Bihar News: नवादा में एक साथ जलीं 6 चिताएं, दिल्ली से आकर बड़े बेटे ने दी माता-पिता और 4 भाई-बहनों को मुखाग्नि
Bihar News: समाजसेवियों की मदद से पुलिस ने शव को बिहारीघाट पहुंचाया तो श्मशान घाट पर लोगों की भीड़ लग गई। सभी की आंखें नम थीं।
Bihar News: आज नवादावासियों के लिए काला दिन है। यहां आज एक साथ एक परिवार की 6 चिताएं जलीं। शुक्रवार सुबह बिहारी घाट पर 6 सदस्यीय परिवार की चिताएं सज गई। शायद ऐसा पहली बार होगा कि परिवार को कंधा देने वाला तक कोई अपना नहीं था। समाजसेवियों की मदद से पुलिस ने शव को बिहारीघाट पहुंचाया तो श्मशान घाट पर लोगों की भीड़ लग गई। सभी की आंखें नम थीं।
सभी लोग मृत केदार लाल गुप्ता के बड़े बेटे अमित कुमार गुप्ता का इंतजार कर रहे थे। वह दिल्ली में रहता है। वह गुरुवार रात ही दिल्ली से नवादा पहुंचा। अमित ने ही अपने माता-पिता और भाइ-बहनों को मुखाग्नि दी।
दाह-संस्कार के वक्त अमित फफक-फपक कर रोने लगा। वह कर रहा था कि उसे विश्वास ही नहीं हो रहा था कि उसका परिवार ऐसा कर सकता है। वह धीरे-धीरे सारे कर्ज चुका देता। लेकिन पिताजी ने वक्त भी नहीं दिया और भनक तक नहीं लगने दी कि वो ऐसा सोच भी रहे हैं। अमित ने कहा कि मैंने पिताजी से कहा कि आप चिंता मत कीजिए कर्ज की। मैं धीरे-धीरे सब ठीक कर दूंगा। समाजसेवी उसे ढांढस बंधा रहे हैं। वहीं कुछ लोग पुलिस से ऐसे सूदखोर महाजनों पर कड़ी कार्रवाई की बात कह रहे हैं।
दो पेज का सुसाइड नोट
बता दें कि सामूहिक खुदकुशी से पहले फल कारोबारी केदार लाल गुप्ता का लिखा दो पेज का सुसाइड नोट भी सामने आया था। इसमें स्पष्ट लिखा था कि कर्जदार जैसे लोग पूरे देश को दीमक की तरह चाट कर बर्बाद कर रहे हैं। कर्ज का दुगना-तिगुना ब्याज जमा कर चुके थे। फिर भी कर्ज खत्म नहीं हुआ। केदार लाल गुप्ता ने न्यू एरिया मोहल्ले के मनीष सिंह, विकास सिंह, विजय सिंह, टुनटुन सिंह, डॉ. पंकज सिन्हा और गढ़ पर मोहल्ला के रणजीत सिंह से कर्ज लेने की बात कही थी। इसके बाद पुलिस ने दो आरोपियों को हिरासत में लिया था।
बता दें कि बुधवार देर रात दंपत्ती और उनके बच्चों समेत 6 लोगों ने जहर खाकर लिया था। इसके बाद अस्पताल में तड़प-तड़पकर इनलोगों ने दम तोड़ दिया। मरने से पहले केदार लाल गुप्ता ने कहा कि 12 लाख रुपए कर्ज है। कर्जदार लगातार परेशान करते हैं। नहीं देने पर काफी प्रताड़ित करते हैं। इससे तंग आकर उनलोगों ने सुसाइड कर लिया। मरने वालों की पहचान केदार लाल गुप्ता (50), पत्नी अनिता कुमारी (47) बेटा प्रिंस कुमार (16), बेटी शबनम कुमारी (20), बेटी गुड़िया कुमारी (17) और साक्षी के रूप में हुई। घटना के बाद स्थानीय लोग ऐसे महजनों पर कार्रवाई की मांग करने लगे, जो कर्जदार को लगातार प्रताड़ित करते हैं।