कर्मचारियों-बड़ी खुशखबरी: अब ये स्कीम करेगी सभी को मालामाल
देश की बड़ी आईटी कंपनी इन्फोसिस को लेकर दो खबरे आई हैं। पहली खबर के बारे में अमेरिकी जानकारों ने वित्तीय अनियमितता के आरोपों को गलत ठहराया है।
नई दिल्ली: देश की बड़ी आईटी कंपनी इन्फोसिस को लेकर दो खबरे आई हैं। पहली खबर के बारे में अमेरिकी जानकारों ने वित्तीय अनियमितता के आरोपों को गलत ठहराया है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि आंकड़ों से पता चलता है कि किसी तरह की कोई गड़बड़ी नहीं हुई है। वहीं दूसरी खबर जो है उसमें बताया गया है कि कंपनी अपने कर्मचारियों को इंसेंटिव के तौर पर कंपनी के शेयर देगी। जिसके तहत मिड लेवल कर्मचारियों को लगभग 22 लाख शेयर दिये जाएंगे। बता दें कि कंपनी ने ये योजना कर्मचारियों को अपने साथ लंबे वक्त तक जोड़े रखने के लिए बनाया है।
कंपनी ने प्रोग्राम को दी मंजूरी-
कंपनी की ओर जारी बयान के अनुसार, कंपनी के बोर्ड ने एक्सपेंडेड स्टॉक ऑनरशिप प्रोग्राम 2019 को मंजूरी दे दी है।
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कंपनी के सीईओ सलिल पारेख को इंसेंटिव के तौर पर 10 करोड़ रुपये के शेयर देने का फैसला पहले ही हो चुका है। वहीं सीओओ यू बी प्रवीण राव को इंसेंटिव के तौर पर 4 करोड़ रुपए के शेयर दिए जाएंगे।
कर्मचारियों को परफॉर्मेंस के मुताबिक मिलेंगे शेयर-
इंफोसिस की ओर से जारी बयान के मुताबिक, मिड लेवल के 6,949 कर्मचारियों को उनके परफॉर्मेंस के आधार पर इन्सेंटिव के नए प्रोग्राम के तहत शेयर दिए जाएंगे। चुने गए सभी कर्मचारियों को 1 नवंबर 2019 को शेयर दिए जायेंगे। 2015 के प्रोग्राम के मुताबिक कंपनी समय के आधार पर शेयर देती थी लेकिन अब कंपनी कर्मचारियों को उनके परफॉर्मेंस के आधार पर शेयर देगी।
कंपनी का मानना है कि कर्मचारी उनकी सबसे बड़ी संपत्ति है और कंपनी स्टॉक ऑनरशिप प्रोग्राम के जरिए उन्हें कंपनी में हिस्सेदार बनाना चाहती है। अब कर्मचारियों को लंबी समय में कंपनी की सफलता से फायदा मिलेगा।
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