Fish Farming Business: मात्र 5 हजार रुपए के निवेश में कमाएं लाखों रुपए महीना, किसान से लेकर हर कोई कर सकता है मछली पालन

Fish Farming Business: मछली पालन के लिए केंद्र व राज्य सरकार सब्सिडी मुहैया करवाती हैं। लोग चाहते हैं तो सरकार की सब्सिडी का भी लाभ ले सकते हैं। इसके अलावा बैंकों से मछली पालन के लिए लोन भी मिलता है।

Update:2023-05-02 14:41 IST
Fish Farming Business: (सोशल मीडिया)

Fish Farming Business: अधिक पैसा कमाने के लिए कुछ अच्छा प्लान करना होता है। छोटे प्लान से आप रोजी रोटी तो चला सकते हैं लेकिन बड़े व्यापारी नहीं बन सके हैं और न ही अधिक पैसा कमा सकते हैं। अगर आप बड़ा व्यापार खड़ा करने के बारे में कोई योजना बना रहा हैं और यह नहीं सोच पा रहे हैं कि कौन सा व्यापार शुरू किया जाए तो हम आपको उस व्यापार के बारे में बताएंगे, जो निवेश करने के कुछ समय बाद ही लाभ देने लगेगा। खासकर अगर आप किसान हैं तो यह बिजनेस आपके लिए सोने में सुहागा है। किसान अपनी खेती के साथ इस बिजनेस को शुरू कर के अधिक आय अर्जित करते हैं। तो आइये जानते हैं यह बिजनेस कौन सा है। कैसे शुरुआत की जाती है और इसमें लागत और कमाई कितनी होती है…इत्यादि चीजों के बारे में।

इसलिए व्यापार की मांग अधिक

दरअसल, हम बात कर रहे हैं मत्स्य पालन यानी मछली के कारोबार की। जो लोग नॉनवेज का सेवन करते हैं, उनके बीच अधिक मछली की मांग होती है। इस वजह से अन्य नॉनवेज की अपेक्षा में मछली काफी स्वादिष्ट व्यंजन होता है। इसके नियमित से लोगों को कई बीमारियों से दूर रहते हैं, जैसे कि आंख से संबंधित बीमारियां। इन्हीं वजहों के चलते दिन पर दिन देश में मछली की मांग बढ़ती जा रही है। इसका भारत में कारोबारी भी बढ़ता जा रहा है। ऐसे में अगर आप मछली पालन के व्यापार से जोड़ते हैं तो आप एक बड़े बिजनेसमैन के तौर अपने आपको स्थापित कर सकते हैं। इस बिजनेस की खास बात यह होती है कि इसकी शुरुआत के लिए ज्यादा पैसे की जरुरत नही होती है और इसको छोटी सी जमीन में भी शुरु किया जा सकता है। हालांकि अगर आप बड़े स्केल में इस व्यापार में उतरते हैं तो अधिक पैसे और बड़ी मात्र में जहग की जरूरत होगी।

इन मछलियों की होती है ज्यादा डिमांड

मछली पालन के लिए आप चाहें तो तालाब का उपयोग कर सकते हैं या फिर अपनी जमीन में छोटा सा तालाब बनाकर,इस बिजनेस की शुरुआत कर सकते हैं। मछलियों की कई प्रजाति आती हैं, लेकिन इस प्रजाति में सबसे अधिक मांग रेहू, कतला, सिल्वर कार्प, कामन कार्प, ग्रास, भाकुर व नैना जैसी मछलियों की सबसे अधिक होती है। तालाब में मछली के बीच डालने के बाद 25 दिन बाद फसल तैयार होने लगती है। मछली के बीज किसी भी हैचरी से खरीद सकते हैं। दिल्ली, सहारनपुर, हरिद्वार, आगरा में मछली हैचरी हैं, इन जगहों से बीच हासिल किया जाता सकता है। इसके अलावा अपने जिले व ब्लॉक से हैचरी खरीद सकते हैं। वहीं, जिले के मछली पालन विभाग मछली पालकों को हर प्रकार की सुविधा मुहैया करवाता है। तैयार होने बाद ये मछलियां या तो बाजार में या फिर सीधे ताबाल से व्यापारी को बचे सकते हैं। इन मछलियों की कीमत प्रतिकिलो 500 रुपए या फिर उससे आसपास होती है।

मात्र इतने दिन से तैयार

बड़ी संख्या में किसान और लोग कई जगहों पर मछली पालन का व्यापार कर रहे हैं। इस व्यापार में खास बात यह है कि जल्दी कमाई का साधन बना जाता है। मछली के बीच डालने के बाद एक महीने के अंदर मछलियां तैयार हो जाती हैं। अगर थोड़ा समय और रुक गए तो एक मछली का वजह आमतौर पर 2 किलो को होता है। मछलियां जितनी ज्यादा वजनी होगी, तो किमत भी उतनी अधिक मिलेगी।

मात्र इतने निवेश की जरूरत

मछली पालन से जुड़े लोग कहते हैं, छोटे स्केल में मछली पालन के लिए ज्यादा निवेश की जरूरत नहीं होती है। अगर आपके पास तालाब है तो उसको 5 हजार रुपए से भी शुरू किया जा सकता है। अगर तालाब बनाना है तो इसमें 50 हजार रुपये खर्चा आ सकता है। उसके बाद 20 से 30 हजार रुपये में मछली के बीच और जरूरी सामान में लगा सकता है। कुल मिलाकर छोटे स्केल में मछली पालन में 1 लाख रुपये तक खर्च होता है।

सब्सिडी और लोन मिलता है

इतना ही नहीं, मछली पालन के लिए केंद्र व राज्य सरकार सब्सिडी मुहैया करवाती हैं। लोग चाहते हैं तो सरकार की सब्सिडी का भी लाभ ले सकते हैं। इसके अलावा बैंकों से मछली पालन के लिए लोन भी मिलता है।

सालाना लाखों की कमाई

बात रही इस व्यापार से कमाई की तो यह आपके मछळी के पालन और उसके वजह और उसकी प्रजाति की बाजार में मांग पर निर्भर करता है। मौटे तौर पर बात करें तो अगर एक मछळी पालक एक साल में 3000 किलो मछली का उत्पादन करता है। उसकी कीमत अगर 110 रुपए प्रतिकिलो मान लें तो यह 110×3000 = 330000 रुपये सालान कमा सकता है। जैसे से उत्पादन बढ़ता जाएगा तो ग्रास इनकम भी बढ़ती जाएगी।

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