ED Raid at Byju: ED के निशान पर BYJU के सीईओ रवींद्रन, 3 जगहों पर छापेमारी; लीगल टीम का आया बयान

ED Raid at Byju: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बेंगलुरु स्थित बायजू रवींद्रन की कंपनी थिंक एंड लर्न प्राइवेट लिमिटेड तीन ठिकानों पर छापेमारी की है। इसमें दो व्यावसायिक और एक आवासीय परिसर शामिल है।

Update:2023-04-29 18:59 IST
ED Raid at Byju (सोशल मीडिया)

ED Raid at Byju: देश के सबसे चर्चित ऑनलाइन एडुटेक स्टार्टअप प्लेटफॉर्म BYJU's के सीईओ बायजू रवींद्रन (Byju Raveendran) अब प्रवर्तन निदेशालय के निशान पर आ गए हैं। हो सकता है कि आने वाले दिनों में उनकी मुश्कीलें भी बढ़ सकती हैं। दरअसल, ईडी ने शनिवार को बायजू रवींद्रन के तीन अगल-अगल ठिकानों पर छापेमारी की है। यह कार्रवाई रवींद्रन के आवास और व्यवस्या ठिकानों पर की गई है।

रवींद्रन के तीन ठिकानों पर छापेमारी

मिली जानकारी के मुताबिक, प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बेंगलुरु स्थित बायजू रवींद्रन की कंपनी थिंक एंड लर्न प्राइवेट लिमिटेड तीन ठिकानों पर छापेमारी की है। इसमें दो व्यावसायिक और एक आवासीय परिसर शामिल है। इस छापेमारी के दौरान ईडी ने इन परिसर से कई दस्तावेज और डिजिटल डेटा जब्त किया है और यह कार्रवाई विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) के तहत की गई है। कार्रवाई के दौरान ईटी को पता चला है कि एड-टेक यूनिकॉर्न को 2011-2023 के दौरान 28,000 करोड़ रुपये (लगभग) का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) प्राप्त हुआ है।

जांच में ईडी को मिली ये जानकारी

इसके अलावा, कार्रवाई के दौरान ईडी को यह भी जानकारी मिली है कि कंपनी ने विदेशी प्रत्यक्ष निवेश के नाम पर वित्त वर्ष 2021-23 के दौरान विभिन्न विदेशी न्यायालयों को मोटे तौर पर ₹9,754 करोड़ का भुगतान भी किया है। बायजू और उनकी फर्म थिंक एंड लर्न प्राइवेट लिमिटेड ने विज्ञापन और मार्केटिंग खर्च के नाम पर लगभग 944 करोड़ रुपये बुक किए हैं, जिसमें विदेशी क्षेत्राधिकार को भेजी गई राशि भी शामिल है। वहीं, वित्त वर्ष 2021 से कंपनी ने अपने वित्तीय विवरण तैयार नहीं किए हैं और खातों की ऑडिट भी नहीं कराया है।

2021 में से नहीं हुआ ऑडिट

दरअसल, निजी व्यक्तियों से मिली विभिन्न शिकायतों के आधार पर ईडी ने जांच शुरू की गई थी। इसमें ईडी को पता चला कि वित्त वर्ष 2021 से कंपनी ने अपने वित्तीय विवरण तैयार नहीं किए हैं और न ही खातों की ऑडिट करवाया है। इस संबंध में ईडी ने संस्थापक बायजू रवींद्रन को कई समन जारी किए गए थे,लेकिन वह टालमटोल करते रहे, जिसके बाद छापेमारी की गई है।

ईडी की कार्रवाई पर बायजू का बयान

ईडी की कार्रवाई पर बायजू की कानूनी टीम के प्रवक्ता ओर से एक बयान आया है। इस बयान में प्रवक्ता ने कहा कि ईडी अधिकारियों का दौरा फेमा के तहत एक नियमित जांच से संबंधित था। हम अधिकारियों के साथ पूरी तरह से पारदर्शी रहे हैं और उन्हें वे सभी जानकारी प्रदान की है, जो उन्होंने मांगी हैं। हमें अपने प्रचालनों की सत्यनिष्ठा पर अत्यधिक विश्वास के अलावा और कुछ नहीं है और हम अनुपालन और नैतिकता के उच्चतम मानकों को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

जल्द सुलझा लिया जाएगा केस

आगे प्रवक्ता ने कह कि हम यह सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों के साथ मिलकर काम करना जारी रखेंगे कि उनके पास सभी आवश्यक जानकारी है और हमें विश्वास है कि इस मामले को समय पर और संतोषजनक तरीके से सुलझा लिया जाएगा।

कौन हैं बायजू रवींद्रन?

बायजू रवींद्रन एडटेक पैलेटफॉर्म BYJU's के संस्थापक हैं। हुरुन ग्लोबल रिच लिस्ट 2023 के अनुसार, वह वैश्विक शिक्षा क्षेत्र में दूसरे सबसे अमीर उद्यमी हैं और उनका कुल नेटवर्थ 3.3 बिलियन डॉलर का है। उन्होंने Byju's साल 20211 में लॉन्च किया था। साल 2015 में Byju's लर्निंग ऐप लॉन्च किया था।

कोरोना महामारी के दौरान व्यापार में तगड़ा उछाया आया है। लेकिन जैसे ही महामारी कम हुई और स्कूल कॉलेज खुल गए,इससे कंपनी की लोकप्रियता कम होने लगी और व्यापार में घाटा आना शुरू हो गया। फर्म ने एक साल पहले ₹262 करोड़ की तुलना में वित्त वर्ष 21 में ₹4,589 करोड़ का तेजी से व्यापक शुद्ध घाटा पोस्ट किया था।

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