Bihar Politics: पहले चरण के चुनाव से पहले RJD को बड़ा झटका, टिकट न मिलने से नाराज नेता ने थामा नीतीश का हाथ
Bihar Politics: टिकट न मिलने से नाराज चल रहे आरजेडी नेता ने पार्टी का दामन छोड़ जदयू ज्वाइन कर लिया है। बिहार में पहले चरण के चुनाव से ठीक पहले बुलो मंडल का पार्टी छोड़ना राजद के महंगा साबित हो सकता है।
Bihar Politics: लोकसभा चुनाव में पहले चरण के लिए मतदान कल यानी 19 अप्रैल को होगा। बिहार की 4 लोकसभा सीटों पर चुनाव की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। साथ ही निर्वाचन आयोग ने भी कल के चुनाव कार्यक्रम से संबंधित जरूरी दिशा-निर्देश जारी कर दिया है। इसी क्रम में आज देर शाम आरजेडी को बड़ा झटका लगा है। टिकट न मिलने से नाराज राजद नेता बुलो मंडल ने पार्टी का साथ छोड़ दिया है। बता दें, राजद का हाथ छोड़ मुख्यमंत्री नीतीश की पार्टी जदयू ज्वाइन कर ली है। आज देर शाम सीएम नीतीश ने बुलो मंडल को जदयू की सदस्यता दिलाई।
राजद को अब मेरी जरूरत नहीं: बुलो मंडल
चुनाव से ठीक एक शाम पहले बुलो का राजद छोड़ना पार्टी के लिए झटका साबित हो सकता है। नीतीश कुमार की पार्टी ज्वाइन करते हुए बुलो मंडल ने कहा कि राजद अब लालू प्रसाद वाली पार्टी नहीं रही। साथ ही अब राजद को मेरी जरूरत नहीं रही। पार्टी के अंदर आंतरिक लोकतंत्र अब लगभग समाप्त हो चुका है।
आरजेडी नेता की जुबान फिसली
इसके अलावा आज बिहार के सारण लोकसभा सीट से भी एक बड़ी घटना सामने आई। यहां से राजद सुप्रिमो लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य आरजेडी की टिकट से चुनावी मैदान में हैं। बीते दिन आरजेडी प्रत्याशी रोहिणी के पक्ष में चुनाव प्रचार को लेकर सारण में एक जनसभा आयोजित की गई थी। इस सभा में खुद पार्टी सुप्रिमो लालू प्रसाद यादव भी पहुंचे थे। इसी मंच से जनता को संबोधित करते हुए आरजेडी सांसद सुनील कुमार सिंह की जुबान फिसल गई और उन्होंने रोहिणी आचार्य को जिताने के बदले हराने की अपील कर दी।
सांसद ने तुरंत बात को पलटा
सांसद सुनील कुमार सिंह ने संबोधन में कहा, 'आरजेडी कार्यकर्ताओं और नेताओं से मैं बस इतना ही कहना चाहता हूं कि पार्टी प्रत्याशी रोहिणी आचार्य को इतने भारी वोट से हराइए।' हालांकि, जैसे ही सुनील कुमार की जुबान फिसली, उसके कुछ देर बाद ही उन्हें इस बात का एहसास हो गया कि उनसे गलती हो गई है। फिर उन्होंने तुरंत डैमेज कंट्रोल करते हुए कहा,'अरे...अरे मतलब उन्हें जिताइए कि आने वाला इतिहास भी रोहिणी आचार्य को याद करे।'