Bihar Board : 10वीं, 12वीं के फेल 2.18 लाख छात्र होंगे पास, शाम 5 बजे आएगा रिजल्ट

बिहार बोर्ड 10वीं और 12वीं के लिए बीएसईबी कंपार्टमेंटल रिजल्ट 2021 को 19 जून को जारी करने का फैसला किया है। जिसमें 2.18 लाख फेल विद्यार्थियों को पास किया गया है।

Written By :  Rahul Singh Rajpoot
Update: 2021-06-19 08:12 GMT

फाइल फोटो, साभार-सोशल मीडिया

बिहार बोर्ड 10वीं और 12वीं के लिए बीएसईबी कंपार्टमेंटल रिजल्ट 2021 को आज यानि (19 जून) को जारी करने का फैसला किया है। बिहार बोर्ड ने कंपार्टमेंट परीक्षा में एक या दो विषय में फेल 2.18 लाख छात्रों को अनुत्तीर्ण अंकों के साथ पास करने का निर्णय लिया है। जिसके बाद आज इसका रिजल्ट जारी किया जाएगा। फेल छात्र बिहार बोर्ड की अपने आधिकारिक वेबसाइट results.biharboardonline.com पर जाकर शाम 5 बजे अपना परिणाम देख सकते हैं। शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा है कि वर्तमान स्थिति को देखते हुए फिलहाल मैट्रिक एवं इंटर कंपार्टमेंटल परीक्षा संचालित करना संभव नहीं है।

12वीं में 94,747 परीक्षार्थियों को मिला लाभ

इस वर्ष इंटर की परीक्षा में 13 लाख 40 हजार 267 परीक्षार्थी शामिल हुए थे, जिसमें से 10 लाख 48 हजार 846 परीक्षार्थी उत्तीर्ण हुए। बोर्ड द्वारा ग्रेस माक्र्स देने के बाद 94 हजार 747 विद्यार्थी सफल हुए हैं। अब इंटर में कुल सफल विद्यार्थियों की संख्या 11 लाख 46 हजार 320 हो गई है। उत्तीर्णता का फीसद बढ़कर 85.53 हो गया है। ग्रेस माक्र्स का लाभ प्राप्त करने वालों में कला संकाय के 53 हजार 939, वाणिज्य संकाय के 1814 तथा विज्ञान संकाय में 41 हजार 691 परीक्षार्थी शामिल हैं।

10वीं में 1.21 लाख से अधिक हुए सफल

मैट्रिक परीक्षा में इस वर्ष 16 लाख 54 हजार 171 परीक्षार्थी शामिल हुए थे, जिसमें से 12 लाख 93 हजार 54 परीक्षार्थी सफल हुए हैं। मैट्रिक में 78.17 फीसद परीक्षार्थी सफल हुए थे। बोर्ड द्वारा ग्रेस माक्र्स देने के बाद एक लाख 21 हजार 316 अतिरिक्त परीक्षार्थी सफल हुए हैं। अब मैट्रिक में पास होने वाले विद्यार्थियों की संख्या बढ़कर 14 लाख 14 हजार 370 हो गई है। विशेष ग्रेस माक्र्स देने के बाद 85.50 फीसद परीक्षार्थी सफल हुए हैं।


छात्र हित में लिया गया निर्णय : शिक्षा मंत्री

वहीं बिहार के शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने कोरोना संक्रमण के कारण छात्रहित में विशेष ग्रेस माक्र्स की देने की सहमति विभाग से मांगी थी। शिक्षा विभाग ने छात्रहित में यह निर्णय लिया है। इससे छात्रों का एक साल बर्बाद नहीं होगा। इसमें सफल छात्र किसी भी संस्थान में प्रारंभ नामांकन प्रक्रिया में शामिल हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि बिहार बोर्ड ने इस साल भी देश में सबसे पहले मैट्रिक व इंटर का रिजल्ट जारी किया है। सीबीएसई, आइसीएसई एवं अन्य राज्य के बोर्ड वार्षिक परीक्षा के आयोजन नहीं होने के कारण मूल्यांकन के विकल्पों पर विचार कर रहे हैं। वहीं, बिहार बोर्ड ने इंटर का रिजल्ट मार्च तथा मैट्रिक का अप्रैल प्रथम सप्ताह में जारी कर दिया था। बिहार बोर्ड का प्रयास सराहनीय है।

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