बर्खास्ती पर बोलीं चंदा कोचर, बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स के फैसले से निराश और दुखी

ICICI बैंक की पूर्व सीईओ चंदा कोचर ने अपनी बर्खास्ती पर कहा कि वह पूरी तरह निराश और दुखी हैं। मुझे रिपोर्ट की कॉपी नहीं दी गई। मैंने ICICI की पूरे समर्पण और मेहनत से 34 साल से सेवा की है। मुझे जब भी ओआरजी के सर्वोत्तम फायदे के लिए फैसले लेने हुए कभी कतराई नहीं।

Update: 2019-01-31 09:02 GMT

नई दिल्ली: ICICI बैंक की पूर्व सीईओ चंदा कोचर ने अपनी बर्खास्ती पर कहा कि वह पूरी तरह निराश और दुखी हैं। मुझे रिपोर्ट की कॉपी नहीं दी गई। मैंने ICICI की पूरे समर्पण और मेहनत से 34 साल से सेवा की है। मुझे जब भी ओआरजी के सर्वोत्तम फायदे के लिए फैसले लेने हुए कभी कतराई नहीं।

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'एकतरफा नहीं किया गया था फैसला'

ICICI की पूर्व मुख्य कार्यकारी चंदा कोचर ने कहा कि बैंक में कर्ज देने का कोई भी फैसला एकतरफा नहीं किया गया था। उन्होंने आगे कहा कि ICICI स्थापित मजबूत प्रक्रियाओं और प्रणालियों वाला संस्थान है, जहां समिति आधारित सामूहिक निर्णय लेने की प्रक्रिया है और इसमें कई उच्च क्षमता वाले पेशेवर भी शामिल होते हैं। उन्होंने कहा कि इसलिए संगठन का डिजाइन और संरचना हितों के टकराव की संभावना को रोकता है।

कोचर ने यह प्रतिक्रिया वीडियोकॉन समूह को दिए गए 3,250 करोड़ रुपये के विवादास्पद ऋण मामले में न्यायमूर्ति श्रीकृष्ण समिति द्वारा दोषी ठहराए जाने के बाद दी है।

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बर्खास्तागी के बाद कोचर की हर सुविधा बंद कर दी जाएगी

बता दें कि सीबीआई की एफआईआर के बाद ICICI बैंक के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने चंदा कोचर बर्खास्त कर दिया है। बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने फैसला किया है कि चंदा कोचर को अब नौकरी से निकाला हुआ (Termination for Cause) माना जाएगा।

ICICI बैंक की तरफ से चंदा कोचर के टर्मिनेशन के बाद उनकी हर सुविधा बंद कर दी जाएगी। अभी तक बैंक की तरफ से उन्हें इनक्रीमेंट, बोनस और मेडिकल जैसी कई सुविधाएं दी जी रही थीं, लेकिन निकाले जाने के बाद अब इस तरह की कोई भी सुविधा उन्हें नहीं दी जाएगी।

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वापस लिए जाएंगे बोनस

रिपोर्ट्स के मुताबिक, बोर्ड की तरफ से कहा गया है कि अप्रैल 2009 से मार्च 2018 तक जो भी बोनस चंदा कोचर को दिए गए, वो सभी वापस लिए जाएंगे। उन पर बैंक के प्रति ईमानदारी न बरतने के आरोप लगाए गए हैं।

बैंक का कहना है कि कोचर ने दिए गए एनुअल डिस्क्लोजर गलत बताए, जो बैंक के कोट ऑफ कंडक्ट के खिलाफ है, इसीलिए उन्होंने कोचर पर कार्रवाई की है।

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