Bihar News: बिहार से बड़ी खबर, पीएफआई मामले में NIA-ATS की बड़ी कार्रवाई, दरभंगा से एक संदिग्ध गिरफ्तार
PFI Case in Bihar: यानी रविवार 2 जुलाई को सुबह 5 बजे एनआईए और एटीएस की टीम ने एक साथ बिहार के दो बड़े शहरों राजधानी पटना और दरभंगा में छापा मारने पहुंची। दोनों जगहों पर रेड करीब साढ़े चार घंटे तक चली।
Bihar News Today: प्रतिबंधित कट्टरपंथी इस्लामिक संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के बिहार माड्यूल के खिलाफ सुरक्षा एजेंसियों की कार्रवाई जारी है। पिछले कई महीनों से एनआईए की टीम लगातार बिहार में छापेमारी कर रही है। रविवार को एकबार फिर जांच एजेंसी की ओर से एक ऐसी ही कार्रवाई देखने को मिली। इस बार राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के साथ-साथ एंटी टेरर स्कवॉड (एटीएस) की टीम भी रेड में शामिल है।
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जानकारी के मुताबिक, आज यानी रविवार 2 जुलाई को सुबह 5 बजे एनआईए और एटीएस की टीम ने एक साथ बिहार के दो बड़े शहरों राजधानी पटना और दरभंगा में छापा मारने पहुंची। दोनों जगहों पर रेड करीब साढ़े चार घंटे तक चली। एनआईए और एटीएस की इस कार्रवाई से दोनों शहरों में हड़कंप मच गया। छापेमारी चलने तक बाहर पुलिस का सख्त पहरा रहा।
दरभंगा से एक संदिग्ध गिरफ्तार
सुरक्षा एजेंसियों ने दरभंगा के बहेरा थाना क्षेत्र के गाजियाना गांव और छोटकी बाजार से एक संदिग्ध युवक को हिरासत में लिया है। संदिग्ध के बारे में बताया जा रहा है कि वह पटना के एक मदरसे में रहकर पढ़ाई करता था। युवक अरबी भाषा को अनुवाद करने में माहिर है। एनआईए को शख्स के बारे में खुफिया इनपुट मिला था कि उसका पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई से कन्केशन है। टीम ने उसके पास से बरामद दो मोबाइल फोन और बैंक डिटेल्स अपने साथ ले गई है।
पटना में किताब दुकान पर मारी रेड
दरभंगा के साथ-साथ एनआईए और एटीएस की टीम ने राजधानी पटना में भी छापेमारी की। पटना में टीम ने ये कार्रवाई फुलवारी शरीफ की इमारत – ए - शरिया के पास मोहम्मद रियाजुद्दीन कासमी की किताब दुकान में की। इस किताब दुकान में उर्दू और अरबी भाषा की किताबें मिलती हैं। स्थानीय लोगों ने बताया कि टीम किताबों में कुछ ढूंढ रही थीं मगर उन्हें कुछ नहीं मिला।
एनआईए सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, बिहार में आज हुई कार्रवाई तमिलनाडु से गिरफ्तार किए गए मुमताज अंसारी से पूछताछ के दौरान मिली जानकारी के आधार पर की गई। अंसारी बिहार के ही पश्चिम चंपारण जिले का रहने वाला है। वो पीएफआई के केस में वांछित था। लेकिन वह फरार चल रहा था। अंसारी तमिलनाडु के तिरूवल्लूवर जिले में छिपकर अपनी पहचान बदल कर रह रहा था। वह वहां एक फैक्ट्री में काम करता था।
बिहार एटीएस को जब उसके बारे में खुफिया जानकारी मिली थी, तो टीम तमिलनाडु पहुंच गई। करीब 10 दिनों तक वहां रहने के बाद मुमताज अंसारी को दबोच लिया गया। इसके बाद एटीएस ने उसे एनआईए को सौंप दिया था। तब से वह एनआईए के निगरानी में है।