Bihar: टिकट के लिए 5 करोड़ लेने के आरोप पर तेजस्वी यादव ने दी सफाई, कही ये बात
आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने टिकट के लिए 5 करोड़ लेने का आरोप के मामले को लेकर संजीव कुमार सिंह को ही कठघरे में खड़ा कर दिया। साथ में कहा कि इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच हो। उन्होंने ये भी कहा कि अगर इस मामले में ये साबित होता है कि जिसने भी उन पर आरोप लगाया है, वह गलत हैं तो उस व्यक्ति के खिलाफ गंभीर कार्रवाई होनी चाहिए।
राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता और बिहार विधानसभा (Bihar Assembly) में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (RJD leader Tejashwi Yadav) पर कांग्रेस नेता संजीव कुमार सिंह को टिकट देने के बदले पैसे लेने के आरोप लगे हैं. इन पर आरोप है कि साल 2019 के लोकसभा चुनाव में संजीव को भागलपुर से टिकट देने के बदले तेजस्वी ने कथित तौर पर 5 करोड़ रुपये लिए थे। इस मामले में RJD नेता तेजस्वी यादव (RJD leader Tejashwi Yadav) ने सफाई दी है।
रांची के दौरे के बाद बीती शाम पटना लौटे तेजस्वी ने इस पूरे मामले को लेकर संजीव कुमार सिंह को ही कठघरे में खड़ा कर दिया। उन्होंने सवाल किया कि आखिर उनके पास उन्हें देने के लिए 5 करोड़ रुपये कहां से आए? तेजस्वी ने कहा कि कोई टॉम डिक एंड हैरी मुझ पर मुकदमा करे, मुझे फर्क नहीं पड़ता। सवाल ये उठता है कि आखिर वे 5 करोड़ रुपये लाए कहां से? आरजेडी नेता ने कहा कि वे चाहते हैं कि इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच हो। उन्होंने ये भी कहा कि अगर इस मामले में ये साबित होता है कि जिसने भी उन पर आरोप लगाया है, वह गलत हैं तो उस व्यक्ति के खिलाफ गंभीर कार्रवाई होनी चाहिए।
गौरतलब है कि कांग्रेस नेता संजीव कुमार सिंह ने आरोप लगाया है कि 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान भागलपुर से टिकट के बदले आरजेडी नेता तेजस्वी और मीसा भारती के साथ ही कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा और प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता राजेश राठौर ने उनसे 5 करोड़ रुपये लिए थे लेकिन उन्हें टिकट नहीं मिला।
इस पूरे मामले में 18 अगस्त को संजीव कुमार सिंह ने पटना सीजेएम कोर्ट में शिकायत दर्ज कराई थी। अपनी शिकायत में संजीव कुमार सिंह ने आरोप लगाया था कि 15 जनवरी 2019 को भागलपुर से टिकट मिलने के आश्वासन पर उन्होंने आरजेडी नेता तेजस्वी यादव और मीसा भारती, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा, दिवंगत कांग्रेस नेता सदानंद सिंह के बेटे और कांग्रेस प्रवक्ता राजेश राठौर को 5 करोड़ रुपये दिए मगर उन्हें टिकट नहीं मिला।
वहीं, इस पूरे मामले में सीजेएम विजय किशोर सिंह ने 16 सितंबर को पटना एसएसपी उपेंद्र शर्मा को आदेश जारी किया कि सभी आरोपियों के खिलाफ कोतवाली थाने में केस दर्ज कराया जाए और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई हो। जिस पर इन सभी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर मामले की जांच के भी आदेश दे दिए थे।