Bihar Politics: नीतीश सिर्फ विपक्षी दलों को जोड़ रहे, नहीं होंगे PM पद के उम्मीदवार, जदयू और राजद ने किया साफ
Bihar Politics: राजद नेता और बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने भी कहा है कि न तो किसी को पीएम बनना है और न सीएम। हमें भाजपा के खिलाफ मजबूत मोर्चा बनाना है।
Bihar Politics: विपक्षी दलों की एकजुटता के लिए पटना में होने वाली बड़ी बैठक से पूर्व जदयू ने पीएम पद की दावेदारी को लेकर बड़ा बयान दिया है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी विपक्ष की ओर से पीएम पद का उम्मीदवार माना जा रहा है । मगर जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने साफ कर दिया है कि नीतीश कुमार पीएम पद के उम्मीदवार नहीं है। राजद नेता और बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने भी कहा है कि न तो किसी को पीएम बनना है और न सीएम। हमें भाजपा के खिलाफ मजबूत मोर्चा बनाना है।
जदयू के अध्यक्ष ने कहा कि नीतीश कुमार का मकसद 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को केंद्र की सत्ता से बेदखल करना है। अपने इस मिशन को पूरा करने के लिए वे सिर्फ विपक्षी दलों को एकजुट बनाने की भूमिका निभा रहे हैं। विपक्षी दलों की एकजुटता में पीएम पद को लेकर उलझा पेंच बड़ी बाधा माना जाता रहा है। ऐसे में जदयू और राजद नेता ने विपक्षी दलों के बीच गलतफहमी दूर करने के लिए बैठक पटना बैठक से पूर्व बड़ा बयान दिया है।
नीतीश पीएम पद के उम्मीदवार नहीं
जदयू कार्यकर्ताओं की एक बैठक को संबोधित करते हुए पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा कि पीएम पद की दावेदारी को लेकर हम पहले ही स्थिति स्पष्ट कर देना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार पिछले साल से ही भाजपा के खिलाफ विपक्षी दलों की एकजुटता के मिशन में जुटे हुए हैं। उनका उद्देश्य भाजपा को एक बार फिर सत्ता में आने से रोकना है। इसके लिए नीतीश कुमार विपक्षी नेताओं से मुलाकात करके उनका समर्थन मांग रहे हैं। भाजपा के खिलाफ विपक्ष का साझा उम्मीदवार उतारकर भाजपा को सत्ता में आने से रोका जा सकता है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार का मकसद विपक्षी दलों को एकजुट बनाना है। वे खुद पीएम पद के उम्मीदवार नहीं हैं।
हालांकि ललन सिंह के संबोधन के दौरान जदयू कार्यकर्ताओं की ओर से नारे लगाए जा रहे थे कि हमारा पीएम कैसा हो, नीतीश कुमार जैसा हो। जदयू कार्यकर्ताओं की इस नारेबाजी पर ललन सिंह ने नाराजगी भी जताई। उन्होंने कहा कि इस तरह के नारे लगाने से विपक्षी एकता को बल नहीं मिलेगा। इसलिए पार्टी कार्यकर्ताओं को इस तरह की नारेबाजी से परहेज करना चाहिए।
18 दलों के नेता लेंगे बैठक में हिस्सा
जदयू अध्यक्ष ने कहा कि पटना में 23 जून को होने वाली विपक्षी दलों की बैठक में 18 दलों के नेताओं ने हिस्सा लेने पर सहमति दे दी है। नेशनल कांफ्रेंस के मुखिया डॉक्टर फारूक अब्दुल्ला और पीडीपी की प्रमुख महबूबा मुफ्ती भी इस बैठक में हिस्सा लेने के लिए पटना पहुंचेंगी। उन्होंने कहा कि इन दोनों नेताओं के अलावा कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, सपा मुखिया अखिलेश यादव, एनसीपी के प्रमुख शरद पवार और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी विपक्ष की इस अहम बैठक में हिस्सा लेंगे।
किसी को पीएम या सीएम नहीं बनना
इस बीच राजद नेता और बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने भी साफ कर दिया है कि ना तो किसी को पीएम बनना है और ना सीएम। उन्होंने कहा कि हम लोगों का एकमात्र मकसद भाजपा के खिलाफ मजबूत मंच बनाना है। जो लोग देश का संविधान बदलना चाहते हैं और देश में दंगा फसाद करना चाहते हैं,ऐसे लोगों के खिलाफ लड़ाई को और मजबूत बनाना ही हमारा मकसद है।
बिहार भाजपा के नेता सम्राट चौधरी की ओर से राहुल गांधी की तुलना ओसामा बिन लादेन से किए जाने पर भी तेजस्वी यादव ने तीखी प्रतिक्रिया जताई। उन्होंने कहा कि किसी के चरित्र हनन के मामले में भाजपा के नेता किसी भी हद तक जा सकते हैं।
राजद नेता ने कहा कि हाल में हुए चुनावों में हिमाचल प्रदेश और कर्नाटक में भाजपा को हार का सामना करना पड़ा है। आने वाले दिनों में कई और राज्यों में भाजपा हारेगी। तेजस्वी ने कहा कि भाजपा के नेता चाहे जो बयान दें मगर हम जनता की बात करने में जुटे हुए हैं।