Bihar: बिहार के 2 IPS अफसर पर गिरी गाज, पूर्णिया के SP दयाशंकर और गया के पूर्व SSP आदित्य कुमार निलंबित

Bihar: बिहार में दो बड़े आईपीएस अफसर पर गाज गिर चुकी है। राज्य सरकार ने पूर्णिया के एसपी दयाशंकर और गया के पूर्व एसएसपी आदित्य कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।

Newstrack :  Network
Update:2022-10-18 22:57 IST

बिहार के 2 IPS अफसर किए निलंबित

Bihar: बिहार में दो बड़े आईपीएस अफसर पर गाज गिर चुकी है। राज्य सरकार (state government) ने पूर्णिया के एसपी दयाशंकर (SP Dayashankar) और गया के पूर्व एसएसपी आदित्य कुमार (Former Gaya SSP Aditya Kumar) को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। दोनों को मुख्यालय हाजिर करवाया गया है। दोनों पर भ्रष्टाचार में लिप्त होने के आरोप थे। गृह विभाग में मंगलवार देर शाम इसको लेकर एक लेटर जारी की। इसमें बताया गया कि दोनों आईपीएस अफसरों पर भ्रष्टाचार के आरोप में कार्रवाई हुई है।

पुलिस विभाग ने लिया मामले पर फौरन संज्ञान

बता दें कि एसपी दयाशंकर के ठिकानों पर रेड परिचय यह रेड स्पेशल विजिलेंस यूनिट द्वारा पूर्णिया और पटना के करीब 7 ठिकानों पर एक साथ चली थी। इसमें 90 लाख की प्रॉपर्टी और तेरे 60 लाख की ज्वेलरी मिली थी। इतना ही नहीं एक थानेदार के घर से 11 लाख रुपए के बैग भी बरामद हुए थे। पुलिस विभाग ने इस मामले पर फौरन संज्ञान लिया।

पूर्णिया रेंज के पुलिसकर्मी को किया निलंबित

पूर्णिया रेंज के आईजी ने एसपी के रीडर एक सिपाही और सदर थानेदार को निलंबित कर दिया था। इसके बाद एसपी पर कार्रवाई का इंतजार किया जा रहा था। जांच के बाद विभाग ने मामले को सत्य पाया और एसपी को निलंबित कर दिया। फिलहाल आईपीएस दयाशंकर को मुख्यालय में रिपोर्ट करने का निर्देश दिया। गया।

आदित्य कुमार शराब मामले के एक केस में हैं आरोपी

वहीं, गया के पूर्व एसएसपी आदित्य कुमार पर आरोप है कि उसने अपने दोस्त अभिषेक अग्रवाल को पटना हाईकोर्ट का सीनियर जज बताकर बिहार के डीजीपी एसके सिंघल को करीब 40 से 50 वर्ष फोन करवाया। आदित्य कुमार शराब मामले के एक केस में आरोपी हैं, इसलिए उन्होंने अपने दोस्त अभिषेक अग्रवाल की मदद से डीजीपी को फोन पर दबाव बनाकर केस को रफा-दफा करवाया। इसके बाद जब पुलिस मुख्यालय को इस मामले में शक हुआ तो इसकी जांच करवाई गई।

जांच के दौरान यह पाया गया कि अभिषेक अग्रवाल अपने दोस्तों के साथ मिलकर फर्जीवाड़ा करता है। उसने ना सिर्फ डीजीपी को हाई कोर्ट का जज बनकर कॉल किया बल्कि कई आईपीएस अफसर के साथ सोशल मीडिया पर तस्वीर खिंचवाई और इससे अपने फायदे के लिए इस्तेमाल किया। इन फोटो को उसने फेसबुक समेत कई सोशल साइटों पर भी शेयर किया था। पुलिस ने अभिषेक अग्रवाल और उसके तीन दोस्तों को इस मामले में गिरफ्तार कर लिया।

जांच के दौरान आदित्य कुमार के खिलाफ मिले कई सबूत

पुलिसिया जांच के दौरान आदित्य कुमार इस मामले में संलिप्त पाए गए इसके बाद जांच टीम बनाई गई। जांच के दौरान आदित्य कुमार के खिलाफ कई सबूत मिले पुलिस मुख्यालय ने उन्हें निलंबित कर दिया। आदित्य कुमार के खिलाफ एफआइआर भी दर्ज कर लिया गया है। फिलहाल वह फरार चल रहे हैं। पुलिस टीम उनकी तलाश कर रही है।

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