Dhanteras 2022: सावधान ! मिल सकता नकली सोना चांदी, नहीं रखा इन बातों का ध्यान तो त्योहार होगा अशुभ
Dhanteras 2022: त्योहारी सीजन पर कीमती आभूषण खरीदने की यह हैं कुछ महत्वपूर्ण बातें।
Dhanteras 2022: धनतेरस से दीपोत्सव की शुरुआत हो चुकी है। देश भर में आज धनतेरस पर्व मनाया जा रहा है। धनतेरस में कीमती आभूषण सोना-चांदी को खरीदना शुभ माना गया है। इसको देखते हुए आज देश के सर्राफा बाजारों में तगड़ी भीड़-भाड़ रहने वाली है। इसी भीड़-भाड़ का कुछ ज्वैलर्स वाले फायदा उठाकर लोगों को नकली सोना चांदी बेच देते हैं,जिसके बाद लोगों की काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। सोना चांदी कीमती आभूषण होते हैं। इसको खरीदने में लोगों को काफी पैसा खर्च करना पड़ता है। जरा सोचिए, आपकी मेहनत की कमाई को चंद मिनटों देश के कुछ जालसाज ज्वैलरी वाले पानी फेर सकते हैं। हालांकि अगर आप जागरूक ग्राहक हैं तो आपके साथ यह जालसाजी नहीं हो सकती है। आईये जानते हैं कि धनतेरस में सोना और चांदी खरीदते वक्त किन बातों का विशेष ख्याल रखें। ऐसी ही कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओं है आपके लिए लाभदायक साबित हो सकते हैं।
शुद्धता का ध्यान
त्योहार के वक्त सोना की खरीदारी करते हुए इसकी शुद्धता का ध्यान जरूर रखें। प्योर गोल्ड 24 कैरेट का होता है, लेकिन यह 100 फीसदी प्योर गोल्ड में नहीं होता है। यह सोना बहुत लचीला और सॉफ्ट होता है। इसको केवल गोल्ड बार या सिक्का प्योर गोल्ड में खरीदा जा सकता है। सर्राफा बाजार में सोना 24, 22, 20, 18 और 14 कैरेट के आते हैं। अधिकांश लोग 22 लेकर 18 कैरेट में आभूषण की खरीदारी करते हैं।
कैरेट के हिसाब से पैसा
बाजार में कैरेट के हिसाब से सोने के दाम तय होते हैं। आप जितने कैरेट का सोना खरीदते हैं, उसकी कैरेट का दाम चुकाना होता है। हालांकि अधिकांश ज्वेलर्स 24 कैरेट सोने का भाव चार्ज करते हैं और ग्राहकों को 22 या 18 कैरेट का सोना दे देते हैं। यह धोखा धड़ी अधिकतर ग्रामीण इलाकों को होती है,क्योंकि वहां के लिए लोगों को सोने के भाव की ज्यादा जानकारी नहीं होती। इसलिए अगर आप सोना खरीद रहे हैं बिल बनवाते वक्त ज्वैलर्स से सोने की शुद्धता और कीमत बिल पर जरूर लिखवाएं।
मेकिंग चार्ज पर ध्यान
गोल्ड ज्वैलरी बनवाते वक्त उस पर किए गए काम के हिसाब से मेकिंग चार्ज लिया जाता है। त्योहारों के टाइम पर डिमांड ज्यादा रहती है, जिसका फायदा उठाते हुए कुछ जालसाज ज्वैलर्स छोटी सी ज्वैलरी पर भी हैवी ज्वेलरी के हिसाब से ही चार्ज वसूलते हैं। ज्यादातर कस्टमर के पास वक्त कम होता है और उन्हें ज्वैलरी चाहिए होती है, लेकिन सही तो यह है मेकिंग चार्ज को लेकर बार्गेनिंग कर सकते हैं।
सोने की क्वॉइन की पैकेजिंग
गोल्ड क्वॉइन की पैकेजिंग टेंपर प्रूफ होती है। गोल्ड कॉइन खरीदते वक्त ध्यान रखें कि क्वॉइन टेंपर प्रूफ पैकेजिंग वाला ही हो। अगर आप आगे चलकर इसे बेचना चाहते हैं तो आपको भी इसकी यही पैकेजिंग बरकरार रखनी होगी।
स्टडेड ज्वैलरी में सावधानी
स्टडेड गोल्ड ज्वैलरी में नग की कीमत शामिल रहती है। ऐसी ज्वैलरी खरीदते वक्त स्टोन्स या जेम्स की शुद्धता का सर्टिफिकेट जरूर लें, यह बात ध्यान रखें कि बिल कीमत और वजन लिखा हो।
हॉलमार्क अनदेखी
बीआईएस हॉलमार्क गोल्ड के शुद्ध होने की गारंटी होता है। इसलिए बिना हॉलमार्क वाली ज्वैलरी न खरीदें। गोल्ड कॉइन लेते वक्त भी जांच लें कि वह BIS सर्फिाइड है या नहीं।
पक्का बिल
गोल्ड की खरीदारी करते वक्त पक्का बिल जरूर लें। कई लोग जान-पहचान की दुकान से खरीदारी करते वक्त बिल को तवज्जो नहीं देते, जोकि बाद में आपके लिए हानिकारक साबित हो सकता है। इसलिए सोना जहां से भी खरीदें पक्क बिल लेना कभी न भूलें। याद रखें पक्के बिल में खरीदी गई ज्वैलरी, मेकिंग चार्ज और दुकानदार आदि की पूरी डिटेल दी होती है।