Bihar Politics: बिहार में चुनाव से पहले लालू की मुसीबत बढ़ी, चारा घोटाले की बड़ी रकम वसूलने की तैयारी

Bihar Politics: लालू प्रसाद यादव चारा घोटाले के पांच मामलों में सजायाफ्ता हैं। लालू यादव के अलावा कई अन्य नेताओं और अफसरों की गर्दन भी इस घोटाले में फंसी हुई है।;

Update:2025-03-28 12:47 IST

Lalu Prasad Yadav   (Photo: social media )

Bihar Politics: बिहार में विधानसभा चुनाव से पूर्व राष्ट्रीय जनता दल के मुखिया लालू प्रसाद यादव की मुसीबत बढ़ती हुई दिख रही है। राज्य में नीतीश कुमार की अगुवाई वाली एनडीए की सरकार लालू यादव से चारा घोटाले का पैसा वसूलने की तैयारी में जुट गई है। बिहार सरकार इस संबंध में सीबीआई और इनकम टैक्स विभाग से सलाह-मशविरा करने में जुटी हुई है।

सरकार की ओर से चारा घोटाले के 950 करोड़ रुपए की वसूली के लिए अदालत का दरवाजा खटखटाने की तैयारी है। इस तरह बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले 30 साल पुराने चारा घोटाले का जिन्न ने एक बार फिर बाहर निकल आया है। एनडीए के खिलाफ पूरी मजबूती से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे राष्ट्रीय जनता दल के लिए यह कदम मुसीबत बढ़ाएगा क्योंकि इसे लेकर सियासत गरमाने की संभावना है।

फिर बाहर निकल आया चारा घोटाले का जिन्न

बिहार में इस साल अक्टूबर-नवंबर में विधानसभा चुनाव प्रस्तावित है मगर उससे पहले 30 साल पुराना चारा घोटाला एक बार फिर चर्चा में आ गया है। दरअसल लालू प्रसाद यादव चारा घोटाले के पांच मामलों में सजायाफ्ता हैं। लालू यादव के अलावा कई अन्य नेताओं और अफसरों की गर्दन भी इस घोटाले में फंसी हुई है। यह घोटाला करीब 950 करोड़ रुपए का है और इस संबंध में कई केस दर्ज किए गए थे।

1996 के चारा घोटाले में अभी तक एक भी पैसे की वापसी नहीं हुई है। पटना हाईकोर्ट ने चारा घोटाले की जांच सीबीआई के हवाले करते समय गबन किए गए पैसे को सरकारी खजाने में लौटाने की जिम्मेदारी भी सौंपी थी। हाईकोर्ट के आदेश पर ही मार्च 1996 में चारा घोटाले की जांच सीबीआई को सौंपी गई थी।

बिहार सरकार कोर्ट जाने की तैयारी में

अब बिहार सरकार गबन की गई राशि को वापस सरकारी खजाने में जमा कराने की पहल करती हुई दिख रही है। हालांकि इस रकम की वसूली को काफी मुश्किल काम माना जा रहा है। गबन की राशि राजनेताओं के अलावा अफसरों और बिचौलियों की संपत्ति बेचकर वसूली जानी थी। यही कारण है कि इस काम को आसान नहीं माना जा रहा है।

वैसे बिहार सरकार सरकारी खजाने में रकम जमा कराने के लिए अदालत का दरवाजा खटखटाना की तैयारी कर रही है। इस संबंध में सीबीआई के अलावा इनकम टैक्स विभाग से भी मंथन किया जा रहा है। जानकार सूत्रों का कहना है कि सरकार की ओर से जल्द ही इस दिशा में कदम उठाया जाएगा।

चुनाव से पहले गरमाएगी सियासत

बिहार के चारा घोटाले की गूंज पूरे देश में सुनी गई थी। इस घोटाले के तहत पशुपालन विभाग के नाम पर फर्जी बिलों के जरिए सरकारी खजाने से 950 करोड़ रुपए की हेराफेरी की गई थी। 1996 में इस मामले का खुलासा हुआ था और इसे चारा घोटाले का नाम दिया गया था। इस मामले के आरोपियों में लालू प्रसाद यादव के अलावा कई अन्य नेता, सरकारी अफसर और बिचौलिए शामिल थे। इस मामले में कई लोगों को दोषी पाया गया तो कुछ बरी भी हो गए।

राजद मुखिया लालू प्रसाद यादव को भी पांच मामलों में सजा सुनाई गई थी। बिहार सरकार की ओर से रकम वसूलने की तैयारी के साथ अब उनकी मुसीबत बढ़ गई है। बिहार में जल्दी ही विधानसभा चुनाव होने वाला है। इसलिए माना जा रहा है कि इसे लेकर सियासत भी गरमा जाएगी। भाजपा और जदयू समेत एनडीए के अन्य सहयोगी दल भी इसे लेकर लालू पर हमलावर रुख अपनाएंगे और इन हमलों का जवाब देना राजद के लिए आसान नहीं होगा।

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