Bihar BJP leader Sushil Kumar Modi : ठंड में चढ़ा सियासी पारा, डैमेज कंट्रोल को कूदे सुशील मोदी, मांझी ने दी सरकार गिराने की धमकी

ठंड में गिरते पारे के बीच बिहार का राजनीतिक पारा चढ़ने लगा है। बीते दो दिनों से बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी सत्ताधारी नीतीश सरकार को घुड़की दे रहे हैं। मतलब, नीतीश कुमार की सरकार को गिराने की धमकी दे रहे हैं।

Newstrack :  Network
Published By :  aman
Update:2021-12-29 10:17 IST

ठंड में गिरते पारे के बीच बिहार का राजनीतिक पारा चढ़ने लगा है। बीते दो दिनों से बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी सत्ताधारी नीतीश सरकार को घुड़की दे रहे हैं। मतलब, नीतीश कुमार की सरकार को गिराने की धमकी दे रहे हैं। दरअसल, ये सारा विवाद शुरू हुआ था बिहार सरकार में बीजेपी कोटे से मंत्री नीरज सिंह बबलू के एक बयान से। जिसके बाद जीतन राम मांझी ने नीतीश सरकार को गिराने की धमकी तक दे डाली।

विवाद बढ़ता देख भारतीय जनता पार्टी के राज्यसभा सांसद और बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी डैमेज कंट्रोल में जुटे हैं। मोदी ने कहा, कि 'जीतन राम मांझी वरिष्ठ नेता हैं, उन पर घटक दलों की ओर से ऐसी कोई बयानबाजी नहीं होनी चाहिए।'

'ब्राह्मणों को गाली' से जुड़ा है मामला  

दरअसल, ये पूरा विवाद 'ब्राह्मणों को गाली' देने से जुड़ा है। जीतन राम मांझी ने पिछले दिनों ब्राह्मण समाज को लेकर आपत्तिजनक शब्द बोले थे। जिसकी भरपाई करने के मकसद से मांझी ने सोमवार को ब्राह्मण भोज कराया था। इसी दौरान बीजेपी नेता और सरकार में मंत्री नीरज कुमार बबलू ने जीतन राम मांझी पर ताबड़तोड़ हमला बोल दिया। बबलू ने मांझी को राजनीति से संन्यास लेने की राय तक दे डाली।

ये था बयान, जिससे बढ़ा विवाद 

भारतीय जनता पार्टी के कोटे से मंत्री नीरज सिंह बबलू ने कहा था, कि 'नीतीश कुमार ने जीतन राम मांझी को मुख्यमंत्री बनाया। मगर, ऐसा लगता है कि मांझी पर अब उम्र का दुष्प्रभाव हो रहा है। जीतन राम मांझी को समझना चाहिए, कि उनका बेटा भी नीतीश कुमार सरकार में मंत्री है। इस प्रकार के अनाप-शनाप बयान से उन्हें बचना चाहिए।' साथ ही बबलू ने कहा, कि 'मांझी को राजनीति से संन्यास लेकर राम नाम जपना चाहिए।' बस, इसी अंतिम लाइन पर मांझी भड़क गए।  

बयानबाजी से पहले 20 बार सोचें 

बीजेपी नेता के इस बयान से बिहार के पूर्व सीएम मांझी की पार्टी इतनी आगबबूला हो गई, कि उन लोगों ने अपने सभी चार विधायकों के सहयोग से चलने वाली नीतीश कुमार सरकार को गिरा देने तक की धमकी दे डाली। मांझी की पार्टी 'हम' के प्रवक्ता दानिश रिजवान ने कहा, 'जीतन राम मांझी को नीरज कुमार बबलू की सलाह की कोई जरूरत नहीं है। उन्हें ध्यान रखना चाहिए, कि अगर मांझी ने अपने चार विधायकों का समर्थन सरकार से वापस ले लिया तो नीरज कुमार बबलू मंत्री भी नहीं रहेंगे। इसलिए बयानबाजी से पहले बबलू को 20 बार सोचना चाहिए।' 

सुशील मोदी आए डैमेज कंट्रोल को आगे 

मांझी की पार्टी हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा यानी हम की तरफ से दी गई धमकी के बाद बीजेपी बैकफुट पर दिखी। बीजेपी के ओर से इस विवाद पर पूर्व उप मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने ट्वीट कर मांझी की वरिष्ठता का हवाला दिया। उन्होंने याद दिलाया कि जब बीजेपी नेता गजेंद्र झा ने मांझी की जुबान काटने की धमकी दी थी, तो पार्टी ने उन्हें निलंबित कर दिया था। जिसका साफ संदेश था कि दलित समाज को धमकाने या अपमानित करने वालों को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

लगता है बीजेपी की इस पहल के बाद शायद एनडीए में चल रहे इस गृहयुद्ध का पटाक्षेप हो। चूंकि, जीतन राम मांझी दलित मुसहर समाज से आते हैं इसलिए भारतीय जनता पार्टी पहले भी बदजुबानी पर अपने एक नेता की बलि दे चुकी है। बीजेपी राज्य में दूसरे नंबर की पार्टी है और फ़िलहाल किसी की नाराजगी उठाना नहीं चाहती है।   jitan ram manjhi bihar politics niraj kumar bablu nitish kumar sushil kumar modi damage control latest bihar news

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