जीएसटी माहवारी आमदनी में इजाफा केंद्र सरकार के लिए राहत का पैगाम

एक साल पहले इसी माह की तुलना में यह संग्रह छह प्रतिशत बढ़ा है और 1.03 लाख करोड़ रुपये रहा है। इससे पहले अक्टूबर में जीएसटी वसूली 95,380 करोड़ रुपये थी जबकि पिछले वर्ष नवंबर में 97,637 करोड़ रुपये की वसूली हुई थी।

Update: 2019-12-01 13:34 GMT

नई दिल्ली। आर्थिक मंदी के चलते सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की दर में लगातार गिरावट के बीच सरकार के लिए वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) से एक राहत भरी खबर आई है। नवंबर में इसका संग्रह एक लाख करोड़ रुपये के स्तर को पार कर गया है।

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एक साल पहले इसी माह की तुलना में यह संग्रह छह प्रतिशत बढ़ा है और 1.03 लाख करोड़ रुपये रहा है। इससे पहले अक्टूबर में वस्तु एवं सेवा कर वसूली 95,380 करोड़ रुपये थी जबकि पिछले वर्ष नवंबर में 97,637 करोड़ रुपये की वसूली हुई थी।

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एक आधिकारिक बयान के अनुसार, इस बार नवंबर में केंद्रीय जीएसटी से वसूली 19,592 करोड़ रुपये, राज्य से 27,144 करोड़ रुपये, एकीकृत से 49,028 करोड़ रुपये और उपकर से वसूली 7,727 करोड़ रुपये रही। एकीकृत में से 20,948 करोड़ रुपये आयात से वसूल हुए। इसी तरह उपकर (सेस) की वसूली में 869 करोड़ रुपये आयातित माल पर उपकर से प्राप्त हुए।

इससे पहले सितंबर और अक्टूबर महीने में वस्तु एवं सेवा कर संग्रह में सालाना आधार पर गिरावट आई थी। बयान में कहा गया कि नवंबर में घरेलू लेनदेन पर जीएसटी संग्रह में 12 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई। यह इस साल जीएसटी राजस्व में सबसे अच्छी मासिक वृद्धि है।

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