Bihar News: अचानक गिरा रावण, क्रेन से उठाया गया फिर हुई बुराई पर अच्छाई की जीत

Bihar News Today: तेज हवा के कारण पटना के गांधी मैदान में कार्यक्रम में काफी असर पड़ा। दहन से पहले रावण का पुतला धड़ाम हो गया।

Newstrack :  Network
Update:2022-10-05 20:51 IST

क्रेन से उठा कर किया रावण दहन। 

Bihar News Today: कोरोना (Coronavirus) के कारण 2 साल बाद पूरे बिहार में अलग-अलग जगह पर रावण दहन (Ravana Dahan) हुआ। हालांकि कई जगह बारिश और तेज हवा ने रावण दहन का कार्यक्रम पर असर डाला। तेज हवा के कारण पटना के गांधी मैदान में कार्यक्रम में काफी असर पड़ा। दहन से पहले रावण का पुतला धड़ाम हो गया। रावण का पुतला गिर गया। कार्यक्रम में आए लोग जमकर तालियां बजाने लगे। हालांकि, इन सब के बावजूद रावण दहन के लिए आयोजकों ने क्रेन की मदद से फिर से रावण को खड़ा कर दिया है। फिर रावण वध हुआ। आयोजकों ने पॉल्यूशन का ध्यान रखते हुए इस बार ईको फ्रेंडली रावण दहन (Eco Friendly Ravan Dahan) किया गया।

प्लास्टिक वार्निश से बनाए गए थे पुतले

पुतला पर बारिश का असर न पड़े। बारिश की संभावना को देखते हुए रावण, मेधनाद और कुंभकर्ण के पुतलों पर प्लास्टिक वार्निश की गई थी। बता दें कि पुतला दहन कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Bihar CM Nitish Kumar) ने किया। उनके साथ उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) भी यहां मौजूद रहे। सुरक्षा के दृष्टिकोण से गांधी मैदान में सभी के बैठने का अलग अलग इंतजाम किया गया था। पटना पुलिस (Patna Police) चप्पे-चप्पे पर तैनात थी। इस दौरान सुरक्षा के पुख्ता के खास इंतजाम किए गए थे। सीसीटीवी कैमरे से निगरानी की जा रही थी।

आयोजकों का कहना

आयोजकों का कहना है कि इस बार रावण का पुतला 70 फीट, कुंभकर्ण 65 फीट और मेघनाथ का पुतला 60 फीट का बनाया गया था। इन पुतलों को बनाने में 16 कलाकार लगे थे। इसे 25 दिन से काम कर रहे थे। इसमें 7 तरह के कलर, 550 पीस खड़ा कच्चा बांस, 250 किलो पेपर, 100 किलो रस्सी, 1200 मीटर राजस्थानी कपड़ा, 1200 मीटर जूट, 200 सीट फैंसी पेपर और दो लाख के ईको फ्रेंडली पटाखे का उपयोग किया गया। इसके अलावा बक्सर, मुज्जफरपुर, भागलपुर, नवादा, पूर्णिया समेत कई जगहों पर पुतला दहन कार्यक्रम हुआ।

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