुरू
चिप यानी सेमीकंडक्टर निर्माण में टाटा इलेक्ट्रॉनिक और टेस्ला के बीच हुई साझेदारी की योजना को लेकर अभी तक दोनों ही कंपनियों की तरफ से इस पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। लेकिन प्राप्त जानकारियों के आधार पर टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स ने चिप निर्माण के लिए टॉप लेवल के करीब 50 से 60 एक्सपर्ट्स के साथ इस दिशा में काम आरंभ करने के अलावा भर्तियां लेना भी आरंभ कर दिया है। अलग अलग देशों की दोनों शीर्ष कंपनियों के बीच यह समझौता देश के हित में भी काफी फायदेमंद साबित हो सकता है। क्योंकि इससे ग्लोबल मार्केट में EV चिप निर्माताओं की लिस्ट में भारत का नाम शामिल होने के साथ ही वैश्विक ग्राहकों के बीच में भी टाटा अपनी उपस्थिति दर्ज करने में कामयाब रहेगी।