Jitan Ram Manjhi: शराबबंदी वाले बिहार में मांझी ने गरीबों को दी 'दारू टिप्स' कहा- लिमिट में पियो, जैसे बड़े लोग पीते हैं...IAS-IPS तो रात में पीते हैं

मांझी इतने पर ही नहीं रुके,उन्होंने कहा, कि 'राज्य में पैसे वाले लोग, धनवान और रसूखदार व्यक्ति जैसे- आईएएस (IAS), आईपीएस (IPS), डॉक्टर( Doctor), इंजीनियर आदि रात में शराब पीते हैं।

Update: 2021-12-16 10:18 GMT

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शराबबंदी को लेकर लंबे समय से अपनी पीठ थपथपाते रहे हैं। लेकिन, हाल के दिनों में एक के बाद एक शराब पीने या भारी मात्रा में जब्त होने के मामले आने के बाद बिहार सरकार और प्रशासन पर लगातार उंगलियां उठती रही हैं। इन सबके बीच आज राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने एक बड़ा बयान दिया। उनके इस बयान ने सही मायनों में बिहार में पूर्ण शराबबंदी के दावे की पोल खोलकर रख दी। मांझी इतने पर ही नहीं रुके,उन्होंने कहा, कि 'राज्य में पैसे वाले लोग, धनवान और रसूखदार व्यक्ति जैसे- आईएएस (IAS), आईपीएस (IPS), डॉक्टर( Doctor), इंजीनियर आदि रात में शराब पीते हैं।

दरअसल, जीतन राम मांझी ने ये बातें मीडिया से बातचीत के दौरान कही। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने आगे कहा, 'यह ओपन सीक्रेट है।' मांझी यहीं नहीं रुके उन्होंने कहा, यह सही है कि जो बड़े लोग हैं, जैसे ठेकेदार, पैसे वाले, धनवान, इंजीनियर, डॉक्टर यहां तक की आईएएस (IAS), आईपीएस (IPS) हैं, ये सभी लोग रात में 10 बजे के बाद लिमिट में (हिसाब से) शराब पीते हैं।

गरीबों को दी शराब पीने की टिप्स 

अपनी बेबाक बोलने की शैली के लिए चर्चित जीतन राम मांझी ने कहा, 'जब ये रसूखदार लोग पीते हैं तो दुनिया इनके पीने को नहीं जानती। लेकिन वो शराब पीते हैं।' इस दौरान मांझी ने शराब पीने को लेकर गरीबों को सलाह भी दे डाली। बिहार के पूर्व सीएम गरीबों से बोले, 'क्यों पीकर इधर-उधर करते हो। लिमिट में पीयो, जैसे बड़े लोग पीते हैं। पकड़ने की बात इसलिए आती है, क्योंकि तुम पीकर चौराहे पर घूमने लगते हो। इसलिए बड़े लोगों से सीखो। रात में लेना है, तो लेकर सो जाओ और सुबह उठकर काम करो।'

'मैं भी चूहा खाता था' 

साल 2014 में बिहार में आई बाढ़ से प्रभावित लोगों के चूहा खाकर जिंदा रहने की खबर पर बिहार के तत्कालीन मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने विचित्र बयान दिया था। उन्होंने कहा, कि चूहा मारकर खाना खराब बात नहीं है। मैं भी चूहा खाता था। तब उनके इस बयान ने मीडिया में खूब सुर्खियां बटोरी थी। दरअसल, जीतन राम मांझी मुसहर जाति से आते हैं। देश के जिन इलाकों में यह दलित जाति है वहां सामाजिक, आर्थिक और शैक्षणिक रूप से अब भी बेहद पिछड़ी है। आजादी से पहले मुसहर जाति इस अभाव में गुजर बसर करने को बेबस थी, कि पेट भरने के लिए अनाज तक नहीं मिल पाता था तो मजबूरी में पेट भरने के लिए ये चूहा मारकर खाते थे।

'नहीं होगी कानून वापसी' 

बिहार में शराबबंदी मुद्दे पर हाल की घटनाओं के बाद बड़ी बहस जारी है। बीते दिनों सीएम नीतीश कुमार ने साफ-साफ कहा था कि राज्य सरकार किसी भी हालत में शराबबंदी कानून को वापस नहीं लेगी। बल्कि, शराब पीने-बेचने की घटनाओं को लेकर और सख्त कदम उठाएगी। नीतीश कुमार के इस बयान के बाद अब पूर्व सीएम जीतन राम मांझी का बयान चौंकाने वाला आया है। 

बता दें, कि बिहार में साल 2016 से ही शराबबंदी लागू है। बावजूद आए दिन शराब बरामद होने की घटनाएं सामने आती रहती हैं। जाहिर है कि लोग चोरी-छिपे इसे पी रहे हैं। इसी के मद्देनजर सबसे बड़ी घटना पिछले महीने सामने आई थी जब जहरीली शराब पीने से अलग-अलग जिलों में कई लोगों की मौत हो गई थी। 

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