बढ़े इम्पोर्ट ड्यूटी से देश में नहीं पहुंचा खाद्य तेल, लाखों लीटर सोया और पॉम ऑयल डंप कर बढ़ा दी कीमतें
Import Tax: केंद्र सरकार की तरफ से क्रूड आयल पर 20 फीसदी और खाद्य तेल पर 32.5 फीसदी इम्पोर्ट ड्यूटी बढ़ा दी गई है।
Import Tax: केन्द्र सरकार ने इम्पोर्ट ड्यूटी को क्रूड आयल पर शून्य से बढ़ाकर 20 फीसदी और खाद्य तेलों पर 12.5 से बढ़ाकर 32.5 फीसदी कर दिया है। बढ़े हुए इम्पोर्ट ड्यूटी से भले ही खाद्य तेलों का आयात अभी नहीं हुआ हो, लेकिन गोरखपुर समेत पूर्वांचल के थोक कारोबारियों ने सोया से लेकर पाम आयल की कीमतों में 16 रुपये प्रति लीटर तक की बढ़ोत्तरी कर दी है। बिना इम्पोर्ट ड्यूटी अदा किये ही कीमतों में बढ़ोत्तरी से प्रशासन के अधिकारियों पर सवाल उठ रहे हैं। वहीं महंगाई से आम लोगों के साथ रेस्टोरेंट-होटल मालिकों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
कितने रूपए की हुई बढोत्तरी
गोरखपुर के महेवा से लेकर साहबगंज की थोक मंडी में खाद्य तेलों की कीमतों में 10 से 16 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी हो गई है। त्योहारी सीजन में खाद्य तेलों की खपत को देखते हुए बड़े कारोबारियों ने गोदामों को फुल कर लिया है। कारोबारियों ने करोड़ों कीमत के खाद्य तेल से गोदामों को फुल करा लिया है। अब बढ़े हुए रेट से बिक्री कर मोटा मुनाफा कमा रहे हैं। दो दिन के अंदर दिन के अंदर सोया तेल में प्रति टीन 220 रुपये तक की बढ़ोतरी हो गई है। महंगाई से लागत बढ़ रही है। व्यापारी नेता पवन अग्रवाल का कहना है कि है कि खाद्य तेलों का स्टॉक कर मोटा मुनाफा कमाने की कोशिश करने वालों के चलते आम लोगों को महंगाई का झटका लगा है। विदेशों में खाद्य तेल काफी सस्ता है। सटोरियों और बड़े उद्योगपतियों को ही इससे मुनाफा होगा।
दो दिन में बढ़ गई कीमतें
सोयाबीन तेल सिर्फ 48 घंटे में 114 रुपये से उछलकर 125 रुपये पहुंच गया है। इसी तरह सरसों तेल 138 रुपये से 152 रुपये, सूरजमुखी तेल 140 रुपये से 150 रुपये, मुगफली तेल 197 रुपये से 215 रुपये प्रति लीटर पहुंच गया है। इसी तरह रेस्टोरेंट से लेकर ब्रेड-नमकीन की फैक्ट्रियों में सर्वाधिक प्रयोग होने वाला पॉम आयल 94 रुपये से उछलकर 110 रुपये प्रति लीटर पहुंच गया है।