Bihar News: मुस्लिम विधायकों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सौंपा ज्ञापन, मुस्लिम समाज के लिए अलग आरक्षण की मांग की
Bihar News: विधायकों ने अपने ज्ञापन के माध्यम से मुस्लिम समाज का आर्थिक पिछड़ापन, मुसलमानों के बदतर हालात सहित जनसंख्या के आधार पर अलग से आरक्षण सहित अन्य मांगों का उल्लेख किया।
Bihar News: बिहार में जाति जनगणना के बाद अब मुस्लिम विधायकों ने भी अपने अपने समाज के लिए अलग से आरक्षण की मांग उठाया है। मुस्लिम विधायकों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें मुस्लिम समाज के लिए अलग से आरक्षण की व्यवस्था की मांग की। विधायकों ने अपने ज्ञापन के माध्यम से मुस्लिम समाज का आर्थिक पिछड़ापन, मुसलमानों के बदतर हालात सहित जनसंख्या के आधार पर अलग से आरक्षण सहित अन्य मांगों का उल्लेख किया। बिहार में जातिय जनगणना के बाद आरक्षण का प्रतिशत बढ़ाकर 65 प्रतिशत करने का मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रस्ताव पर विधानसभा और विधान परिषद ने अपनी मुहर लगा दी है। इसके बाद से मुस्लिम समाज भी अपने लिए आरक्षण की मांग शुरू कर दी है।
विधायकों ने अपने पत्र के माध्यम से कहा कि बिहार जाति आधारित गणना का सर्वेक्षण का प्रतिवेदन विधानसभा में प्रस्तुत किया गया जिसके अवलोकन से स्पष्ट हो रहा है कि बिहार में मुस्लिम समाज की आबादी 17.70 प्रतिशत है, परन्तु सरकारी नौकरी में इस समाज के लोगों की हिस्सेदारी का प्रतिशत 1 प्रतिशत से भी कम है। मुस्लिम समाज के 30 प्रतिशत लोगों की आबादी की मासिक आय 6000 रुपए तक है। इस समाज का आर्थिक पिछड़ापन अनुसूचित जाति के समान है। सामान्य वर्ग से आने वाले मुस्लिम जातियों की भी हालत हिन्दू समाज के पिछड़े वर्ग से आने वाली जातियों से भी बदतर है।
ज्ञापन देने वाले विधायकों में अख्तरुल इस्लाम शाहीन, इजहार अश्फी, महबूब आलम, सउद आलम, इजहारूल हुसैन, सैय्यद रुकनुद्दीन अहमद, अंजार नईमी, मो० नेहालुद्दीन शामिल रहे। बिहार में जातिय जनगणना के बाद आरक्षण का प्रतिशत बढ़ाकर 65 प्रतिशत करने का मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रस्ताव पर विधानसभा और विधान परिषद ने अपनी मुहर लगा दी है। इसके बाद से मुस्लिम समाज भी अपने लिए आरक्षण की मांग शुरू कर दी है।