Motorcycle Wheels: मोटरसाइकिल के अगले और पिछले पिछले पहिए में क्यों होता है अंतर, ये है खास वजह

Motorcycle Wheels: टायर चौड़ा और आगे वाला टायर पतला होता है। आखिर कंपनी पीछे वाला टायर चौड़ा क्यों रखती है। इसके पीछे कई बड़ी वजहें होती हैं। आइए जानते हैं ये अंतर क्यूं होता है

Report :  Jyotsna Singh
Update:2024-07-12 18:02 IST

Motorcycle Wheels

Motorcycle Wheels: क्या आपने कभी इस बात पर गौर किया है कि आपकी मोटर साइकिल के दोनों पहियों के बीच आकार में बड़ा अंतर होता है। जबकि सामान्य तौर पर लोग इस बात से अनजान होंगें, या जिन्होंने कभी अपने दोपहिया वाहनों में टायर रिप्लेस करवाए होंगें उन्हें इस बात की जानकारी हो सकती है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि बाइक्स में पीछे वाला टायर चौड़ा और आगे वाला टायर पतला होता है। आखिर कंपनी पीछे वाला टायर चौड़ा क्यों रखती है। इसके पीछे कई बड़ी वजहें होती हैं। आइए जानते हैं आखिर बाइक्स में पीछे और आगे टायर के बीच ये अंतर क्यूं होता है

टायर के बीच अंतर के पीछे ये होती है वजह

बाईक के दोनों टायरों के बीच अंतर के पीछे एक नहीं बल्कि कई बड़ी वजह छिपी होती हैं। असल में बाइक में पीछे इस्तेमाल किए जाने वाले चौड़े पहिए से चालक को कई तरह से लाभ होते हैं। इस अंतर की वजह से राइडर को आसानी से तेज रफ्तार में भी बाइक को किसी भी स्थान पर मोड़ने में कोई असुविधा नहीं होती। बाईक में आगे का पतला पहिया जहां बाईक सवार को ब्रेक और क्लच को कंट्रोल में रखने में सहायक साबित होता है वहीं बाईक में लगा चौड़ा टायर चलते समय जमीन पर ज्यादा जगह लेता हुआ चिपक कर चलता है इस खूबी की वजह से गाड़ी ब्रेक लगाने पर या तेज भागने पर कभी डिसबैलेंस नहीं होती। टायर की ये खूबी बाईक सवार को बेहतरीन बैलेंस और तेज रफ्तार में बाइक को मोड़ने और बाईक पर नियंत्रण रखने में मददगार साबित होती है।


टायर के बीच अंतर से मिलती है ब्रेकिंग में सुविधा

मोटरसाइकिल के टायर के बीच अंतर से बाईक सवार को ब्रेकिंग में बड़ी सुविधा मिलती है। आगे का पहिया बाइक में बेहतर हैंडलिंग को सुविधाजनक बनाने में मददगार साबित होता है वहीं बारिश में भीगी सड़कों और कीचड़ में बाइक में पीछे की ओर लगा चौड़ा टायर बारिश के मौसम में दुर्घटना की संभावना से भी सुरक्षित रखता है। असल में बाइक का चौड़ा टायर ब्रेक लगाने पर ज्यादा ग्रिप प्रदान करता है। चौड़ा टायर होने की वजह से ब्रेक लगाने पर बाइक बिना स्किड किए त्वरित रूप से अपनी जगह पर रुक जाती है।


टायर के बीच अंतर से मिलती है अधिक ट्रैक्शन की सुविधा

टायर के बीच अंतर से बाईक सवार को अधिक ट्रैक्शन की सुविधा प्राप्त होती है। बाईक में आगे का पतला पहिया जमीन पर चलते वक्त कम रोलिंग रेसिस्टेंस देता है। जिससे बाइक को रास्ते में मोड़ते समय बिना किसी असुविधा के सुविधाजनक बैलेंस प्राप्त होता है। जबकि बाइक के पीछे लगे चौड़े पहिए बाइक को बेहतरीन ग्रिप और शानदार ट्रैक्शन की क्षमता को बढ़ाने में सहायक होते हैं। साथ ही तेज रफ्तार और एक्सीलरेशन में भी चौड़ा टायर बड़ी भूमिका निभाता है। साथ जी इससे बाइक को बेहतर पावर भी मिलती है।


टायर के बीच अंतर से मिलती है अधिक लोड कंट्रोल की सुविधा

बाईक के टायर के बीच अंतर से अधिक लोड कंट्रोल की सुविधा का भी लाभ बाइक सवार को मिलता है। असल में बाइक में आगे कम वजन होने के कारण ज्यादा लोड नहीं आता। पतला टायर आराम से उस लोड को झेलने में सक्षम होता है। इसकी तुलना में बाईक में पीछे ज्यादा भारी होता है। बाईक पर एक से ज्यादा सवारी आराम से बैठ सकें ऐसे में चौड़ा पहिया इस वजन को झेलने मददगार साबित होता है साथ ही बाइक को बिना किसी असुविधा के बाईक सवार को स्मूथ राइड की सुविधा मिलती है।


टायर के बीच अंतर से मिलती है अधिक माइलेज की सुविधा

टायर के बीच अंतर से अधिक माइलेज की सुविधा भी बाइक को हासिल होती है। साथ ही यह ट्रैक्शन और बैलेंस के लिए काफी महत्वपूर्ण निभाने के साथ बाईक में शामिल चौड़ा टायर बाइक के इंजन को ज्यादा फोर्स जनरेट करने में मदद करता है। जबकि बाइक के आगे का पतला टायर पिछले के मुकाबले कम फोर्स जनरेट करता है, जिससे बाइक को बेहतरीन हासिल होने में मदद मिलती है। बाईक लॉन्ग राइड पर भी बेहतरीन प्रदर्शन करने में सक्षम होती है। अब ज्यादातर बाइक्स में पीछे चौड़ा पहिया दिया जाता है और आगे पतला पहिया मौजूद रहता है।

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