Income Tax Notice: अगर बैंक खाते में जमा हुई तीन लाख से अधिक धनराशि, IT ने कहा तुरंत तैयार लीजिए हिसाब-किताब
Income Tax Notice: यदि खाते का ब्योरा नहीं दिया तो नोटिस देकर रकम का जरिया बताने को कहा गया है। सभी मामले वित्तीय वर्ष 2020-21 के हैं। संबंधित लोगों ने इनकम टैक्स रिटर्न ही दाखिल नहीं किया है।
Income Tax Notice: आपके बैंक खाते में अगर बड़ी रकम जमा हुई तो अलर्ट हो जाएं। उसकी कागजी लिखापढ़ी तुंरत क्लियर कर लीजिए। जरा सी देरी से आयकर विभाग की नजर आप पर ढेढ़ी हो सकती हैं। यूपी और उत्तराखंड के करीब पांच हजार ऐसे करदाता विभाग के रडार पर आ चुके हैं। इनके खाते में आयकर स्लैब (3 लाख से अधिक) से ज्यादा एक या इससे अधिक बार जमा हुए हैं। समय बीतने के बाद भी इसका ब्योरा नहीं दिया तो नोटिस देकर रकम का जरिया बताने को कहा गया है। सभी मामले वित्तीय वर्ष 2020-21 के हैं। संबंधित लोगों ने इनकम टैक्स रिटर्न ही दाखिल नहीं किया है।
आयकर विभाग के सूत्रों के अनुसार पश्चिमी यूपी के आगरा, मेरठ, मथुरा, शामली, गाजियाबाद, हाथरस, नोएडा, बिजनौर, मुजफ्फरनगर के अलावा उत्तराखंड के कई जिलों में पांच हजार करदाता ऐसे हैं, जिनके बैंक खातों में वित्तीय वर्ष में स्लैब से ज्यादा रकम जमा की गई। समय बीतने के बाद भी इन लोगों ने ब्योरा विभाग को नहीं दिया। सभी को नोटिस के जवाब के साथ संशोधित रिटर्न दाखिल करने को कहा गया है। ऐसा नहीं करने पर विभागीय कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।
किसी में 10 तो किसी के खाते में 20 लाख
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आयकर सूत्रों के अनुसार विभाग के रडार पर आए पांच हजार करदाताओं में से कई ऐसे हैं, जिनके खाते में 10 से 20 लाख या इससे ज्यादा रुपये आए। सूत्रों के अनुसार खाते में लाखों रुपये दबाकर बैठने वालों में से अधिकांश ने कोई प्रॉपर्टी की खरीद-फरोख्त की है। इसके एवज में उनके खाते में रुपये आए। इसके अलावा किसी न किसी जरिए ब्याज के रूप में रकम पाने वाले भी हैं। कुछ के अब विदेश में भी रहने की सूचना है।
और बढ़ सकती है संख्या
सूत्रों के अनुसार आयकर विभाग का नोटिस पाने वालों में अकेले कानपुर व आसपास के इलाकों के करीब डेढ़ दर्जन करदाता हैं। सभी के खाते में बड़ी रकम जमा की गई है। इनसे हिसाब-किताब मांगा गया है। वित्तीय वर्ष 2020-21 के अंतर्गत बैंक खाते में आय का विवरण नहीं देने वालों की संख्या अभी और बढ़ेगी। शुरुआती जांच प्रक्रिया में पांच हजार करदाता सामने आए हैं। सूत्रों के अनुसार, जैसे-जैसे रकम दबाए बैठे करदाता मिलते रहेंगे, उनको नोटिस भेजा जाएगा।