IMF Report: IMF ने चेताया, मंदी के चलते कम रहेगी एशिया की रफ्तार,
IMF Report: 2022 में भारत का ग्रोथ रेट 6.8 फीसदी रह सकती है। वहीं, श्रीलंका की करीब 9 फीसदी तक ग्रोथ रेट गिर सकती है।
IMF Report: अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने एशिया के आर्थिक पूर्वानुमानों में कटौती की है। वैश्विक केंद्रीय बैंकों द्वारा मौद्रिक सख्ती, रुस-यूक्रेन के युद्ध के वजह से विदेशों के देंशों में बढ़ रही महंगाई और चीन में तेजी के बढ़ी रही मंदी के वजह से IMF ने कहना है कि एशिया देशों के आर्थिक गाति में मंदी आएगी।
एशिया-प्रशांत क्षेत्रीय आर्थिक आउटलुक रिपोर्ट हुई जारी
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने शुक्रवार को एशिया-प्रशांत क्षेत्रीय आर्थिक आउटलुक रिपोर्ट की एक रिपोर्ट जारी की है। इस रिपोर्ट में यह बात निलकर आई है कि इस बार एशिया देशों के अर्थव्यवस्था में मंदी का दौर रहेगा। हालांकि रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि विदेश में अन्य देशों के मुकाबले एशियाई देशों की मुद्रास्फीति कम है। अधिकांश केंद्रीय बैंकों को मुद्रास्फीति की उम्मीदों को कम करने के लिए ब्याज दरों में वृद्धि जारी रखनी चाहिए।
एशिया और प्रशांत विभाग के निदेशक का बयान
इस मौके पर आईएमएफ के एशिया और प्रशांत विभाग के निदेशक कृष्णा श्रीनिवासन ने कहा कि इस साल की शुरुआत में एशिया की मजबूत आर्थिक वापसी उम्मीद से कमजोर दूसरी तिमाही के साथ गति खो रही है। रिपोर्ट में कहा कि महामारी के प्रभाव के रूप में इस क्षेत्र को वैश्विक वित्तीय तंगी और बाहरी मांग की अपेक्षित मंदी से नई बाधाओं का सामना करना पड़ रहा है।
ऐसी रहेगी चीन की विकास
आईएमएफ का कहना है कि 2021 में 8.1 फीसदी की वृद्धि करने वाली चीन की विकास दर इस साल घटकर 3.2 फीसदी तक रहे सकती है,जोकि उसके अप्रैल के अनुमान से 1.2 अंकों की गिरावट है। वहीं, 2023 में 4.4 फीसदी और 2024 में 4.5 फीसदी बढ़ी रही है।
भारत अच्छी कर सकता है ग्रोथ
आईएमएफ के आंकड़ों के मुताबिक, इस साल भारत की ग्रोथ रेट 6.8 प्रतिशत हासिल करने का अनुमान लगाया गया है, जबकि पड़ोसी देश श्रीलंका करीब 9 फीसदी की ग्रोथ रेट में गिरावट कर सकता है। इसके अलावा एशिया पैसेफिक रीजन में ऑस्ट्रेलिय 3.8 प्रतिशत, सिंगापुर 3 प्रतिशत, कोरिया 2.6 प्रतिशत व जापान 1.7 प्रतिशत फीसदी ग्रोथ हासिल करने का अनुमान है।