Sugar Exports Ban: एक साल के लिए फिर बढ़ी चीनी निर्यात की रोक, रोक के बावजूद इन देशों को दी गई छूट

Ban on Sugar Exports: एक अधिकारी ने बताया कि इस साल देश में गन्ने की अधिक पैदावार होने का अनुमान है। अगर ऐसा होता है तो भारत 80 लाख टन चीनी निर्यात कर सकता है।

Written By :  Viren Singh
Update: 2022-10-29 07:29 GMT

Ban on Sugar Exports (सोशल मीडिया) 

Ban on Sugar Exports:  केंद्र सरकार ने चीनी को लेकर एक बड़ा कदम उठाया है। घरेलू बाजार में लोगों को चीनी पर्याप्त मात्र में मिलती रहे और मूल्य में वृद्धि न हो पाए इसके मद्देनजर सरकार ने चीनी निर्यात पर लगी रोक को और बढ़ा दिया है। हालांकि सरकार ने यूरोपीय संघ (UE) और संयुक्त अमेरिका (US) को चीनी निर्यात रोक की बढ़ाई गई अवधि से बाहर रखा है। भारत पहले की तरह UE और US को चीनी देता रहेगा। इस संदर्भ में शुक्रवार को मिनिस्ट्री ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ने एक अधिसूचना जारी की है।

इसलिए लगी निर्यात पर रोक

जारी अधिसूचना में सरकार ने बताया कि देश के अंदर चीनी के दामों में वृद्धि न हो सके, इसके लिए चीनी के निर्यात पर लगी रोक को एक साल के लिए और बढ़ा दिया गया है। सरकार ने अब इस निर्यात रोक को 31 अक्टूबर, 2023 तक कर दिया है। केंद्र सरकार ने इसी साल के मई महीने में चीनी निर्यात पर रोक को लागू किया था, जो 31 अक्टूबर, 2022 तक लागू थी। चीनी निर्यात पर लगी रोक इसी अक्टूबर महीने में समाप्त होने वाली थी, लेकिन देश में चीनी के उत्पादन की स्थिति को देखते हुए सरकार ने इसके निर्यात को एक साल के लिए और बढ़ा दिया।

इन पर नहीं लगी रोक

मिनिस्ट्री ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री द्वारा जारी किये गए सर्कुलर में कहा कि चीनी निर्यात प्रतिबंध होने के बावजूद भारत EU और US को निर्यात जारी रखने का निर्णय लिया है। देश इन दोनों को CXL और TRQ (tarriff rate qouta) कोटा के जरिए निर्यात जारी रखा है। हालांकि यह निर्यात अमेरिका को TRQ के तहत 31 दिसंबर, 2022 तक जारी रहेगी। सरकार ने चीनी निर्यात पर रोक कच्ची चीनी, रिफाइंड चीनी के साथ सफेद चीनी पर लगाया है।

80 लाख टन निर्यात का बन सकता मौका

आपको बता दें कि अन्य देशों की तुलना में भारत सबसे अधिक गन्ने की खेती की जाती है,जिसकी वजह से यह सबसे बड़ा उत्पादक देश है। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मिनिस्ट्री ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री से जुड़े एक अधिकारी ने कहा कि इस साल देश में गन्ने की अधिक पैदावार होने के अनुमान है। अगर ऐसा होता है तो भारत करीब 80 लाख टन शुगर निर्यात कर सकता है। वहीं, वित्त वर्ष 2022-23 के शुगर सीजन में देश में 2.75 करोड़ टन चीनी खर्चा होने के आसार हैं। वहीं पिछले चीनी सीजन के निर्ताय पर नजर डालें तो इस दौरान 1 करोड़ 9 लाख टन चीन का निर्यात किया गया था।

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