Bihar News: बिहार के कृषि मंत्री सुधाकर सिंह का इस्तीफा, खुद को बताया था चोरों का सरदार
Bihar News: मंत्री पद संभालने के बाद अपने विभाग के अफसरों को चोर बताते हुए खुद को चोरों का सरदार कह कर तेजस्वी यादव के लिए समस्या खड़ी कर दी थी।
Bihar News: बिहार के कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। यह जानकारी आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने दी। बिहार सरकार के कृषि मंत्री सुधाकर सिंह उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के लिए समस्या बन गए थे। सुधाकर सिंह, राष्ट्री य जनता दल के प्रदेश अध्यसक्ष जगदानंद सिंह के बेटे और कैमूर जिले की रामगढ़ सीट से विधायक हैं। उन्होंगने मंत्री पद संभालने के बाद अपने विभाग के अफसरों को चोर बताते हुए खुद को चोरों का सरदार कह कर तेजस्वी यादव के लिए समस्या खड़ी कर दी थी।
अपने बयानों से हमेशा चर्चा में रहने वाले कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने रविवार दोपहर डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को अपना इस्तीफा सौंपा। सुधाकर सिंह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से नाराज चल रहे थे। माना जा रहा है कि इसी नाराजगी के कारण उन्होंने अपना इस्तीफा दिया।
हाल में ही सुधाकर सिंह ने कहा था कि कृषि विभाग के सारे अफसर चोर हैं। और वो खुद चोरों के सरदार बताया हैं। इसके बाद इस बयान से बिहार की सियासत में हड़कंप सी मच गई थी कुछ दिन बाद कैबिनेट की बैठक में एजेंटों पर बातचीत खत्म होने के बाद मुख्यमंत्री ने सुधाकर सिंह को ठोक दिया था।
इसके बाद सुधाकर सिंह ने यहां तक कह दिया था कि कृषि विभाग में अफसरशाही हावी है। कृषि मंत्री पद की लेने के बाद सुधाकर सिंह लगातार अपनी ही सरकार पर हमला बोल रहे थे। उन्होंने कहा था कि ढाई सौ करोड़ का बीज तो निगम ही खा जाता है। और निगम के बीच भी फर्जी हैं। उन्होंने माप तोल विभाग को वसूली विभाग तक कह दिया था। इसके अलावा किसी मंत्री सुधाकर सिंह ने बिहार सरकार के दूसरे और तीसरे रूप कृषि रोडमैप पर भी सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा था कि इस रोडमैप से किसानों को कोई लाभ नहीं होने वाला है।
कृषि मंत्री के इस्तीफा के बाद प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने कहा है कि कृषि मंत्री मंडी कानून पर आवाज उठा रहा है। इस पर काफी आंदोलन भी चला। बिहार के कृषि मंत्री ने इस सवाल को उठाया और अपना त्याग पत्र बिहार सरकार को दे दिया है। हम नहीं चाहते हैं कि कोई लड़ाई आगे बढ़े। किसान और जवान की भूमिका को कभी नकारा नहीं जा सकता है। उन्होंने कहा कि कृषि मंत्री ने अपना त्याग पत्र भेज दिया है ताकि सरकार अच्छी तरह से चल सके।