Home Loans Increase: होम लोन लेने वाले अलर्ट, RIB का नया रूल राहत या मुसीबत, आइये जाने

RBI New Guidelines on Loans: बाजार में नजर रखने वाले विशेषज्ञों का कहना है कि आरबीआई के नए नियम से बैंक और लोन कंपनियां NBFC लोन की किस्त बढ़ाने के लिए विवश हो सकती हैं।

Update: 2023-08-19 10:32 GMT
Home Loans EMI Increase (सोशल मीडिया)

Home Loans EMI Increase: भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने शुक्रवार (18 अगस्त) को समान मासिक किस्तों (ईएमआई) आधारित फ्लोटिंग-ब्याज दरों को रीसेट करने के लिए विस्तृत दिशानिर्देश जारी किया। आरबीआई के मुताबिक, सभी पंजीकृत संस्थाओं (आरई) को उधारकर्ताओं को ऋण पर बेंचमार्क ब्याज दर में बदलाव के संभावित प्रभाव के बारे में स्पष्ट रूप से बताना चाहिए, जिससे ईएमआई या अवधि में बदलाव हो सके। आरबीआई के इस फैसले यहां कुछ ग्राहकों को राहत मिलने की संभावना है तो वहीं, कुछ लोगों को इससे झटका भी मिल सकता है। बाजार में नजर रखने वाले विशेषज्ञों का कहना है कि आरबीआई के नए नियम से बैंक और लोन कंपनियां NBFC लोन की किस्त बढ़ाने के लिए विवश हो सकती हैं।

RBI ने कहा

आरबीआई ने एक विज्ञप्ति में कहा इसके कारण ईएमआई/अवधि या दोनों में किसी भी वृद्धि के बारे में उधारकर्ता को उचित माध्यम से तुरंत सूचित किया जाएगा। इस कदम से होम लोन और ऑटो लोन लेने वालों सहित सभी फ्लोटिंग-रेट पर्सनल लोन उधारकर्ताओं पर असर पड़ेगा। दरअसल, केंद्रीय आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास द्विमासिक मौद्रिक नीति की घोषणा करते हुए कहा कि केंद्रीय बैंक जल्द ही एक रूपरेखा पेश करेगा जो उधारकर्ताओं को फ्लोटिंग ब्याज दरों से निश्चित ब्याज दरों मुक्ति प्रदान करेगा, जिसके बाद शुक्रवार को आरबीआई ने नए नियम जारी किये।

जानें कब लागू होगा नया नियम

आरबीआई ने कहा कि ऋण को फ्लोटिंग से निश्चित दर पर स्विच करने के लिए सभी लागू शुल्क और विकल्पों के प्रयोग के लिए प्रासंगिक किसी भी अन्य सेवा शुल्क/प्रशासनिक लागत को मंजूरी पत्र में और ऐसे शुल्क/लागत के संशोधन के समय पारदर्शी रूप से खुलासा किया जाएगा। आरबीआई ने कहा कि यह नया नियम 31 31 दिसंबर से मौजूदा कर्जदारों के लिए लागू करेगी।

जानें क्यों ज्यादा चार्ज होता है इंटरेस्ट रेट्स

बाजार विशेषज्ञों के मुताबिक, अभी कई बैंक और HFC फिक्स्ड इंटरेस्ट पर होम लोन दे ऑफर करते हैं, जबकि कुछ बैंक हाइब्रिड इंटरेस्ट पर आवास ऋण लोगों को देते हैं। टेन्योर बढ़ने के साथ लोन के इंटरेस्ट रेट का रिस्क बढ़ता जाता है। इस वजह से बैंक फिक्स्ड रेट होम लोन के लिए ज्यादा इंटरेस्ट चार्ज करते हैं। उदाहरण के तौर पर ICICI बैंक पर फ्लोटिंग रेट 9 से 10.5 परसेंट है, जबकि फिक्स्ड रेट 11.2 से 11.5 फीसदी है।

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