'भारत बदल सकता पाकिस्तान के प्रति नजरिया...’, S Jaishankar ने दिए संकेत, चीन को लेकर कही ये बात
S Jaishankar: विदेश मंत्री एस जयशंकर शुक्रवार को नई दिल्ली में भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) की वार्षिक आम बैठक में भाग लिया। उन्होंने सीआईआई की सभा को भी संबोधित किया।
S Jaishankar: भारत अपने पड़ोसी देशों के साथ हमेशा से अच्छे रिश्ते बनाने के लिए प्रतिबद्ध है, लेकिन अगर कोई भी देश उसकी सरहद पर नजर डालेगा तो उसको जवाब देने के लिए भी प्रतिबद्ध है। बीते कई वर्षों से भारत और पाकिस्तान के बीच रिश्ते खराब हैं। 2014 के बाद से मोदी सरकार में पाकिस्तान के प्रति रवैया बिल्कुल बदल गया है। सरकार ने पाकिस्तान के साथ ट्रेड शन्यू पर ला दिया तो वहीं वैश्विक मंच पर अलग-थलग करने की कोशिश की। इसमें कई हद तक भारत सफल भी रहा। इन सबके बाद भी भारत पाकिस्तान के प्रति अन्य सामान्य पड़ोसी देशों की तरह रवैया आख्तियार कर सकता, लेकिन पाकिस्तान को आतंकवाद की फैक्ट्री बंद करनी होगी। कुछ ऐसे ही संकेत विदेश मंत्री एस जयशंकर ने दिये हैं।
पाकिस्तान को बंद करना होगा आतंकवाद
विदेश मंत्री एस जयशंकर शुक्रवार को नई दिल्ली में भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) की वार्षिक आम बैठक में भाग लिया। उन्होंने सीआईआई की सभा को भी संबोधित किया। एस जयशंकर ने कड़े शब्दों में साफ साफ कहा दिया कि भारत में किसी भी प्रकार की सीमा पार आतंकवादी गतिविधि के प्रति सहिष्णुता बहुत कम है। अगर पाकिस्तान अपने इस आतंकवाद के उद्योग को बंद कर तो भारत उनके साथ एक सामान्य पड़ोसी की तरह व्यवहार करने के लिए तैयार है। भारत ने आतंकवाद से लगातार संघर्ष किया है और कर रहे हैं। सीमा पार से आतंकवाद लगातार जारी है।
पहले सनक पड़ोसी के रूप में देखते थे
उन्होंने कहा कि हमारे देश में पहले यह रवैया था कि हम आतंकवाद को पड़ोसी की सनक के रूप में देखते थे। इस देश की जनता ने 2024 में स्पष्ट निर्णय ले लिया है कि हम इसे स्वीकार नहीं करेंगे। इस देश में किसी भी प्रकार के सीमा पार आतंकवाद के प्रति सहनशीलता बहुत कम है। यह स्पष्ट है कि अगर ऐसा कुछ होता है तो एलओसी और आईबी दोनों पर परिणाम होंगे। अब गेंद उनके पाले में है।
चीन पर ये बात की विदेश मंत्री ने
चीन के बारे में बोलते हुए जयशंकर ने कहा कि अगर सीमावर्ती इलाकों में शांति भंग होती है तो क्या आप किसी ऐसे व्यक्ति के साथ व्यापार करेंगे जो अभी-अभी आपके ड्राइंग रूम में घुसा है। उन्होंने कहा कि वे देश में लोगों को भारत में निर्माण करने और भारत से खरीदारी करने के लिए प्रोत्साहित करेंगे।
यूक्रेन संघर्ष के परिणामों पर
इस दौरान जयशंकर ने यूक्रेन संघर्ष के परिणामों, पश्चिम एशिया में हिंसा में वृद्धि और भू-राजनीतिक तनाव, प्रतिबंधों, ड्रोन हमलों की घटनाओं और जलवायु घटनाओं के मद्देनजर रसद में व्यवधान पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि दुनिया ईंधन, भोजन और उर्वरकों के 3F संकट का सामना कर रही है। एशिया में भूमि और समुद्र में नए तनाव उभरे हैं, क्योंकि समझौतों का अनादर किया जा रहा है और कानून के शासन की अवहेलना की जा रही है। आतंकवाद और उग्रवाद शुरू हो गया है।