बड़ी खबर: इन बैंकों का मिट जाएगा नामोनिशान, जानें आप पर क्या होगा असर
कोरोना वायरस ने ना सिर्फ लोगों की जान ली है, बल्कि अर्थव्यवस्था को भी पूरी तरह चौपट कर दिया है। लॉकडाउन के बीच 1 अप्रैल को देश के 6 सरकारी बैंकों का वजूद बदल जाएगा।, इस दिन से 6 बैंक अपना नाम और पहचान खो देंगे। जानते हैं...
नई दिल्ली: कोरोना वायरस ने ना सिर्फ लोगों की जान ली है, बल्कि अर्थव्यवस्था को भी पूरी तरह चौपट कर दिया है। लॉकडाउन के बीच 1 अप्रैल को देश के 6 सरकारी बैंकों का वजूद बदल जाएगा।, इस दिन से 6 बैंक अपना नाम और पहचान खो देंगे। जानते हैं...
यह पढ़ें....नहीं थम रहा इटली में कोरोना का कहर, मौत का आंकड़ा 10 हजार के पार
1 अप्रैल से इलाहाबाद के सभी ब्रांच इंडियन बैंक के माने जाएंगे। इलाहाबाद बैंक के ग्राहक या डिपॉजिटर्स को भी इंडियन बैंक का कहा जाएगा। वहीं 1 अप्रैल से सिंडिकेट बैंक का विलय केनरा बैंक में होने जा रहा है। इस विलय के बाद सिंडिकेट बैंक के ब्रांच केनरा बैंक में मर्ज हो जाएंगे।इसी तरह, बैंक के ग्राहकों को भी अब केनरा बैंक का ग्राहक माना जाएगा। कहने का मतलब ये है कि आप सिंडिकेट बैंक के ग्राहक हैं तो आपको 1 अप्रैल से केनरा बैंक का माना जाएगा।
यह पढ़ें....नीतीश कुमार का बड़ा फैसला, बाहर से आने वाले मजदूरों पर किया ये एलान
वहीं ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स और यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया के ब्रांच पंजाब नेशनल बैंक के हो जाएंगे। इसके अलावा इन दोनों बैंकों के ग्राहकों को भी अब पीएनबी का माना जाएगा।
बता दें कि पीएनबी देश का तीसरा सबसे बड़ा बैंक माना जाता रहा है। पीएनबी से पहले बैंक ऑफ बड़ौदा और एसबीआई आते हैं। बता दें कि पीएनबी देश का तीसरा सबसे बड़ा बैंक माना जाता रहा है। पीएनबी से पहले बैंक ऑफ बड़ौदा और एसबीआई आते हैं।