विनिर्माण क्षेत्र में भारत का शानदार प्रदर्शन, मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई मई में 31 महीने के उच्चतम स्तर पर
Manufacturing Sector: भारत का विनिर्माण क्षेत्र फल-फूल रहा है। इस क्षेत्र को मजबूत मांग, बेहतर आपूर्ति-श्रृंखला स्थितियों और अनुकूल बाजार स्थितियों का समर्थन प्राप्त है। वित्त वर्ष 2023 की चौथी तिमाही में भारत का विनिर्माण क्षेत्र जीडीपी 4.5 प्रतिशत बढ़ा है।
Manufacturing Sector: विनिर्माण क्षेत्र में भारत ने जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए असाधारण वृद्धि देखी है, जो कि देश के उद्योग के लिहाज से सकारात्मक संकेत हैं। भारत का मैन्युफैक्चरिंग परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (पीएमआई) मई महीने में 31 महीने के हाई लेवल पर पहुंचा गया है। पिछले साल की तुलना में मई में पीएमआई बढ़कर 58.7 फीसदी पर पहुंच गया है। इससे पहले पिछले महीने अप्रैल में यह 57.2 फीसदी था। वहीं, एसएंडपी ग्लोबल ने मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई में तेजी का श्रेय नए ऑर्डर में जोरदार बढ़ोतरी को दिया है।
आपूर्ति-श्रृंखला और इनपुट खरीदारी निरंतर वृद्धि जारी
मौसमी रूप से समायोजित एस एंड पी ग्लोबल इंडिया मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई इस साल मई में हुई वृद्धि से अक्टूबर 2020 के बाद से क्षेत्र के स्वास्थ्य में सबसे मजबूत सुधार का संकेत देता है। पीएमआई के पांच उप-घटकों में से मई में अभूतपूर्व गति से बढ़ते हुए खरीद के शेयरों ने उल्लेखनीय उत्साह दिखाया है। मॉनिटर की गई कंपनियों ने इस वृद्धि को बेहतर आपूर्ति-श्रृंखला स्थितियों और इनपुट खरीदारी में निरंतर वृद्धि की वजह बताया, जिससे इन्वेंट्री को बढ़ावा मिला। मई में खरीद की मात्रा में तेजी और त्वरित वृद्धि देखी गई है, जो कि 12 वर्षों में सबसे मजबूत विस्तार दर तक पहुंच गई है।
फैक्ट्री ऑर्डर अपने उच्चतम स्तर आया
आंकड़ों से यह भी पता चला है कि जनवरी 2021 के बाद से लगातार 31 महीने फैक्ट्री ऑर्डर में वृद्धि अपने उच्चतम स्तर पर आ गया है। पिछले छह महीनों में बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए उत्पादन की मात्रा को बढ़ाया गया है, जिससे 28 महीनों में उत्पादन में सबसे तेज वृद्धि हुई। भारत का विनिर्माण क्षेत्र फल-फूल रहा है। इस क्षेत्र को मजबूत मांग, बेहतर आपूर्ति-श्रृंखला स्थितियों और अनुकूल बाजार स्थितियों का समर्थन प्राप्त है।
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साल 2023 में देश की जीडीपी 7 फीसदी की पार
वित्त वर्ष 2023 की चौथी तिमाही में भारत का विनिर्माण क्षेत्र जीडीपी 4.5 प्रतिशत बढ़ा है। इस दौरान देश की कुल जीडीपी चौथी तिमाही में 6.1 प्रतिशत और वित्त वर्ष 23 में जीडीपी 7.2 फीसदी दर्ज की गई है। वहीं, भारतीय रिजर्व बैंक ने Q4FY23 वास्तविक सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि 5.1 प्रतिशत की उम्मीद की, जबकि एसबीआई रिसर्च ने 5.5 प्रतिशत की वृद्धि दर की भविष्यवाणी की थी।