Bihar By Poll: मतदान तीन को, सारी तैयारियां पूरी, जानिए कौन-कौन है चुनावी रण में आमने-सामने

Bihar By Poll: मोकामा में मतदाताओं की कुल संख्या 2,79,852 है। वहीं गोपालगंज सीट की बात करें तो यहां 3,31,469 मतदाता वोट करेंगे।

Newstrack :  Network
Update:2022-11-02 12:26 IST

बिहार में उपचुनाव (फोटो: सोशल मीडिया ) 

Bihar Mokama Gopalganj By Poll: बिहार में उपचुनाव का प्रचार अब थम चुका है। 3 नवंबर यानी कल चुनाव होना है। इसके बाद दोनों सीटों पर महागठबंधन की ओर से राजद और एनडीए की ओर से भाजपा चुनावी मैदान में है। दोनों पार्टी के नेता अपनी-अपनी जीत का दावा कर रहे है। मोकामा में मतदाताओं की कुल संख्या 2,79,852 है। वहीं गोपालगंज सीट की बात करें तो यहां 3,31,469 मतदाता वोट करेंगे। दोनों जगहों पर सारी तैयारियां पूरी कर ली गई। उप चुनाव को शांतिपूर्ण ,भयमुक्त वातावरण में संपन्न कराने के लिए जिला प्रशासन द्वारा व्यापक स्तर पर इंतजाम किए गए हैं। सभी मतदान केंद्र पर 6 कर्मियों की प्रतिनियुक्ति के साथ भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है ताकि मतदान को शांतिपूर्ण संपन्न कराया जा सकें।

इस बाद दोनों सीटों में से सबसे चर्चित सीट मोकामा है। इसे बैटल ऑफ मोकामा का नाम दिया गया है। यहां 3 नवंबर को 289 बूथ पर सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक मतदान होगा। इस बार चुनावी रण यहां दो बाहुबली की पत्नी आमने-सामने हैं। एक तरफ है पूर्व विधायक अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी तो दूसरी तरफ ललन सिंह की पत्नी सोनम देवी। दोनों के समर्थक अपने-अपने जीत का दावा कर रहे हैं। मोकामा की समीकरण की बात करें तो यहां दोनों प्रत्याशी भूमिहार समाज से आते हैं। मोकामा की जातीय संरचना ऐसी है कि महागठबंधन और भाजपा दोनों को भूमिहार उम्मीदवार ही उतारना पड़ा।

गोपालगंज में भाजपा ने कुसुम देवी को दिया टिकट 

वहीं गोपालगंज की बात करें तो यहां भाजपा ने दिवंगत सुभाष सिंह की पत्नी कुसुम देवी को टिकट दिया है। जबकि महागठबंधन की ओर से राजद नेता मोहन गुप्ता मैदान में उतारे गए हैं। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के छोटे भाई साधु यादव की पत्नी के मैदान में आने के बाद मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है। यहां अब टक्कर सिर्फ बीजेपी और महागठबंधन मंत नहीं है। साधु यादव की पत्नी इंदिरा यादव बसपा के टिकट से चुनाव लड़ रहीं हैं। हालांकि, शुक्रवार शाम में राजद नेता मोहन प्रसाद के खिलाफ हाईकोर्ट में याचिका दायर हुई है। याचिककर्ता ने उनकी उम्मीदवारी पर रोक लगाने की मांग की है। अगर कोर्ट इस मामले में संज्ञान ले तो राजद के लिए मुश्किलें खड़ी हो सकती है।

इधर, शुक्रवार को चुनाव प्रचार खत्म होने से पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राज के विशेष राज्य के दर्जा के मुद्दे उठा दिया है। इसके बाद नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा है कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि मुख्यमंत्री केंद्र और राज्य की सत्ता में पिछले 33 वर्षों से आसीन है फिर भी बाढ़ को जिला नहीं बना सके। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार अपने 30 साल पहले पुराने वादे को भूल गए। महागठबंधन और भाजपा एक-दूसरे पर आरोप लगा रही है। दोनों दल अपनी-अपनी जीत का दावा भी कर रही है। अब देखना ये होगा कि जनता किस पार्टी पर अपना भरोसा जताती है।

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