Bihar News: बिहार में शिक्षा मंत्री की रामचरित मानस पर फिर विवादित टिप्पणी, जदयू ने जताई तीखी आपत्ति, महागठबंधन में बढ़ रही दरार

Bihar News: रामचरित मानस के संबंध में राजद कोटे के शिक्षा मंत्री के इस बयान से महागठबंधन में तकरार बढ़ती हुई नजर आ रही है।

Written By :  Anshuman Tiwari
Update:2023-02-28 17:38 IST

Bihar Education Minister chandrashekhar (Social Media)

Bihar News: बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने आज फिर रामचरित मानस को लेकर विवादित बयान दिया। विधानसभा परिसर में मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि रामचरित मानस के कुछ दोहे तो बिल्कुल कचरा हैं जिन्हें हटाया जाना चाहिए। रामचरित मानस के संबंध में राजद कोटे के शिक्षा मंत्री के इस बयान से महागठबंधन में तकरार बढ़ती हुई नजर आ रही है।

जदयू ने शिक्षा मंत्री के बयान पर तीखी आपत्ति जताई है। जदयू विधायक संजीव सिंह ने शिक्षा मंत्री के बयान पर आपत्ति जताते हुए कहा कि उन्हें कुछ भी समझ में नहीं आता है और वे हमेशा बकबक करते रहते हैं। जदयू विधायक ने यहां तक कहा कि शिक्षा मंत्री को मेंटल डिसऑर्डर है।

मानस में भरा हुआ है बहुत कूड़ा-कचरा

शिक्षा मंत्री ने मंगलवार को कहा कि रामचरित मानस में बहुत कूड़ा-कचरा भरा हुआ है जिसे साफ किए जाने की जरूरत है। इस ग्रंथ में शूद्रों के संबंध में कई अपमानजनक बातें लिखी गई हैं। शिक्षा मंत्री ने कहा कि अभी तो मैंने रामचरित मानस के कुछ भी दोहों पर सवाल खड़े किए हैं मगर इस ग्रंथ में दर्जनों ऐसे दोहे हैं जिन्हें लेकर मैं आगे भी सवाल खड़े करते रहूंगा।

वैसे यह पहला मौका नहीं है जब शिक्षा मंत्री ने रामचरित मानस को लेकर सवाल खड़े किए हैं। नालंदा विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह के दौरान उन्होंने मानस को समाज को बांटने वाला ग्रंथ बताया था। उनका कहना था कि यह ग्रंथ दलितों, शूद्रों और महिलाओं को शिक्षा हासिल करने और बराबरी का हक देने से रोकता है। उस समय भी उनके इस बयान पर खासा विवाद पैदा हुआ था।

जदयू विधायक ने कहा-मंत्री को मेंटल डिसऑर्डर

शिक्षा मंत्री के इस बयान पर जदयू के विधायक संजीव सिंह ने तीखी आपत्ति जताई है। बजट सत्र के दौरान विधानसभा परिसर में मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि शिक्षा मंत्री को कुछ भी ज्ञान नहीं है और वे अनाप-शनाप बयान देते रहते हैं। वे पब्लिसिटी पाने के लिए इस तरह का बयान दे रहे हैं। उनके बयानों से साफ है कि उन्हें मेंटल डिसऑर्डर है।

जदयू विधायक ने कहा कि शिक्षा मंत्री लोकतंत्र का नाजायज फायदा उठाने की कोशिश कर रहे हैं। सच्चाई तो यह है कि उन्हें अपनी बीमारी के इलाज की जरूरत है। अगर उन्हें इस धर्म में दिक्कत महसूस हो रही है तो वे अपना धर्म परिवर्तन क्यों नहीं कर लेते। जदयू विधायक ने शिक्षा मंत्री को चुनौती देते हुए कहा कि अगर उनमें हिम्मत है तो वे ईसाई, मुस्लिम या किसी दूसरे धर्म के बारे में कुछ भी बोलकर दिखाएं।

महागठबंधन में बढ़ रही दरार

इस मुद्दे को लेकर महागठबंधन में दरार बढ़ती हुई दिख रही है। चंद्रशेखर राजद कोटे के मंत्री हैं और उनके बयान पर जदयू की ओर से पहले भी आपत्ति जताई जा चुकी है। जदयू ने शिक्षा मंत्री से माफी मांगने की भी मांग की थी। जदयू की ओर से भले ही उनके बयान पर आपत्ति जताई जा रही हो मगर शिक्षा मंत्री को अपनी पार्टी का पूरा समर्थन हासिल है।

राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने शिक्षा मंत्री का समर्थन करते हुए कहा था कि इस मुद्दे पर पूरी पार्टी उनके साथ है। उनका यह भी कहना था कि शिक्षा मंत्री को माफी मांगने की जरूरत नहीं है क्योंकि उन्होंने कुछ भी गलत बात नहीं कही है। राजद नेता ने पूरे मामले को मंडल बनाम कमंडल बनाने की कोशिश की थी। शिक्षा मंत्री ने एक बार फिर अपनी विवादित बातों को दोहराया है जिसे लेकर फिर खींचतान शुरू होती दिख रही है।

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