Anand Mahindra Viral Video: आंनद महिंद्रा ने डिजिटल करेसी ई-रुपी से किया फल विक्रेता को भुगतान, देखें वीडियो
Anand Mahindra Viral Video: आरबीआई ने रिटेल डिजिटल करेंसी के तहत देश के कई वेंडर्स को शामिल किया है। इसमें आरबीआई हेडक्वार्टर के सामने फल बेचने वाले बच्चेलाल साहनी भी शामिल हैं,जहां से आनंद महिंद्रा ने फल खरीदते वक्त ई-रुपी से भुगतान किया।
Anand Mahindra Viral Video: देश के जाने माने उद्योगपति एवं महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा (Anand Mahindra) सोशल मीडिया में सबसे अधिक सक्रिय रहने वाले उद्योगपतियों में से एक हैं। वे आए दिन कोई न कोई सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर करते रहते हैं। आंनद महिंद्रा ने फिर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर पर एक वीडियो शेयर किया है। इस बार वीडियो उन्होंने अपने जीवन से जुड़ा शेयर किया है। देश में डिजिटल करेंसी ई-रुपी की शुरुआत हो चुकी है। ई-रुपी को आंनद महिंद्रा भी उपयोग करने लगे हैं। उन्होंने एक फल विक्रेता को फल खरीदते वक्त भुगतान ई-रुपी के माध्मय से किया है। इस संदर्भ में आनंद महिंद्रा ने ट्विटर पर एक वीडिया साझा किया है।
ई-रुपी से भुगतान के बाद महिंद्रा ने कही यह बात
दरअसल, डिजिटल करेंसी ई-रुपी के बारे में जानकारी देने रिजर्व बैंक ने एक बोर्ड बैठक की थी। इस बैठक में उद्योगपति आनंद महिंद्रा भी शामिल हुए थे। बैठक में शामिल होने के बाद महिंद्रा ने रिजर्व बैंक के पास से एक ठेले वाले फल खरीदा और इसका भुगतान उन्होंने ई-रुपी के रूप में किया। महिंद्रा ने ट्विटर कर लिखा कि, आज रिज़र्व बैंक की बोर्ड बैठक में मैंने डिजिटल मुद्रा ई-रुपये के बारे में सीखा। बैठक के ठीक बाद मैं पास के एक फल विक्रेता बच्चे लाल साहनी से मिला। साहनी आरबीआई के ई-रुपी को इस्तेमाल करने वाले पहले व्यापारियों में से एक हैं।
उन्होंने आगे कहा कि फल विक्रेता साहनी शानदार अनार मिला। इसका भुगतान मैंने ई-रुपी के जरिये किया है। फल विक्रेता को ई-रुपी स्वीकार करते देखते आंनद महिंद्रा ने कहा कि डिजिटल इंडिया काम कर रहा है।
इस फल विक्रेता को जोड़ा था ई-रुपी से अधिकारियों ने
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बीते दिनों केंद्रीय बैंक ने देश में डिजिटल करेंसी ई-रुपी को लॉन्च किया है। इस करेंसी को थोक व रिटेल के रूप में लॉन्च किया है। आरबीआई ने रिटेल डिजिटल करेंसी के तहत देश के कई वेंडर्स को शामिल किया है, जिसमें आंनद महिंद्रा को फल देने वाले बच्चेलाल साहनी भी हैं। साहनी बिहार के रहने वाले हैं और वह प्रति दिन आरबीआई हेडक्वार्टर के सामने फल बेचते हैं। रिटेल डिजिटल करेंसी आने बाद आरबीआई के अधिकारियों ने साहनी से संपर्क साधा था। उसके बाद अधिकारियों ने साहनी को रिटेल डिजिटल करेंसी का इस्तेमाल करने के लिए का क्यूआर कोड था, जिसके बाद साहनी इससे माध्मय से लोगों को से पेमेंट ले रहे हैं।
देश में दो तरह की हैं डिजिटल करेंसी
आपको बता दें कि देश में केंद्रीय बैंक यानी रिजर्व बैंक ने दो प्रकार की डिजिटल करेंसी लॉन्च की थी। जो कि थोक व रिटेल डिजिटल करेंसी थी। थोक को CBDC-W के नाम से व रिटेल को CBDC-R ने नाम से जाना जाता है। CBDC-W का उपयोग देश की बड़ी बड़ी फर्में करेंगी, जबकि CBDC-R का उपयोग खुदरा भुगतान के लिए होगी। फिलहाल, अभी इनका इस्तेमाल देश में पायलट प्रोजेक्ट के रुप में हो रहा है।