Food Inflation : मानसूनी बारिश में कमी से बढ़ सकती है महंगाई, ग्रामीण इलाकों में घट सकती है मांग, केयर रेटिंग्स ने कहा

Food Inflation Update: भारत में जुलाई महीने में खाद्य महंगाई दर 11.51 प्रतिशत रही है। लेकिन, मानसूनी बारिश में कमी की वजह से महंगाई बढ़ने की संभावना जाहिर की जा रही है।

Update:2023-08-29 22:58 IST
Food Inflation Update (Social Media)

Report on Food Inflation : वर्तमान मानसून सीजन (Monsoon Season in India) में कम बारिश की वजह से खरीफ फसल की बुआई पर असर पड़ने की संभावना जाहिर की गई है। जिस कारण खाद्य महंगाई में तेजी की आशंका है। कम बरसात और खाद्य महंगाई में उछाल का असर भारत की ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर पड़ सकता है।

केयर रेटिंग्स (CARE Ratings) ने अपनी रिपोर्ट में साफ कहा है कि, कोरोना महामारी (Corona Pandemic) के बाद सरकार की सब्सिडी में कटौती का असर ग्रामीण हिस्सों में मांग पर देखने को मिल सकता है। इसके चलते ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों की आय घट सकती है। इतना है नहीं, केयर रेटिंग्स ने 'अनियमित मानसून, खाद्य कीमतें तथा ग्रामीण मांग' शीर्षक से एक रिपोर्ट जारी की है। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि, मानसून में उतार-चढ़ाव के चलते घरेलू खाद्य वस्तुओं की कीमतें बढ़ने की संभावना है। वहीं, वैश्विक हालात (Global Situation) भी महंगाई में 'आग में घी' डालने का काम कर सकती है।

नई फसल आने पर ही राहत संभव

केयर रेटिंग्स की रिपोर्ट (Care Ratings Report) के अनुसार, आने वाले महीनों में खाद्य महंगाई में तेजी बनी रहेगी। वहीं, अक्टूबर के बाद नए फसल के बाजार में आने के बाद ही किसी प्रकार की राहत मिलने की सूरत नजर आ रही है। रिपोर्ट की मानें तो वित्त 2023-24 की दूसरी तिमाही में खाद्य महंगाई 9.4 प्रतिशत तक औसतन रहने का अनुमान है। वहीं, वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में ये घटकर 6.9 फीसद पर आ सकती है, जबकि चौथी तिमाही में खाद्य महंगाई औसत 5.9 फीसदी के करीब रहने का अनुमान है।

दालों-अनाजों की महंगाई डबल डिजिट में

केयर रेटिंग्स ने अपनी रिपोर्ट में कहा है, 'दक्षिण एशियाई देशों (South Asian Countries) में मौसम से जुड़े व्यवधानों तथा वैश्विक घटनाक्रमों की वजह से खाद्य महंगाई में तेजी बनी रहेगी। रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि खरीफ फसल (Monsoon crops) की बुवाई अगस्त महीने में खत्म हो जाएगी। जिसमें अब सुधार की गुंजाइश ना के बराबर है। केयर रेटिंग्स के अनुसार, दालों और अनाजों की महंगाई दर दोहरे अंक में जा चुकी है।'

रबी सीजन की बुवाई पर भी पड़ेगा प्रभाव

इस रिपोर्ट में कहा गया है कि, कम बरसात के चलते जलाशयों में पानी का स्तर कम रह सकता है। जिसका असर आने वाले रबी सीजन (Rabi Season) में बुआई पर देखने को मिल सकता है। दरअसल, जुलाई महीने में महंगाई दर 15 महीने के उच्च स्तर यानी 7.44 फीसदी पर जा पहुंची है। खाद्य महंगाई दर 11.51 प्रतिशत रही है।

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