The Kashmir Files को जीतन राम मांझी ने बताया आतंकियों की साजिश, बोले- फिल्म के सदस्यों के आतंकी कनेक्शन की हो जांच
The Kashmir Files: नीतीश कुमार सरकार के इस फैसले के बाद अब इसपर बिहार में भी सियासत तेज हो गई है। पूर्व सीएम जीतनराम मांझी ने फिल्म पर ही सवाल उठाते हुए इसे आतंकियों की गहरी साजिश करार दे दिया। मांझी ने फिल्म के सदस्यों के आतंकी कनेक्शन की जांच की भी मांग की है।
Bihar,The Kashmir Files: रूपहले पर्दे पर कश्मीरी पंडितों की त्रासदी और उनके जख्म को बयां करने वाली द कश्मीर फाइल्स मूवी पर सियासत जारी है। सोशल मीडिया से लेकर न्यूज रूम की डिबेटों में फिल्म पर जबरदस्त बहस हो रही है। इस बीच बीजेपी शासित राज्यों के बाद अब बिहार में भी द कश्मीर फाइल्स सिनेमा को टैक्स फ्री कर दिया गया है। दरअसल ये अहम इसलिए है क्योंकि बिहार में एक गैर-भाजपाई मुख्यमंत्री है।
नीतीश कुमार सरकार के इस फैसले के बाद अब इसपर बिहार में भी सियासत तेज हो गई है। पूर्व सीएम जीतनराम मांझी ने फिल्म पर ही सवाल उठाते हुए इसे आतंकियों की गहरी साजिश करार दे दिया। मांझी ने फिल्म के सदस्यों के आतंकी कनेक्शन की जांच की भी मांग की है। दरअसल इससे पहले मुख्य विपक्षी दल राजद ने भी बिहार में फिल्म को टैक्स फ्री करने के फैसले का विरोध किया था।
एनडीए में ही रार
द कश्मीर फाइल्स मूवी को बिहार में टैक्स फ्री करते ही यहां सियासी घमासान छिड़ गया। विपक्ष के अलावा सत्ताधारी एनडीए गठबंधन में भी फिल्म को लेकर विरोध के स्वर तेज हो गए। एनडीए गठबंधन में इस फिल्म के खिलाफ मोर्चा पूर्व मुख्यमंत्री औऱ हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतनराम मांझी ने उठाई है।
मांझी ने फिल्म को लेकर एक ट्वीट करते हुए कहा, द कश्मीर फाइल्स आतंकवादियों की एक गहरी साजिश भी हो सकती है, जिसे दिखाकर आतंकी संगठन कश्मीरी ब्राह्मण में डर एवं खौफ का माहौल बना रहे हैं ताकि डर से कश्मीरी ब्राह्मण पुनः कश्मीर न जा पाए। मांझी यहीं नहीं रूके उन्होंने फिल्म से जुड़े लोगों पर निशाना साधते हुए कहा कि द कश्मीर फाइल्स फिल्म यूनिट के सदस्यों के आतंकी कनेक्शन की जांच होनी चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने फिल्म अभिनेता अनुपम खेर का नाम भी मेंशन कर दिया।
कुल मिलाकर बिहार में इस फिल्म का विरोध कर रहे विपक्षी दलों को सत्ताधारी खेमे से एक सहयोगी मिल गया है। देखना दिलचस्प होगा कि बिहार एनडीए में अपने एक सहयोगी वीआईपी से मनमुटाव झेल रही बीजेपी अपने एक अन्य सहयोगी के इस रवैये पर क्या रूख अपनाती है।