दिवाली से पहले बोतल बनाने वाले कंपनी ने भरी लोगों को झोली, दिया 28% का रिर्टन, अब निवेशक क्या करें?

Cello World share: सेलो वर्ल्‍ड आईपीओ 30 अक्‍टूबर बाजार में सब्सक्रिप्शन के लिए खुला था। यह एक नवंबर को बंद हुआ था। यह आईपीओ पूरी तरह ऑफर फॉर सेल (OFS) था।

Report :  Viren Singh
Update:2023-11-06 13:42 IST

Cello World share (सोशल मीडिया) 

Cello World share: कंज्‍यूमरवेयर कंपनी सेलो वर्ल्‍ड (Cello World share) ने शेयर बाजार में जोरदार एंट्री मारी है। टिफिन-थर्मस और किचन से जुड़े बर्तन बनाने वाली कंपनी सेलो वर्ल्ड सोमवार को स्टॉक मार्केट में लिस्ट हो गई है। लिस्टिंग होते ही कंपनी के शेयर ने अपने इश्यू प्राइस से 28 फीसदी प्रीमियम पर बीएसई पर 831 रुपये और एनएसई पर 829 रुपये के भाव पर सूचीबद्ध हुआ। कंपनी शेयरों की बाजार में शानदार लिस्टिंग से सफल आईपीओ निवेशकों की दिवाली पर्व से पहले बल्ले बल्ले हो गई है। यानी उन्हें प्रति शेयर पर 183 रुपये का मुनाफा हुआ है। ऐसे में जो निवेशक इस कंपनी के आईपीओ में पैसा लगाने में चूक गए हैं, उनके पास अभी भी पैसा कमाने का दोबारा मौका बना हुआ है। नए निवेशकों के लिए बाजार विशेषज्ञों ने यह राय दी है।

यह था आईपीआई का साइज

सेलो वर्ल्‍ड के शेयर स्टॉक मार्केट में 28 फीसदी प्रीमियम पर लिस्ट होने के बाद कुछ मिनटों में इसमें गिरावट दर्ज हुई है। कंपनी का शेयर इंट्राडे ट्रेडिंग के दौरान 781.50 रुपये के निचले स्तर पर पहुंच गया। कंपनी का आईपीओ साइज 1,900 करोड़ रुपये था। कंपनी ने इसका प्राइस बैंड 617-648 रुपये प्रति शेयर तय किया था।

लंबी अवधि के लिए रखें शेयर

सेलो वर्ल्‍ड के शेयर की लिस्टिंग पर शेयर बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि मजबूत शुरुआत के बाद मुनाफावसूली की उम्मीद थी, लेकिन शेयर में जोरदार उछाल आएगा। उन्होंने कहा कि कंपनी के पास इष्टतम इन्वेंट्री स्तर के साथ उत्पादों की विविध श्रृंखला है। इसलिए, निवेशक 50 प्रतिशत लाभ बुक कर सकते हैं और लंबी अवधि के लिए अपनी शेष हिस्सेदारी के साथ शेयर को अपने पास रख सकते हैं।

ब्रांड की बाजार में अच्छी स्थिति

सेलो वर्ल्ड आईपीओ लिस्टिंग पर मेहता इक्विटीज के रिसर्च वरिष्ठ वीपी प्रशांत तापसे का कहना है कि 100% ओएफएस ऑफर के बावजूद सेलो को मजबूत सब्सक्रिप्शन की मांग मिली। ऑफर वैल्यूएशन निवेशकों को लंबी अवधि के लिए निवेश करने और बनाए रखने की सुविधा देता है। फेड की बैठक के बाद बाजार की गति में बदलाव को ध्यान में रखते हुए प्रीमियम लिस्टिंग उचित है क्योंकि कंपनी का ब्रांड बाजार में अच्छी स्थिति में है।

शेयर खरीदें, बेचें या रखें?

सेलो वर्ल्ड शेयरों की मजबूत शुरुआत के बाद आगे क्या होगा? इस पर बाजार विशेषज्ञ ने कहाकि हमे विश्वास है कि सेलो वर्ल्ड का शेयर निवेशकों को दीर्घकालिक अवसर देता है, इसलिए जो आईपीओ के सफल निवेशक हैं, वह यहां लंबे समय तक बने रहने की सलाह देता हूं। हेन्सेक्स सिक्योरिटीज के एवीपी रिसर्च एंड बिजनेस डेवलपमेंट महेश एम. ओझा ने कहा, "सेलो वर्ल्ड लिमिटेड ने निवेशकों को 28% का ठोस रिटर्न देकर शानदार शुरुआत की है। सेलो वर्ल्ड एक अच्छी कंपनी है। स्थापित ब्रांड नाम और मजबूत बाजार स्थिति, विविध उत्पाद पोर्टफोलियो और पैन इंडिया वितरण नेटवर्क है। इसके अलावा कंपनी के पास उत्पादों की एक विविध श्रृंखला, इन्वेंट्री स्तर बनाए रखने और मजबूत ऐतिहासिक वित्तीय परिणाम को बनाए रखने की कंपनी की क्षमता को ध्यान में रखते हुए कंपनी अच्छी विकास संभावनाओं को चित्रित करती है। ऐसे में हम सुझाव देते हैं निवेशक को लिस्टिंग के दिन ही कम से कम 50% मुनाफा बुक करना होगा। बाकी को दीर्घकालिक निवेश के लिए रखा जा सकता है।

जानिए सेलो वर्ल्‍ड के बारे में?

सेलो वर्ल्‍ड आईपीओ 30 अक्‍टूबर बाजार में सब्सक्रिप्शन के लिए खुला था। यह एक नवंबर को बंद हुआ था। यह आईपीओ पूरी तरह ऑफर फॉर सेल (OFS) था। यानी कंपनी ने कोई नए शेयर इश्यू नहीं करते थे, बल्कि प्रमोटर्स और दूसरे शेयरधारकों ने अपनी हिस्सेदारी बेची थी। सेलो वर्ल्ड भारतीय बाजार में तीन कैटेगरी में व्यापार करती है। इसमें उपभोक्‍ता उत्‍पाद, राइटिंग और स्‍टेशनरी प्रोडक्‍ट्स और मोल्‍डेड फर्नीचर शामिल है। कंपनी ने साल 2017 में ग्लासवेयर और ओपलवेयर बिजनेस में कदम रखा। फिर सेलो ब्रांड नाम से अपने प्रोडक्ट बेचने शुरू किये। देश में कंपनी के पास उत्‍तराखंड, दमन, हिमाचल प्रदेश, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल में निर्माण प्लांट है, जबकि राजस्थान में ग्लास वेयर प्लांट लगाने की तैयारी में है।

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